अयोध्या में Bhakti Marg Nirman कार्य ने पकड़ी रफ्तार, जानें क्यों हुआ Ayodhya में विरोध
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Ayodhya : मित्रों जैसा की हम सभी जानते हैं कि देश के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल अर्थात अयोध्याजी की पावन धरा पर वर्तमान समय में भगवान श्री राम चंद्र के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तीव्र गति से संचालित है जो कि लगभग आधा से अधिक बन भी चुका है। तथा इसी के साथ अयोध्या आगमन के मार्ग तथा श्रद्धालुओं के दर्शन को सुगम बनाने के लिए मंदिर तक के पहुँच मार्ग को सुदृढ किया जाना है जिसपर की कार्य संचालित है।
राम मंदिर निर्माण के बीच अयोध्या में भक्तों के सुगम आगमन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने मंदिर स्थल के लिए तीन मुख्य मार्गों के निर्माण को स्वीकृति दी है। तथा इनमें से दो मार्गों को बनाने का काम पहले से ही चल रहा है। इन तीन मार्गों में से एक, जिसे राम पथ (Ram Path) नाम दिया गया है, वह 13 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और सहादतगंज को नया घाट से जोड़ेगा।
इस राम पथ का 400 करोड़ रुपये की लागत से सड़क का निर्माण होना है, इसकी टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। सरकार से स्वीकृति मिलने के पश्चात एक कमेटी ने मुख्य मार्ग का सर्वे भी किया है। इस मुख्य मार्ग का निर्माण कार्य आरंभ होने से पहले मार्ग पर स्थानीय लोगों, जिनके पास घर या दुकान या अन्य प्रतिष्ठान हैं, उनका पुनर्वास किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त दूसरा मार्ग, जिसे श्री राम जन्मभूमि पथ (Ram Janmbhoomi Path) कहा जाएगा, बिड़ला धर्मशाला को सुग्रीव किले के माध्यम से श्री राम जन्मभूमि मंदिर से जोड़ेगा। इस मार्ग को बनाने का काम जोरों पर है। इसकी जानकारी हमने आपको अपनी पिछली वीडियो में दिया था।
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बता दें कि पहले जहां इसका काम नवंबर तक पूरा होने का अनुमान था, वहीं अब अधिकारियों का कहना है कि काम दिसंबर तक चलेगा। परंतु हमें लगता है कि मार्च तक ही यह कार्य पूर्ण हो पाएगा।
अब आज हम जिस मार्ग की आपको विस्तृत जानकारी इस वीडियो में देने जा रहे हैं वह है तीसरा मार्ग भक्ति मार्ग (Bhakti Marg) जो कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को हनुमानगढ़ी होते हुए श्रींगार घाट को आपस में जोड़ेगा। जिसपर की इस समय कार्य तीव्र गति से संचालित है।
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या के स्वरूप परिवर्तन की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं। जिला प्रशासन ने भक्ति पथ पर पड़ने वाले 349 दुकानदारों को 2 महीने पहले अधिग्रहण का क्षतिपूर्ति दे दिया था। जिसके पश्चात बीते दिनों प्रशासन का बुलडोजर भक्ति पथ पर पड़ने वाली दुकानों पर चला, इससे व्यापारियों में हड़कंप मच गया।
वास्तव में, यहां के व्यापारी जिला प्रशासन से परिक्रमा मेले तक का समय मांग रहे थे परंतु जिला प्रशासन पिछले डेढ़ महीने से लगातार व्यापारियों को समय दे रहा था। इससे पहले व्यापारियों और जिला प्रशासन की समन्वय बैठक में व्यापारियों को दीपावली तक का समय दिया गया था। जिसके पश्चात सोमवार 31 अक्टूबर को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इन दुकानों पर बुलडोजर दौड़ा दिया।
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आपको हम बता दें कि जिन दुकानदारों को क्षतिपूर्ति दिया जा चुका है और जिन्होंने अपनी दुकान के पीछे प्रतिष्ठान का निर्माण करा लिया है उन दुकानों को 2 दिन का समय दिया गया था। दुकानदारों को समय दिए जाने के पश्चात भी उन्होंने अपना सामान नहीं हटाया इसलिए दुकानें हटाने के लिए जेसीबी मंगाई गई थी।
यहां दुकानों को हटाने के लिए प्रतिदिन रूट डायवर्ट करके दुकानों को तोड़ा जा रहा है और उसके पश्चात मलबा हटाया जा रहा है। दुकानों के पीछे दुकानदारों के पास अपना स्थान उपलब्ध है।
अधिकारियों के अनुसार इस मार्ग पर कार्य तीव्र गति से चल रहा है, इस मार्ग पर अधिकांश भूमि मालिकों को पहले ही क्षतिपूर्ति दिया जा चुका है। मार्ग एक बार तैयार होने के पश्चात मंदिर में और अधिक आगंतुकों को आकर्षित करने में सहायता करेगा। भक्ति पथ मार्ग न केवल भक्तों का समय बचाएगा, अपितु उन्हें दर्शन करने में भी सुविधाजनक होगा।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि अयोध्या में श्रृंगार घाट बैरियर से श्री राम जन्मभूमि मार्ग तक जाने वाली मार्ग के चौड़ीकरण कार्य कराए जाने के कार्य की गति को तेज करते हुए पहले जिला प्रशासन ने मुनादी कराई थी और उसके पश्चात जिला प्रशासन का बुलडोजर भक्ति मार्ग पर जमकर गरजे इस समयावधि में लगभग एक दर्जन दुकानों का ध्वस्तीकरण किया गया।
बताते चलें भक्ति मार्ग पर 349 दुकानों को दो माह पहले अधिग्रहण का भुगतान दे दिया गया है दुकानदारों को समय दिया गया था जिला प्रशासन ने कहा कि बीते दिनों हमने व्यवसायियों को दीपावली तक का समय दिया था अब हमें मार्ग चौड़ीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी को मार्ग हैंडोवर करना है जिसके कारण से कार्यवाही की जा रही है।
एसडीएम प्रशासन के अनुसार जो दुकानदार को क्षतिपूर्ति दिया जा चुका है और जिन्होंने अपने दुकान के पीछे प्रतिष्ठान का निर्माण करा लिया है उन दुकानों को 2 दिन का समय दिया गया था दुकानदारों को समय दिए जाने के पश्चात भी जब उन्होंने अपना सामान नहीं हटाया तो इसलिए दुकानें हटाने के लिए जेसीबी मंगाई गई तब दुकानदारों ने अपने सामान हटाने आरंभ कर दिए थे। जिसके पश्चात दुकानों को तोड़ा गया।
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आपको हम यह भी बता दें कि कुछ स्थानीय व्यापारियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन जल्दबाजी में कार्रवाई कर रहा है। व्यापारीयों का कहना है कि हम चौड़ीकरण के साथ हैं परंतु हमें और भी समय दिया जाना चाहिए था अयोध्या में दीपावली के बाद छठ पूजा और परिक्रमा मेला है जिसके लिए प्रशासन से समय मांगा जा रहा था परंतु प्रशासन ने समय देने से इनकार करते हुए कार्यवाही की है। आपके इसपर क्या विचार हैं यह हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर अवश्य बताएं।
महत्वपूर्ण है कि रामनगरी अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है जाहिर सी बात है कि मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ी है। जिसे देखते हुए अयोध्या में श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर बड़े और भव्य मार्ग बनाए जा रहे हैं।
भगवान श्री राम के सुलभ दर्शन हेतु बनाने वाले भक्ति पथ की विशेषताओं की जानकारी के लिए बता दें कि यह मार्ग 750 मीटर लंबा व 14 मीटर चौड़ा होगा। तथा आरंभिक समय में भक्ति पथ के विकास हेतु अधिग्रहण व क्षतिपूर्ति के लिए शासन ने नौ करोड़ रुपये दिए गये हैं।
भक्ति पथ मार्ग का न केवल चौड़ीकरण होगा अपितु पुनर्निर्माण भी किया जाएगा। यहां पैदल पथ, बस शेल्टर, बस स्टॉप, ई-टॉयलेट, बैठने के लिए बेंच भी लगाई जाएंगी।
आपको हम यह भी बता दें कि इस मार्ग पर 3 प्रकार के दुकानदार हैं। एक वह जिनके दुकानों के पीछे दुकान है, उन्हें दुकान बनाने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरे वह जिनके दुकानों के पीछे भूमि है, वह मंदिर प्रशासन से बात करके उस भूमि का उपयोग दुकान के रूप में कर सकता है। तथा तीसरा वह जिनके पास कोई भी भूमि दुकान के पीछे नहीं है, उन्हें विकास प्राधिकरण के द्वारा बनाई जा रही नई मार्केट में दुकान अलॉट की जाएगी, जिसके लिए वह पहले आवेदन करेंगे। उनके आवेदन पर कार्रवाई होगी उसके पश्चात उन्हें विस्थापित किया जाना है।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह विशेष प्रस्तुति व Exclusive Ground Report पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में जय श्री राम अवश्य लिखें।
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