भारत का नया एक्सप्रेसवे यात्रा समय को आधा से भी कम कर देगा
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Delhi Dehradun Expressway : देश की राजधानी दिल्ली से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के मध्य की दूरी को कम करने के लिए भारत की ही नहीं अपितु एशिया के सबसे विशेष एक्सप्रेसवे का निर्माण तीव्र गति से अब संचालित है।
प्रमुख नगरों के मध्य यात्रा के समय को कम करने के उद्देश्य से, देश भर में उच्च गति गलियारों अर्थात high speed corridors का निर्माण किया जा रहा है जिसका की एक परिणाम है दिल्ली देहरादून का नवीन एक्सप्रेसवे।
![Delhi Dehradun Expressway](https://indiansrj.com/wp-content/uploads/2022/12/shavalka-pahaugdhaya-ma-elvatada-rada-ka-naramanaethhana-palra_1670611034.jpeg)
जानकारी के लिए बता दें की दिल्ली देहरादून Expressway Full Access Controlled (Green Field) परियोजना है जिसमें कि 6 लेन की सड़क का निर्माण किया जाना है, इस एक्सप्रेसवे की कुल प्रस्तावित लंबाई 210 किलोमीटर है।
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बता दें की वर्ष 2020 के फरवरी माह में केंद्र सरकार ने इस एक्सप्रेसवे के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दिया था तथा अगस्त 2020 में NHAI के स्वीकृति मिली। और 4 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का आधिकारीक शिलान्यास किया था।
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi Dehradun Expressway) की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी देने से पूर्व हम आपको इसकी विशेषताओं की जानकारी देते हैं। बता दें कि यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे जो 210 किलोमीटर लंबा होगा इसपर 25 किलोमीटर की एलिवेटेड रोड होगा। इस एक्सप्रेसवे पर कुल 14 सुरंगें बनेंगी। इस एक्सप्रेसवे डिज़ाइन इस प्रकार से किया जा रहा है, यहां वाहनों की गति 100 किमी प्रति घंटे की रहेगी।
![Delhi Dehradun Expressway](https://indiansrj.com/wp-content/uploads/2022/12/Screenshot_2022-12-17-09-57-21-41_f9ee0578fe1cc94de7482bd41accb329-edited.jpg)
यही नहीं, दिल्ली उत्तराखंड एक्सप्रेसवे का 20 किलोमीटर का भाग राजाजी राष्ट्रीय उद्यान से होकर गुजरता है और यही कारण है कि इस क्षेत्र को एशिया के सबसे लंबे एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर में परिवर्तित किया जा रहा है। बता दें कि दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे राजाजी राष्ट्रीय उद्यान से होकर गुजरता है और यह क्षेत्र वन्य पशु संरक्षण एवं पर्यावरण की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है और यही कारण है कि इसको एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर के रूप में बनाया जा रहा है।
लागत की जानकारी देने हेतु बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा बनाए जाने वाली इस दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे की लागत है 12300 करोड़ रुपये। और इस दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर शिवालिक के जंगल और राष्ट्रीय राजाजी पार्क में विचरण करने वाले वन्य जीवों की सुरक्षा तथा स्वच्छंदता के लिए यूपी के गणेशपुर से लेकर उत्तराखंड के आसारोडी तक12 किमी लंबी एलिवेटेड रोड का निर्माण भी किया जा रहा है। इस एलिवेटेड रोड पर 1400 करोड़ की लागत आनी है।
![Delhi Dehradun Expressway](https://indiansrj.com/wp-content/uploads/2022/12/Screenshot_2022-12-17-09-56-57-28_f9ee0578fe1cc94de7482bd41accb329-edited.jpg)
इसके निर्माण की अधिक जानकारी हेतु आपको हम बता दें कि राजमार्ग प्राधिकरण के अनुसार एलिवेटेड रोड के लिए 550 पिलर बनाने हैं जिनमें से लगभग 400 पिलर खड़े भी कर दिए गए हैं। शेष पिलर पर कार्य संचालित है।
यही नहीं इस दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi Dehradun Expressway) परियोजना के दूसरे महत्वपूर्ण भाग का कार्य भी अपने पूर्णता की ओर अग्रसर है। बता दें कि केंद्र सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अति महत्वाकांक्षी परियोजना दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे के महत्वपूर्ण पड़ाव यूपी उत्तराखंड की सीमा को जोड़ने वाली 340 मीटर लंबी सुरंग की खोदाई का कार्य पूरा कर लिया गया है। अति शीघ्र वाहन दौड़ने आरंभ हो जाएंगे। टनल निर्माण को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया तीव्र कर दी गई है।
![Delhi Dehradun Expressway](https://indiansrj.com/wp-content/uploads/2022/12/elvatada-rada-ka-palra-para-rakha-gae-canal_1670611047.jpeg)
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार सुरंग की खोदाई का कार्य इसी वर्ष दस फरवरी को आरंभ किया गया था। और इसे 16 अगस्त को रिकार्ड समय में पूरा कर लिया गया। डाट काली मंदिर के पास बनाई जा रही इस सुरंग की लंबाई 340 मीटर है। इसका आधा भाग उत्तर प्रदेश और आधा उत्तराखंड में आता है। सुरंग की चौड़ाई 14.20 मीटर है। सुरंग में गाड़ियों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए इसे तीन लेन का बनाया जा रहा है।
विशेषताओं की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर पूरे क्षेत्र को ग्रीन कवर करने के लिए ईको रेस्टोरेशन प्लान पर कार्य किया जा रहा है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश अपने-अपने भाग में इस प्लान को लागू करेंगे, जिसका खर्च भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण उठाएगा। इसके अतिरिक्त पार्क क्षेत्र में आग से बचाव के उपाय, वाटर पीट, ग्राउंड वाटर रिचार्ज सिस्टम आदि भी विकसित किए जाएंगे।
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इसके अतिरिक्त आपको हम बता दें कि छह लेन के इस एक्सप्रेसवे का अधिकांश भाग दिल्ली में एलिवेटेड होगा, परंतु इसके साथ ही नीचे दो-दो लेन की एनएच की सड़क बनाई जाएगी, जिसमें सर्विस रोड के लिए दो-दो लेन अतिरिक्त होंगी। तथा महत्वपूर्ण यह है कि इन्हीं सर्विस रोड के किनारे बस शेल्टर बनाए जाएंगे। अक्षरधाम से दिल्ली-यूपी बॉर्डर तक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 14.75 किलोमीटर है। इसमें सड़क के एक ओर 19 और दूसरी ओर भी 19 शेल्टर बनाए जाएंगे। इन सभी स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां से यात्री बस, ऑटो या अन्य सवारी पकड़ते हैं।
![Delhi Dehradun Expressway](https://indiansrj.com/wp-content/uploads/2022/12/Screenshot_2022-12-17-10-01-02-73_f9ee0578fe1cc94de7482bd41accb329-edited.jpg)
अब यदि आप यह सोच रहे हैं कि कब तक होगा इस एक्सप्रेस का निर्माण कार्य पूर्ण तो हम आपको बता दें कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने दिसंबर 2023 तक पहले दो चरणों को यातायात के लिए खोलने का लक्ष्य रखा है। हालांकि उसके आगे के चरणों को खोलने में मार्च 2024 तक का समय लग सकता है, परन्तु पहले दो चरण तैयार होने से अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) बागपत तक का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
एक्सप्रेसवे के पहले चरण में दिल्ली की सीमा में अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से यूपी बॉर्डर (लोनी) तक और दूसरे चरण में लोनी बॉर्डर से बागपत (ईपीई) तक एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है।अब दोनों चरणों में पूरी क्षमता के साथ निर्माण कार्य चल रहा है। दिल्ली और गाजियाबाद की सीमा में पिलर तैयार करने और स्पैन डालने का काम भी निरंतर गति पकड़ रहा है। अब प्रोजेक्ट को तय लक्ष्य पर पूर्ण होना तय है।
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महत्वपूर्ण है कि इस दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के सज्ज होने से पूर्वी दिल्ली और गाजियाबाद में लोनी क्षेत्र को जाम से मुक्ति मिलेगी। क्योंकि एक्सप्रेसवे बनने के पश्चात छह लेन की एलिवेटेड रोड और छह लेन की सर्विस रोड यातायात के लिए उपलब्ध होगा। अर्थात इस स्थान पर 12 लेन की सड़क उपलब्ध हो जाएगी।
महत्वपूर्ण यह भी है कि Dehradun Delhi Expressway के निर्माण के पश्चात अभी जितना समय लगता है, उससे आधे से भी कम समय लगेगा। अभी दिल्ली से देहरादून की यात्रा में छह घंटे और दिल्ली से हरिद्वार 5 घंटे का समय लगता है, एक्सप्रेसवे बनने के पश्चात यह समय 2 घंटे और 2.30 घंटे का ही रह जाएगा।
मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे परियोजना की जानकारी आपको पसंद आई हो तो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें।
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