श्री राम की प्रतिमा ही नहीं यूपी में अब लक्ष्मण की प्रतिमा का निर्माण भी शुरू

भारत में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी के पश्चात तीव्रतम गति से विकास कर रहे उत्तर प्रदेश में भगवान श्री राम चंद्र की सबसे ऊंची प्रतिमा के साथ ही साथ अब श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी की प्रतिमा (Lakshman Statue) का निर्माण भी होने वाला है।

अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर पर चल रहे निर्माण कार्य के मध्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में भगवान राम के अनुज लक्ष्मण जी का मंदिर बनेगा। इस मंदिर की ऊंचाई 81 फीट होगी और इसे 1 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा।

पहले हम आपको इस परियोजना के काल चक्र की जानकारी देते हैं। बता दें कि नगर निगम ने वर्ष 2018 में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी तो उस समय‌ नगर की सबसे पुरानी और सबसे प्रमुख मस्जिदों में से एक, टीले वाली मस्जिद के चौराहे पर मूर्ति स्थापित करने के लिए मतदान किया गया था। परंतु इस योजना को मौलवियों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा, जिन्होंने इस कार्य को 2019 के आम चुनावों से जोड़ा। और यह परियोजना आगे नहीं बढ़ सकी थी।

आपको हम बता दें कि मुगल आक्रांता औरंगजेब के समयावधि में बनी नगर की सबसे बड़ी सुन्नी मस्जिद, टीले वाली मस्जिद, लक्ष्मण टीला पर ही बनाई गई थी, जिसका नाम भगवान राम के अनुज के नाम पर ही रखा गया था।

तथा जानकारी हेतु बता दें कि लखनऊ को मूल रूप से “लक्ष्मणावती, फिर लक्ष्मणपुरी और तत्पश्चात लखनवती, कहा जाता था परंतु मुगल काल में इसे लखनऊ का नाम दिया गया।

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द्रुत गति से हो रहा है अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण

बता दें कि लक्ष्मण पीठ सेवा न्यास द्वारा बीते 11 मई को प्रस्तावित मंदिर का “भूमि पूजन” किया गया है। यदि आपको इसके स्थान विशेष की जानकारी दें तो बता दें कि यह प्रतिमा व मंदिर आदि का स्थान लक्ष्मणपुरी के जानकीपुरम विस्तार के गोहनकलां गांव में है जहां पर यह आकार पाएगा।

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि मंदिर में श्री लक्ष्मण और उनकी पत्नी उर्मिला की मूर्तियां होंगी। मंदिर का निर्माण कार्य 2027 तक पूरा होने की आशा है। इसके अतिरिक्त, लक्ष्मणपुरी में गोमती नदी के किनारे हनुमान सेतु मंदिर के पास झूलेलाल वाटिका में लक्ष्मण की 151 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।

भूमि पूजन

लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया के अनुसार “कार्यकारिणी समिति ने सर्वसम्मति से लखनऊ नगर की स्थापना करने वाले भगवान लक्ष्मण की प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया।” “कार्यकारी समिति ने प्रतिमा के निर्माण के लिए ₹ 1 करोड़ निर्धारित किए हैं। हालांकि, जब आवश्यकता होगी, तो इस परियोजना के लिए और पैसा देने में संकोच नहीं किया जाएगा”।

आपको हम बता दें कि इसके लिए राजस्थान, लखनऊ और अन्य राज्यों के कलाकारों से संपर्क किया जा रहा है। शीघ्र ही सब कुछ तय कर लिया जाएगा।

जानकारी हेतु बता दें कि लखनऊ नगर निगम एक गैलरी का भी निर्माण करेगा जो भगवान लक्ष्मण के सभी तथ्यों, उनकी कहानी, उनके बलिदान, भगवान राम के प्रति उनकी भक्ति, उनकी नैतिकता, उनकी सादगी आदि को चित्रित करेगी। इतना ही नहीं, प्रतिमा के निकट ही लाईट एण्ड साउंड शो का‌ भी नित्य संचालन किया जाएगा। जिससे भारत की संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित किया जा सकेगा।

आपको बता दें कि वर्तमान समय में लखनऊ नगर निगम की कार्यकारी समिति ने भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण की 151 फुट ऊंची प्रतिमा की स्थापना के लिए 15 करोड़ रुपये का बजट पारित किया है। प्रस्ताव पिछले वर्ष मार्च माह में पारित किया गया था, परंतु इसके लिए बजट इस वर्ष में जारी किया गया है।

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अयोध्या में भव्य राम मंदिर के पश्चात, अगले महीने उत्तर प्रदेश के लक्ष्मणपुरी में भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण की 151 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण आरंभ होगा। लक्ष्मणपुरी में गोमती नदी के किनारे हनुमान सेतु मंदिर के निकट झूलेलाल वाटिका में भगवान लक्ष्मण की 151 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की जाएगी।

इसके अतिरिक्त लखनऊ में भव्य लक्ष्मण मंदिर भी बनेगा और जानकीपुरम विस्तार के गोहनकलां गांव में प्रस्तावित मंदिर के लिए लक्ष्मण पीठ सेवा न्यास पहले ही भूमि पूजन कर चुके हैं। इसी के साथ लखनऊ का नाम परिवर्तितकर ‘लक्ष्मणपुर’ करने की मांग भी की जा रही है।

अयोध्या में राम मंदिर बनने से लखनऊ में पर्यटकों को आकर्षित करने का यह एक स्वर्णिम अवसर हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकांश लोग लखनऊ के रास्ते अयोध्या की यात्रा करेंगे। इस कदम का उद्देश्य लखनऊ को एक सच्ची सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान देना है। जिसका बोध इस स्थान से करवाया जा सकता है।

बता दें कि यहां पर सबसे पहले लक्ष्मण मंदिर में उनकी पत्नी उर्मिला की मूर्ति होगी और शिव परिवार और राम दरबार की भी मूर्तियाँ होंगी। एक वृद्धाश्रम भी मंदिर परिसर का भाग होगा, जिसका नाम उर्मिला के नाम पर रखा जाएगा। तथा मंदिर एक एकड़ भूमि पर बनेगा और इसकी ऊंचाई 81 फीट होगी।

Ram Lakhan

मंदिर निर्माण में लगभग पांच वर्ष लगेंगे और इसे मीनाक्षी तिवारी और सुनील श्रीवास्तव द्वारा वास्तु मानदंडों के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है। यह शैली और डिजाइन में भव्य और शानदार होगा।

महत्वपूर्ण है कि लोग जानते हैं कि अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है और उन्हें लखनऊ को भगवान लक्ष्मण के नाम से भी जोड़ना चाहिए। वर्तमान में लोग लखनऊ को मुगलों के कारण से जानते हैं परंतु नगर का नाम भगवान लक्ष्मण के नाम पर पड़ा है।

महत्वपूर्ण है कि लक्ष्मण जी की प्रतिमा का निर्माण कार्य अगले महीने आरंभ होने की संभावना है। तथा यह लक्ष्मणपुरी की वास्तविक छवि को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने में अवश्य अपना योगदान देगा।

इसी क्रम में आपको हम बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन पर एयरपोर्ट पर अभिनंदन करते समय अपनी फोटो पर कैप्शन लिखकर ट्वीट किया था और कहा था शेषावतार भगवान श्री लक्ष्मण जी की पावन नगरी में आपका स्वागत है। इसका आशय लोग इससे लगा रहे हैं कि लखनऊ का नाम श्री लक्ष्मण जी के ऊपर ही जाना जाने वाला है। इसपर आपके क्या विचार हैं वह हमें कमेंट बॉक्स में बताएं।

मित्रों यदि आपको उपरोक्त दी हुई श्री लक्ष्मण जी की प्रतिमा व मंदिर के निर्माण की विशेष जानकारी पसंद आई हो कमेंट बाॅक्स में जय श्री राम अवश्य लिखें।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:

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