अयोध्या के राम मंदिर मार्ग चौड़ीकरण परियोजना ने पकड़ी रफ़्तार
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श्री राममंदिर के निर्माण के साथ ही संपूर्ण अयोध्या का भूगोल भी तीव्र गति से बदल रहा है। योगी आदित्यनाथ के पुनः वापसी के पश्चात अयोध्या के अन्य विकास कार्यों ने भी गति पकड़ ली है तथा अब श्रीराम जन्मभूमि तक नया दर्शन मार्ग (Ayodhya Ram Mandir Marg) तैयार हो रहा है।

मित्रों जैसा की हम सभी जानते हैं कि देश के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल अर्थात अयोध्याजी की पावन धरा पर वर्तमान समय में भगवान श्री राम चंद्र के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य तीव्र गति से संचालित है। तथा इसी के साथ अयोध्या आगमन के मार्ग तथा श्रद्धालुओं के दर्शन को सुगम बनाने के लिए मंदिर तक के पहुँच मार्ग को सुदृढ किया जाना है जिसका की कार्य आरंभ हो चुका है।
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बता दें की श्रद्धालुओं को भव्य श्रीराम मंदिर में राम लला के दर्शन को पहुंचने के लिए चारों ओर से चौड़े मार्गों के निर्माण की परियोजनाएं है। जो तीन मुख्य मार्ग हैं जिनको चौड़ा करना है उनमें से पहला है अयोध्या का मेन स्पाइन रोड जो कि अयोध्या नगर के पश्चिम सहादतगंज से लेकर अयोध्या के नया घाट तक का मार्ग। दूसरा मार्ग है अयोध्या में सुग्रीव किला से श्री राम मंदिर तक, तथा तीसरा है शृंगार हाट से श्रीराम मंदिर मार्ग इसमें सम्मिलित है।
आपको आज हम सुग्रीव किला मार्ग की जानकारी देते हुए बता दें की यह मार्ग सबसे निकटम मार्ग है जो की नगर के प्रमुख सड़क व रेलवे स्टेशन के समीप है तथा यह मार्ग अयोध्या के बिड़ला मंदिर व धर्मशाला के ठिक सामने से आरंभ होता है।
बता दें की यहाँ पर पहले कार पार्किंग होती है तथा कुछ ही माह पूर्व ही यहाँ कुछ छोटी संरचनाओं को प्रशासन की ओर से ध्वस्त किया है जिसकी जानकारी हमने अपनी इस विषय की पिछली वीडियो में दिया था। तथा वर्तमान समय में आप देख सकते हैं कि यहां पर से मलबा आदि हट चुका है तथा भूमि समतलीकरण कार्य भी लगभग हो चुका है।
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आपको बता दें की यह मार्ग सबसे महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि यहाँ सुग्रीव किला से श्रीराम मंदिर तक बनने वाले इस मार्ग की लंबाई लगभग 800 मीटर ही है। तथा इस मार्ग का नाम रामजन्मभूमि पथ रखा गया है।
बता दें कि यह नवीन मार्ग 80 फीट चौड़ा होगा जो सुग्रीव किला मुख्य मार्ग से होते हुए श्री राम जन्मभूमि परिसर में जा रहा है। ऐसे में लगभग आधा किलो मीटर से अधिक की दूरी राम जन्मभूमि परिसर में जाने के लिए कम हो जाएगी। भगवान राम लला का दर्शन श्रद्धालु सरलता से कर पाएं इसलिए एक ओर लगातार ट्रस्ट और दूसरी ओर सरकार कार्यरत है। सरकार ने राम जन्मभूमि तक जाने वाले मुख्य मार्ग को चौड़ा करने की कड़ी में मुख्य मार्ग की सीमा में आ रहे मठ मंदिरों से भूमि अधिग्रहण कर ली है।

बता दें कि पहले इसके बगल से एक सकरा मार्ग राम मंदिर तक जाया करता था परंतु परियोजना हेतु अब मुख्य सड़क से सीधा राम मंदिर तक बीना मोड़ के इसे बनाया जा रहा है। आपको हम इस मार्ग के आरंभ से लेकर अंतिम छोर तक के दृश्य विस्तार से दिखाते हैं।
निर्माण की जानकारी हेतु बता दें कि धर्मार्थ कार्य विभाग व पीडब्ल्यूडी विभाग इस कार्य को लगभग 85 करोड़ रूपए से करवा रहा है। तथा भविष्य में इस सड़क पर इलेक्ट्रिक बसें चलनी है।
जानकारी हेतु बता दें कि मुख्य मार्ग से रामलला के मंदिर तक सरकार के द्वारा यह मार्ग 100 फुट चौड़ा बनाया जाना था परंतु 100 फीट मार्ग नहीं हो पाया तो सरकार ने वहां पर 80 फीट चौड़ा मार्ग बनाना आरंभ कर दिया है। मार्ग चौड़ीकरण में जिन भी मठ मंदिर की भूमि आई है उनको सरकार ने क्षतिपूर्ति दिया है। राम जन्म भूमि का नया मार्ग यूपी सरकार बनवा रही है। 80 फीट चौड़ी सड़क से श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। साथ ही मुख्य मार्ग से सटा हुआ भव्य पार्किंग भी बनेगा। सरकार और ट्रस्ट का प्रयास है कि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के पश्चात श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। दर्शन में कोई अवरोध ना हो श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो।

इस मार्ग पर श्रद्धालुओं को इस बात की भी अनुभूति होगी कि वह धर्म नगरी अयोध्या में हैं। यहां केवल चौड़ीकरण ही नहीं होगा अपितु यह ऐसा मार्ग पथ बनेगा, जहां वॉटर ड्रेनेज की आधुनिक सुविधा होगी। मूलभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी। बस शेल्टर, बस स्टॉप, ई-टायलेट्स, बैठने के लिए बेंच व कूड़ादान की व्यवस्था भी होगी। इसके साथ ही मार्ग पर हरियाली भी विकसित की जाएगी।
जैसा कि आप देख सकते हैं कि शीघ्र ही यह मार्ग बन करके पूरा हो जाएगा तथा वर्तमान समय में मार्ग निर्माण का कार्य लगभग 70 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। रामगुलेला के पीछे अमावा मंदिर की चार दिवारी और रंग महल की चारदीवारी को गिराया जा चुका है। अब राम जन्मभूमि के भीतर से ही शेष कार्य होना है तथा जैसा कि आप देख सकते हैं कि भूमि अधिग्रहण, भवन आदि ध्वस्तीकरण, मिट्टी की पटाई व समतलीकरण आदि का कार्य पूर्ण हो चुका है अब इसके पश्चात एक भव्य मार्ग शीघ्र ही श्रद्धालुओं को किसी पुरस्कार स्वरूप मिलेगा।
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जानकारी हेतु बता दें कि रामगुलेला के पास एक नवीन चौराहा भी बनाए जाने की योजना है। जिसका नाम रामकोट चौराहा हो सकता है। अभी राम जन्मभूमि दर्शन के लिए क्रॉसिंग-टू से प्रवेश करना होता है। क्रॉसिंग-टू रामकचेहरी मंदिर से सटी है। यहां श्रद्धालुओं की जांच के पश्चात रामलला के दर्शन के लिए प्रवेश मिलता है। रामलला के दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ने पर यहां लंबी लाइन लग जाती है। ऐसे में भक्तों की सुविधा व रामलला के दर्शनार्थियो की बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि तक 80 फीट चौड़ा मार्ग सज्ज किया जा रहा है।
एक और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए बता दें कि निकट भविष्य में रामकोट के कई मंदिर राम परिसर का भाग हो सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर इसी क्रम में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी अयोध्या पहुंचे थे और उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ राम जन्मभूमि की सुरक्षा व भक्तों की सुविधाओं पर मंथन किया। उन्होंने सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि तक निर्माणाधीन संपर्क मार्ग का भी निरीक्षण किया और स्थानीय दुकानदारों से बात भी की। दुकानदारों को आश्वस्त किया कि विकास कार्य उनकी भावना के अनुरूप किया जाएगा।

आपको हम बता दें कि अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 500 दुकानें अयोध्या के विभिन्न स्थानों में बनाने का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। शीघ्र ही उस पर कार्य चालू होगा जिसको लेकर अवनीश अवस्थी ने निरीक्षण भी किया है। रामजन्मभूमि परिसर के विस्तार सहित कई योजनाओं पर काम चल रहा है। ऐसे में रामकोट के भूगोल में परिवर्तन हो रहा है।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह विशेष प्रस्तुति व Exclusive Ground Report पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में जय श्री राम अवश्य लिखें।
अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें: