योगी राज में यूपी को धार्मिक हाईवे की मिली सौगात – Kanwar Highway
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एक ट्रिलियन डॉलर के इकोनामी बनने के साथ ही तीव्र गति से विकास कर रहे भारत का एकमात्र एक्सप्रेसवे स्टेट उत्तर प्रदेश में योगी राज में एक और नया हाईवे (Kanwar Highway) बनने जा रहा है जो गाड़ियों के लिए नहीं अपितु कांवर यात्रा के लिए भी होगा विशेष।
जैसा कि हम सभी जानते हैं की डबल इंजन की भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश नित्य नवीन ऊंचाइयों को छू रहा है। तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देशन में उत्तर प्रदेश एक एक्सप्रेस प्रदेश बन करके समस्त भारत को एक नई ऊंचाई पर ले जाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
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इसी क्रम में हम आपको बता दें की काशी को एक ऐसे नवीन हाइवे की सौगात मिलने वाली है जो कांवर यात्रा व कांवरियों के लिए तो विशेष होगा ही परंतु वाहनों के लिए किस प्रकार से होगा लाभदायक।
मित्रों हम सभी जानते हैं कि काशी अर्थात विश्व की सबसे प्राचीन जीवित नगर में दर्शनार्थियों श्रद्धालुओं, पर्यटकों का का आगमन सदैव बना रहता है। जिसके कारण से वाराणसी को जोड़ने वाले सभी मार्गों को सुदृढ़ व अत्याधुनिक बनाया गया है। जिसमें वाराणसी प्रयागराज हाईवे वाराणसी गोरखपुर हाईवे है। वाराणसी कोलकाता के लिए भी एक्सप्रेसवे बन रहा है। तथा इसके अतिरिक्त कई सारे मार्गों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। रिंग रोड का निर्माण एक व दो के पैकेज अंतर्गत पहले ही हो चुका है।
परंतु आप बताइए क्या यह समग्र विकास है? क्योंकि यह सभी तो मुख्यतः वाहनों को ही गति प्रदान करते हैं तो क्या देश की अर्थव्यवस्था में धर्म का कोई योगदान नहीं है? और यदि है तो धार्मिक यात्रा करने वालों के लिए इनमें से क्या है? इसी कमी को समझते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में एक नई परियोजना पर कार्ययोजना बनी है जिसके अंतर्गत अब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से लेकर वाराणसी तक एक कांवर हाइवे बनेगा।
बता दें कि श्रावण मास में प्रयागराज से बड़ी संख्या में कांवड़िये काशी विश्वनाथ मंदिर में गंगाजल चढ़ाने के लिए वाराणसी आते हैं। यह लगभग 120 किलोमीटर की कठिन यात्रा होती है। और कांवरियों द्वारा NH19 को ही मुख्य रूप से इस यात्रा के लिए प्रयोग में लिया जाता है क्योंकि यह मार्ग सबसे उचित व उपयुक्त है।
परियोजना की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि प्रयागराज से वाराणसी के मध्य कांवड़ मार्ग का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। यह मुख्य मार्ग के दोनों ओर 3.73 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। इसके लिए फुटपाथ एवं सर्विस लेन का प्रयोग किया जाएगा। कांवर हाइवे परियोजना हेतु लोक निर्माण विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। और इसे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अनुमति भी मिल गई है।
कांवर हाइवे परियोजना की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि डीएम संजय कुमार खत्री के अनुसार कांवड़ मार्ग मुख्य मार्ग के दोनों ओर बनेगा, जो 3.73 मीटर चौड़ा होगा। उनका कहना है कि प्रयागराज जिले के अंतर्गत शास्त्री ब्रिज से बरौत के बीच तीन प्रमुख बाजार हैं। इन बाजारों में फुटपाथ एवं जल निकासी वाले स्थान पर कांवड़ मार्ग बनाया जाएगा।
सामान्यतः देखा जाता है किसी भी नवीन मार्ग निर्माण अथवा चौड़ीकरण के लिए सर्वप्रथम भूमि व भवन अधिग्रहण व ध्वस्तीकरण होता है परंतु इस परियोजना में महत्वपूर्ण यह है कि कांवड़ मार्ग के लिए अलग से मकान एवं दुकान नहीं तोड़ने होंगे। अधिकारियों के अनुसार हंडिया से झूंसी के मध्य फोर लेन की सड़क स्वीकृत हो गई है। इसका निर्माण शीघ्र ही आरंभ होगा। इस सड़क के किनारे हनुमानगंज समेत अन्य बाजार में भी सर्विस लेन एवं फुटपाथ का निर्माण कराया जाएगा। इन्हें ही कांवड़ मार्ग में परिवर्तित कर दिया जाएगा। ऐसे में कांवड़ मार्ग के लिए अलग से भूमि की आवश्यकता नहीं होगी और न ही कोई तोड़फोड़ करनी होगी।
बता दें कि श्रावण मास में प्रयागराज से बड़ी संख्या में कांवड़िये काशी विश्वनाथ मंदिर में गंगाजल चढ़ाने के लिए वाराणसी जाते हैं। इनकी अधिक संख्या को देखते हुए अन्य वाहनाें के लिए एक ओर का मार्ग बंद कर दिया जाता है। इससे पूरे महीने जाम की स्थिति रहती है। इस समस्या के निदान के लिए प्रयागराज से वाराणसी मध्य के लिए कांवड़ मार्ग का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया है।
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परियोजना से एक और महत्वपूर्ण जानकारी देने हेतु बता दें कि कांवड़ मार्ग का निर्माण मेला के बजट से होना है। इसके प्रस्ताव को उप मुख्यमंत्री की स्वीकृति भी मिल गई है परंतु कुंभ के प्रस्ताव में इसे सम्मिलित नहीं किया गया है। ऐसे में इसके निर्माण में थोड़ा विलम्ब होने की संभावना भी बन गई है।
धर्म के बिना समृद्ध राष्ट्र का निर्माण नहीं हो सकता क्योंकि की धर्म ही मनुष्य को एक सूत्र में बांध कर रखता है। और भारतवर्ष में तो धर्म का विशेष महत्व है। तथा वर्तमान सरकार धर्म संस्कृति का पुनः उत्कर्ष कर भारत का मान सम्मान समस्त विश्व में हिमालय जैसा ऊंचा करने का पूरा प्रयास कर रही है। जिसका यह मात्र एक छोटा सा प्रयास है।
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महत्वपूर्ण यह है कि साधारणतया कोई भी एक्सप्रेसवे अथवा हाइवे जो होते हैं वह सभी एक साधारण मार्ग हैं जो केवल वाहनों को ही गति प्रदान करते हैं। परंतु अब जो कांवर हाइवे बनने वाला है वो वाहनों के साथ कांवर यात्रा को भी गति प्रदान करेगा। इससे न केवल कांवरियों को सुविधा होगी अपितु कांवर श्रद्धालुओं द्वारा साधारण मार्ग का प्रयोग करने से होने वाली दुर्घटनाओं को भी कमतर किया जा सकेगा।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको कांवर हाइवे परियोजना की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-