संगम नगरी को बड़ी सौगात, प्रयागराज रिंग रोड ने पकड़ी रफ़्तार

भारतवर्ष की संगम नगरी में अब बहेगी विकास की धारा, अति शीघ्र अब प्रयागराज में रिंग रोड का सपना साकार होने वाला है।

प्रयागराज

यूपी में चारों ओर सभी नगर व जिले में विकास कार्यों ने गति पकड़ रखी है तथा काशी व अयोध्या की ही प्रकार से अब संगम तीर्थ प्रयागराज के भी विकास में रिंग रोड महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

संक्षेप में प्रयागराज रिंग रोड के काल चक्र की जानकारी देते हुए बता दें की सबसे पहले 17 सितंबर 2016 को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लखनऊ में आउटर रिंग रोड के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रयागराज में रिंग रोड बनाने की घोषणा की थी। तत्पश्चात सितंबर 2018 को पुनः अख़बारों में नगरवासियों के लिए इनर रिंग रोड के सौगात की खबर छपी थी। परंतु प्रयागराज रिंग रोड परियोजना को पंख अंततः अब लगे हैं।

प्रयागराज रिंग रोड परियोजना की जानकारी के लिए बता दें की इस महत्वपूर्ण परियोजना का स्वरूप भी वृहद होगा, तथा इसका निर्माण दो चरणों में होगा।

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प्रयागराज रिंग रोड परियोजना के चरणों के अंतर्गत होने वाली भूमि अधिग्रहण की जानकारी के लिए बता दें की पहले चरण में रिंग रोड बनाने के लिए 4500 किसानों की 221 हेक्टेयर अर्थात 884 बीघा भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों से दस्तावेज मांगे भी जा चुके है। पहले चरण में प्रयागराज की दो तहसील करछना और फूलपुर में कुल 45 गांवों के किसानों से भूमि का अधिग्रहण होगा।

इसपर और अधिक जानकारी के लिए बता दें की इस रिग रोड का निर्माण कौड़िहार ब्लाक में कानपुर-वाराणसी रोड से आरंभ होगा। गंगा पर ब्रिज बनाते हुए भगवतपुर के कई ब्लाक से होते हुए यह यमुना पार करेगा। यमुना पार रीवा रोड को पार करते हुए करछना तहसील के कई गांवों से गुजरते हुए गंगा पार झूंसी की ओर पहुंचेगा। फिर फूलपुर तहसील के कई गांवों से होते हुए वाराणसी रोड पर मिलेगा। यह रिग रोड कुल 65.066 किलोमीटर का होगा परंतु पहले चरण में रीवा रोड से वाराणसी रोड तक 29.466 किलोमीटर का ही बनेगा। इसके लिए कुल 221.8271 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण करने के लिए भूमि अध्याप्ति अधिकारी इंद्रभान तिवारी ने अधिसूचना जारी कर दी है। शीघ्र ही करछना के 23 और फूलपुर के 21 गांवों की भूमि के अधिग्रहण का काम आरंभ होगा।

तथा यह प्रयागराज रिंग रोड यहाँ के जिन गाँवों से होकर गुजरेगा उनके नाम आपके स्क्रीन पर उपलब्ध हैं।

करछना तहसील के गांव बगबना, बेलवट, चक पीर मोहम्मद, चक शोभाराम, चक अताउल्ला, चक हिदायतउल्ला, चक पूरे कला, चक पूरे मियां खुद, चक मीर फजल अली, चंपतपुर, गंगापुर कछार, घोघापुर, लवायन कला कछार, लवायन कला उपरहार, महुआरी, मसिका, नेवादा समोगर, नीबी तालुका खुर्द, पालपुर, पूरा पांडेय, पूरे खगन, रेही तालुका पंवरी, सारंगापुर से होकर गुजरेगा।

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ऐसे ही फूलपुर के गांव अंदावा, बजहा, भोजपुर, भोपतपुर, चक जोहरा, चकिया हिनौता, गोतावा, जगबंधनपुर, कनिहार, खोदायपुर उर्फ कसगांव, कुआंडीह, लोरीपुर, महरौड़ा, मनिकापुर, मुकुंदपुर, नवाबा उर्फ नीबी कला उपरहार, नसीरापुर, नीमी कला कछार, राजूपुर, बरियारी हैं।

बता दें की प्रयागराज रिंग रोड प्रोजेक्ट की लागत है 7261 करोड़ रुपये। तथा पहले फेज के रोड निर्माण की लागत 2990 करोड़ रुपये रहेगी। एवं दूसरे फेज में लगभग 35 किमी की दूरी में काम होना है जिसकी लागत 4271 करोड़ रुपये होगी।

रिंग रोड

जानकारी के लिए बता दें की कानपुर से वाराणसी जाने वाले राजमार्ग पर इनररिंग रोड का प्रथम चरण का निर्माण, कुंभ-2025 को देखते हुए अभी केवल 29 किमी का ही कराया जाएगा। इसके लिए रीवा रोड पर पालपुर गांव से इस इनर रिंग रोड आरंभ होगा। तत्पश्चात जीटी रोड पर महुआरी, लवाइन कला होते हुए अंदावा के रास्ते इस रिंग रोड को आगे ले जाकर सहसों में फिर एनएच-2 से मिला दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त रिंग रोड का दूसरा चरण रीवा रोड से कौडि़हार के बीच तैयार होगा।

बता दें की दो चरणों में बनने वाली लगभग 68 किलोमीटर लंबी यह इनर रिंग रोड छह तहसीलों के 155 गांवों से होकर गुजरेगी। इनमें सदर के साथ सोरांव, करछना, फूलपुर, बारा व हंडिया तहसील के गांव होंगे। परंतु, प्रथम चरण में केवल 45 गांव प्रभावित होंगे। इनर रिंग रोड के बन जाने से कानपुर से मध्य प्रदेश जाने वाले वाहनों को नगर में प्रवेश नहीं करना होगा। वहीं, एमपी से कानपुर या वाराणसी जाने वालों को भी इससे अत्यंत सुविधा मिलेगी। बिना नगर में प्रवेश किए इनर रिंग रोड के रास्ते ही इन रूटों के वाहन निकल जाएंगे। इससे नगर के लोगों को जाम की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा। इसके अतिरिक्त कई स्थानों पर संपर्क मार्ग बनने से जिले के ग्रामीणांचल क्षेत्रों के लोगों को भी काफी सुविधा मिलेगी।

यही नहीं 68 किमी की रिंग रोड के बीच में चार नए आरओबी और तीन पुल भी बनेंगे। इसमें दो पुल गंगा पर व एक यमुना पर बनाए जाएंगे। गंगा पर लवायन कला के पास तीन किमी लंबा पुल बनाया जाएगा। इसी तरह खुरेसर कछार में भी गंगा पर एक किमी लंबा पुल बनेगा। इसके अतिरिक्त यमुना नदी पर बसवार के पास एक किमी लंबा पुल बनाने का प्रस्ताव है।

अब यदि प्रयागराज रिंग रोड परियोजना की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी दें तो आपको बता दें की एनएचएआइ के प्रयागराज इकाई के परियोजना निदेशक एके राय के अनुसार रिंग रोड के पहले फेज का कार्य आरंभ करने के लिए शीघ्र ही किसानों से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। तथा अगले वित्तीय वर्ष में कार्य आरंभ हो जाएगा। एवं पहले फेज का कार्य आरंभ होने के पश्चात दूसरे फेज के लिए भी तैयारी आरंभ हो जाएगी।

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इसपर अधिक जानकारी के लिए बता दें की रिंग रोड के पहले फेज के लिए किसानों से भूमि अधिग्रहण करने का काम अप्रैल से आरंभ हो जाएगा। तथा रिंग रोड का निर्माण जुलाई में आरंभ हो जाएगा। यही नहीं रिंग रोड के पहले चरण का कार्य वर्ष 2025 में लगने वाले महाकुंभ से पहले पूरा किया जाना है। अर्थात पहले चरण में तैयार होने वाली रिंग रोड का कार्य अक्टूबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

यह भी बता दें की जिले के विकास की डगर मानी जा रही इनर रिंग रोड परियोजना के लिए प्रथम चरण में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। परियोजना के क्रियान्वयन में क्षतिपूर्ति के विवाद से जुड़ीं 59 आपत्तियों का अधिकारी ने निस्तारण भी कर दिया है। पांच जनवरी को इस परियोजना की आधारशिला रखने के लिए केंद्रीय सड़क-परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आ सकते हैं।

बता दें कि इनर रिंग रोड परियोजना से प्रभावित होने वाले किसानों की भूमि, भवनों, बगीचों, कुओं के स्वामित्व विवाद के अतिरिक्त क्षतिपूर्ति संबंधी आपत्तियों का निस्तारण कर लिया गया है। परियोजना में क्षतिपूर्ति को लेकर आईं कुल 59 आपत्तियों का निस्तारण कर लिया गया है। आपत्तियों का निस्तारण होने के साथ ही नेशनल हाईवे की धारा थ्री-ए के अअन्तर्गत भूमि का अधिग्रहण व प्रक्रिया पूरा कर लिया गया है। शीघ्र ही प्रभावित किसानों का विवरण और भूमि का रकबा जारी कर दिया जाएगा, ताकि क्षतिपूर्ति वितरण के साथ ही कार्य आरंभ कराया जा सके।

महत्वपूर्ण है प्रयागराज के निकट काशी में बना नया रिंग रोड जिस प्रकार से यूपी में हो रहे विकास की आधारभूत संरचना सुदृढ़ कर रहा है तथा वर्तमान सरकार की परिकल्पना को साकार कर रहा है ठिक उसी प्रकार से संगम नगरी प्रयागराज में भी ऐसे ही विकास को गति मिलने की अपेक्षा है।

मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई प्रयागराज रिंग रोड की विशेष जानकारी पसंद आई हो तो आपने गाँव नगर अथवा जिले का नाम कमेंट बाॅक्स में अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:

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2 thoughts on “संगम नगरी को बड़ी सौगात, प्रयागराज रिंग रोड ने पकड़ी रफ़्तार

  • February 1, 2022 at 6:23 pm
    Permalink

    Barawa se jayegi kya inar Ring rod

    Reply
  • February 1, 2022 at 6:25 pm
    Permalink

    Dusre pej me barawa and bisona se jayega kya inar ring rod

    Reply

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