मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन पर निर्माण कार्य ने पकड़ी रफ़्तार
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देश के विकास को गति प्रदान करने के उद्देश्य से भारत में वृहद High speed trains का जाल बिछ रहा है जिसमें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात मुख्य मार्ग दर्शक की भूमिका निभा रहा है।
भारत में जब बुलेट ट्रेन (Bullet Train) चलाने की योजना बनी तो इसमें सबसे पहले मुंबई से लेकर करणावती तक अर्थात वर्तमान के अहमदाबाद को चुना गया था। तथा इस परियोजना की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है। एवं इसमें कुल 12 स्टेशन बनने हैं जिनके नाम हैं :
1. मुंबई (बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स)
2. ठाणे
3. विरार
4. बोइसर
5. वापी
6. बिलिमोरा
7. सूरत
8. भरूच
9. वडोदरा
10. आनंद / नडियाद
11. अहमदाबाद और
12. साबरमती
बता दें की मुंबई – अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना के अंतर्गत जो 508 किलोमीटर लंबाई की पहली बुलेट ट्रेन ट्रैक बननी है। उस 508 किलोमीटर में से, 352 किलोमीटर का भाग गुजरात में और दादरा और नगर हवेली में 4 किलोमीटर और शेष 156 किलोमीटर का भाग महाराष्ट्र में स्थित है।
बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी, और इसकी अधिकतम गति 350 किलीमीटर प्रति घंटे होगी। मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन के लिए अलग से हाई स्पीड ट्रैक बिछाया जा रहा है। ये ट्रेन समुद्र के भीतर से भी गुजरेगी। बुलेट ट्रेन इस रूट पर कुल 508 किलोमीटर की दूरी को औसत 2 घंटे में पूरी करेगी। तथा इस परियोजना की लागत 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये अनुमानित है। जिसमें से 88000 करोड़ रुपये जापान के सहायतार्थ है। भारत सरकार 17000 करोड़ लगा रही है तथा गुजरात व महाराष्ट्र सरकार का मिलाकर 5000 करोड़ रुपये का योगदान है।
इस परियोजना की आधारशिला भारत और जापान के प्रधानमंत्रियों द्वारा 14 सितंबर, वर्ष 2017 को रखी गई थी, जिसके पश्चात वडोदरा में 4000 कर्मचारी हाई-स्पीड रेल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के लिए निर्माण कार्य आरंभ हुआ। तथा भारत सरकार ने इस परियोजना के पूर्ण होने की तिथि निर्धारित किया था 15 अगस्त, 2022 परंतु महाराष्ट्र में आवश्यकता अनुसार भूमि अधिग्रहण ना हो पाने के कारणों से विलंब हो रहा है। तथा पिछले दिनों केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि देश की हाई स्पीड बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना पर काम तेजी से हो रहा है। और उन्होंने कहा वर्ष 2026 से यह बुलेट ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेगी।
आइए अब हम आपको यह भी बताते हैं की भारत के पहले इस मुंबई अहमदाबाद बुलेट परियोजना के निर्माण कार्य की क्या है वर्तमान परिस्थिति एवं आपको इस परियोजना पर हो रहे निर्माण कार्य की वास्तविक वर्तमान दृश्य दिखाते हुए बता दें की मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल के परियोजना के अंतर्गत गुजरात में कुल 352 किलोमीटर मार्ग में से 98.6 प्रतिशत के लिए भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है और उस पर निर्माण कार्य आरंभ कर दिया गया है। तथा महाराष्ट्र में भी परियोजना के अंतर्गत 62 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार गुजरात में 81 किलोमीटर के मार्ग में पाइलिंग, 30 किलोमीटर मार्ग की लंबाई में आधार और 20 किलोमीटर की लंबाई में पियर का कार्य पूरा कर लिया गया है।
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रेल मंत्रालय के एक वक्तव्य के अनुसार नवसारी जिले में पडगह, नसीलपुर गांवों और कुछ अन्य स्थानों पर पाइल कैप और गर्डर की ढलाई के प्रारंभिक कार्य भी संचालित है।
एवं दमन गंगा नदी के ऊपर पुल की नींव रखी जा रही है।
रेल मंत्रालय के अनुसार हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए गुजरात राज्य 352 किलोमीटर में, शत-प्रतिशत सिविल निविदाएं भारतीय ठेकेदारों को प्रदान की गई हैं। राज्य में 98.6 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है और पूरी 352 किलोमीटर की लंबाई में अधिग्रहीत भूमि पर लोक-निर्माण कार्य आरंभ हो गया है।
बता दें की गुजरात के कुल आठ जिलों से गुजरने वाले मार्ग पर भूस्तंभों अर्थात पाइल, फाउंडेशन, पियर, पियर कैप, मार्ग सेतु और स्टेशनों के लिए गर्डर की ढलाई और उन्हें स्थापित करने का कार्य आरंभ हो चुका है।
यही नहीं 352 किलोमीटर में से, 325 किलोमीटर में भू-तकनीकी जांच का कार्य पूरा भी कर लिया गया है। इसके लिए सूरत में एशिया की सबसे बड़ी भू-तकनीकी प्रयोगशाला विकसित की गई है।
रेलवे के अनुसार 110 किलोमीटर की लंबाई में भूस्तंभों (पाइल), पाइल कैप्स, ओपन फाउंडेशन, वेल फाउंडेशन, पियर, पियर कैप का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
गुजरात में 352 किलोमीटर में से 81 किलोमीटर की लंबाई में पाइलिंग, 30 किलोमीटर की लंबाई में फाउंडेशन और 20 किलोमीटर की लंबाई में पियर का काम पूरा कर लिया गया है।
सबसे बड़ी बात यह है कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड अर्थात NHSRCL के अनुसार वर्ष 2026 में सबसे पहले सूरत से बिलिमोरा के मध्य में बने सेक्शन पर बुलेट ट्रेन का ट्रायल आरंभ किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें की यह सेक्शन 63 किलोमीटर का है। तथा इस मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के अंतर्गत सबसे तेजी से कार्य सूरत-नवसारी-वापी के मध्य में किया जा रहा है।
बता दें कि 508 किलोमीटर के इस पूरे रूट पर 8 हजार पिलर बनाए जाने हैं। जिनमें से गुजरात के अंदर 20 किलोमीटर में 502 पिलर बनकर तैयार हो गए हैं।
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गुजरात की बात हो ही रही है तो आपको बता दें की रेलवे के साथ निर्बाध एकीकरण सुनिश्चित करने के लिए, वडोदरा में बुलेट ट्रेन स्टेशन को भारतीय रेलवे के वडोदरा स्टेशन के वर्तमान प्लेटफॉर्म संख्या -7 के ऊपर बनाने की योजना है। इस एकीकरण के साथ, यात्रियों को बुलेट ट्रेन और साधारण भारतीय रेलवे के मध्य सरल स्थानांतरण की सुविधा मिलेगी।
बता दें की NHSRCL ने साबरमती, अहमदाबाद, आनंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा और वापी में आठ HSR स्टेशनों और साबरमती और सूरत में दो रोलिंग स्टॉक डिपो के लिए सिविल अनुबंध भी प्रदान कर दिया है।
हाल ही में, NHSRCL ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए गुजरात राज्य के वडोदरा में एक HSR स्टेशन सहित लगभग 8 किलोमीटर के वायडक्ट के डिजाइन और निर्माण के लिए मेसर्स लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड अर्थात L&T के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
यह भी बता दें की मुंबई से करणावती के मध्य 12 स्टेशनों की दूरी यह बुलेट ट्रेन पीक आवर्स में 20 मिनट और नॉन-पीक आवर्स में 30 मिनट की फ्रीक्वेंसी के साथ प्रतिदिन एक दिशा में 35 ट्रेनें होंगी। लिमिटेड स्टॉप (सूरत और वडोदरा में) के साथ, ट्रेन इस दूरी को 1 घंटे और 58 मिनट में तय करेगी। शेष सभी स्टॉप के साथ 2 घंटे 57 मिनट लगेंगे। एवं Mumbai-Ahmedabad High Speed Rail कॉरिडोर का ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर साबरमती में होगा।
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वैसे जानकारी के लिए बता दें की वर्तमान समय में देश में कई ट्रेनें (India top speed train) हैं, वे 150 किमी प्रति घंटे की गति से अधिक तेजी से दौड़ती हैं। एवं मेड इन इंडिया वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express) की अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। तथा बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी अर्थात वर्तमान की सबसे तीव्र गति से चलने वाली ट्रेन की गति से दोगुनी तो समय भी आधा लगेगा और समय से मूल्यवान भला क्या है।
मित्रों यदि उपरोक्त मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की जानकारी आपको पसंद आई हो तो अपने गांव अथवा जिला का नाम कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें।
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