PM मोदी की काशी को मिली बड़ी सौगात, हुआ दक्षिण से मिलन

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भारत अपने विभिन्न भाषा व शैली के लिए विख्यात है। तथा यहां के सभी प्रांतों की अपनी विशिष्ट इतिहास व महत्व भी हैं जिन्हें जानने के लिए आदिकाल से भारत दर्शन को लोग आते रहे हैं। और इसमें अब भारत गौरव ट्रेन (Bharat Gaurav Train) अपना योगदान दे रहा है।

भारत के वृहद सांस्कृतिक विरासत व इतिहास को बताने के लिए भारतीय रेलवे विभिन्न पैकेजों में भारत भ्रमण का अवसर प्रदान करती है। इसी क्रम में भारतीय रेलवे ने अपनी भारत गौरव यात्रा के अंतर्गत काशी दर्शन ट्रेन का आरंभ किया है जो कर्नाटक के बंगलुरू से चलकर काशी प्रयाग व अयोध्या के दर्शन का अवसर दे रही है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 11 नवंबर को देश की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था जो कि दक्षिण भारत की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। किंतु जिसकी चर्चा कम हुई परंतु वो है अधिक महत्वपूर्ण। वो है बेंगलुरु से वाराणसी (काशी) के लिए भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन जिसको की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत ट्रेन‌ के पश्चात ही हरी झंडी दिखाई थी।

बता दें कि पीएम मोदी ने भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन (Bharat Gaurav Train) आरंभ करने वाला पहला राज्य होने के लिए कर्नाटक की सराहना किया था। यह ट्रेन काशी और कर्नाटक को निकट लाती है। तीर्थयात्री और पर्यटक सरलता से काशी, अयोध्या और प्रयागराज की यात्रा कर सकेंगे।

Bharat Gaurav Train
Bharat Gaurav Kashi Darshan Train

हम आपको अधिक जानकारी हेतु बता दें कि एक सप्ताह की यात्रा करवाने वाली यह रेल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जुड़ाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है। इस रेल की समय सारिणी की जानकारी देने हेतु आपको हम बता दें कि:

पहले दिन, 11 नवंबर को, ट्रेन बेंगलुरु से प्रस्थान किया और बिरूर, हावेरी, हुबली, बेलागवी, रायबाग स्टेशनों से यात्रियों को ट्रेन में सवार किया।
दूसरे दिन, 12 नवंबर रात भर की रेल यात्रा रही
तीसरे दिन, 13 नवंबर को दोपहर पश्चात में ट्रेन वाराणसी रेलवे स्टेशन पहुंची और पर्यटकों को चेक इन करने के लिए होटलों में स्थानांतरित कर दिया गया।

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चौथे दिन, 14 नवंबर को दोपहर के भोजन के पश्चात पर्यटक गंगा में पवित्र स्नान व काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन गंगा आरती आदि किए।
पांचवें दिन, 15 नवंबर को पर्यटकों को अयोध्या का भ्रमण कराया जाना है और अगले दिन अर्थात छठे दिन, 16 नवंबर को यात्री प्रयागराज के दर्शन करने के पश्चात 17 नवंबर को रात भर की यात्रा करेंगे।

और आठवें दिन ट्रेन 18 नवंबर को यात्रा पूरी करेगी, जहां पर्यटकों को वापस उतार दिया जाएगा।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि इस ट्रेन का संख्या है 06553/06554 और इसका मार्ग अर्थात रूट आपके स्क्रीन पर उपलब्ध है।

Vande Bharat Train
Vande Bharat Train

भारत गौरव की काशी दर्शन ट्रेन केएसआर बेंगलुरु से आरंभ हुई है और यह ट्रेन रेल मंत्रालय की भारत गौरव ट्रेन नीति के अंतर्गत कर्नाटक के टूरिज्म विभाग के द्वारा संचालित है।
बता दें कि इस ट्रेन से जो स्थान पर दर्शन व भ्रमण कराया जाएगा वो है:-
वाराणसी म: तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, सारनाथ, काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा आरती।
अयोध्या में: राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी और सरयू घाट।
प्रयागराज में: संगम स्थल व हनुमान मंदिर आदि।

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि इस रेल यात्रा की लागत 20,000 रुपये है, परंतु विभाग 5,000 रुपये की सब्सिडी देगा। तथा कर्नाटक सरकार काशी विश्वनाथ यात्रा तीर्थयात्रियों को 5,000 रुपये की नकद सहायता देगी। सबसे बड़ी बात है कि इस पैकेज में भोजन, आवास और दर्शन सभी कुछ सम्मिलित हैं।

बेंगलुरु से काशी यात्रा पर आ रही भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन 13 नवंबर को काशी आई है। इस ट्रेन में सवार कर्नाटक के लगभग छह सौ तीर्थयात्रियों को सारनाथ स्थित होटल में ठहराया गया। जहां से आगे की यात्रा व दर्शन आरंभ हुआ है।

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भाषा समझना ना पाना एक बड़ा कारण होता है एक प्रांत से दूसरे प्रांत के लोगों को वहां के रहन-सहन जीवन शैली को समझने का भी। और यदि कोई ऐसा माध्यम है जो हमें एक प्रांत से दूसरे प्रांत तक ले जाने में सहयोग दें और वहां के सांस्कृतिक दार्शनिक महत्व को और निकट से अनुभव करने का में सहयोग दें तो काफी हद तक इस विविधता को भी आपस में जुड़ने व एक दूसरे में पिरोने का बहुत बड़ा अवसर मिलता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह सोच और भारतीय रेलवे का अद्वितीय प्रयास अपने आप में भारत को जोड़ने का एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। जो दक्षिण को उत्तर अर्थात दक्षिण भारत को उत्तर भारत से जोड़ने और समझने का अवसर देगा। तो मतभेद को कम करने में भी और एकता को और नई ऊर्जा प्रदान करने में भी एक शुभ अवसर की प्राप्ति होगी।

मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको काशी दर्शन ट्रेन की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:

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