Ram Mandir उद्घाटन से पहले Ayodhya को Ring Road की बड़ी सौगात
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Ayodhya Ring Road : यदि आपको यह लग रहा कि अयोध्या अब सुंदर हो गई है या फिर यहां पर विकास हो गया है। तो आप ग़लत हैं क्योंकि मोदी योगी सरकार ने अयोध्या को अब एक नए ऊंचाई पर ले जाने की योजना पर कार्य भी आरंभ कर दिया है।
Ayodhya Ring Road : त्रेता युग में अयोध्या जी कितनी भव्य रही होंगी, इसकी अनुभूति अब अयोध्या आने वाले सभी दर्शनार्थियों व श्रद्धालुओं को होने लगी है। देश के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल अर्थात अयोध्याजी की पावन धरा पर वर्तमान समय में भगवान श्री राम चंद्र के भव्य मंदिर निर्माण के साथ संपूर्ण अयोध्या का कायाकल्प करने पर कार्य संचालित है।
बता दें कि अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को देखते हुए इस नगरी तक पहुंच को सरल बनाने पर भी कार्य आरंभ हो गया है। अयोध्या में राममंदिर निर्माण का कार्य चलने के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है। देश के प्रत्येक कोने से लोग यहां पहुंच रहे हैं। अपनी पुरातन संस्कृति को समेटे हुए इस धार्मिक नगरी को पर्यटन के दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना गया है। इसको देखते हुए नगर के रिंग रोड की योजना तैयार की गई है।
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अयोध्या रिंग रोड परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि राम मंदिर की परिधि में बनाए जाने वाले रिंग रोड के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इसके लिए अधिग्रहण की गई भूमि की अधिसूचना जारी कर दी गई है। गजट में आपत्ति करने वालों को 21 दिन का समय दिया गया है। सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की जारी अधिसूचना रिंग रोड निर्माण के लिए 29 दिसंबर 23 सरकार ने निर्माण के लिए अंतिम मुहर लगा दी है।
सोहावल तहसील के 11 और सदर तहसील के 14 राजस्व गांवो से गुजर रही इस रिंग रोड में 596 किसानों की 47.887 हेक्टेयर भूमि को अधिग्रहण किया गया है जिनसे होकर सड़क गुजरेगी। अभी भी आपत्ति कर्ता किसानों को प्रकाशन से 21 दिनों के भीतर आपत्ति करने का अंतिम अवसर दिया गया है जो विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी अयोध्या को दे सकते है।
अयोध्या रिंग रोड के सीमा की जानकारी देने हेतु बता दें कि सोहावल तहसील के कटरौली, मंगलसी उपरहार, जगनपुर, रसूलपुर, भिटौरा, चिर्रा, हूंसेपुर, बिछिया, मऊ यदुबंशपुर, सोफियापारा,खानपुर। सदर तहसील के रामदत्तपुर, अतरावा, रामपुर हलवारा उपरहर, बिरौली, शिवदासपुर, भदोखर, उदरपुर, सुखापुर, इटौरा, ददेरा,वैसिंग, समहाखुर्द, पाराखान आदि गांव की भूमि इस परियोजना में सम्मिलित हैं।
अधिसूचना का प्रकाशन होने का अर्थ है की निर्माण अब शीघ्र ही आरंभ हो जाएगा। बता दें कि प्रभावित किसानों को भूमि का मूल्य पहले ही मिल चुका है रजिस्ट्री हो चुकी है। शासन की औपचारिकता भी इस प्रकाशन से पूरी हो गई है।
अयोध्या आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की दिन प्रतिदिन बढ़ती भारी संख्या को देखते हुए रिंग रोड का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। 70 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड में अयोध्या के 36 गोंडा के 24 और बस्ती जनपद के 11 गांव से यह सड़क गुजरेगी।
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अयोध्या रिंग रोड के लागत की जानकारी हेतु बता दें कि अयोध्या रिंग रोड बस्ती और गोंडा के जिलों से होकर गुजरेगी। रिंग रोड की कुल लागत को 3953 करोड़ रुपये में आंका गया है।
अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट नितीश कुमार के अनुसार रिंग रोड के लिए राज्य सरकार ने अयोध्या के 36 गांवों, गोंडा के 11 गांवों, और बस्ती के 13 गांवों से भूमि अधिग्रहित की है। तथा भूमि अधिग्रहण के पश्चात टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इससे न केवल अयोध्या के अंदर यातायात का दबाव कम होगा। अपितु इन जिलों तक पहुंचना भी सरल हो जाएगा।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि 85 प्रतिशत किसानों से भूमि अधिग्रहण किया गया है। उन्हें भुगतान भी कर दिया गया है। तथा वर्तमान समय में कब्जे की प्रक्रिया संचालित है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की स्वीकृति के पश्चात, कार्य तुरंत आरंभ होगा। तथा इस अयोध्या रिंग रोड का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा। अर्थात NHAI होगी अयोध्या रिंग रोड निर्माण की नोडल एजेंसी।
अयोध्या रिंग रोड परियोजना की विशेषताओं की जानकारी देने हेतु बता दें कि अयोध्या रिंग रोड के निर्माण के लिए जो प्लान को तैयार कराया गया है। उसके अनुसार रिंग रोड पर 11 बड़े और 12 छोटे ब्रिज बनाए जाएंगे। 4 स्थानों पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ- साथ 22 व्हीकल अंडरपास अथवा फ्लाईओवर का निर्माण होगा।
यह भी बता दें कि इस अयोध्या रिंग रोड के निर्माण से नगर के ग्रामीण क्षेत्रों का विकास बढ़ेगा। राममंदिर निर्माण के चलते अयोध्या नगर में भूमि की कीमत पहले ही कई गुना बढ़ गई है। रिंग रोड के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों की भूमि की कीमतें और बढ़ जाएंगी। इसके अतिरिक्त इसके आसपास बड़े होटल और व्यवसायिक गतिविधियों का भी आरंभ होगा।
रामनगरी के आउटर क्षेत्र से होकर बनने वाला रिंग रोड केवल यातायात सुविधा ही नहीं देगा, अपितु लखनऊ, गोरखपुर, आजमगढ़, प्रयागराज, रायबरेली और गोंडा जाने वाले हाईवे से जहां-जहां जुड़ेगा, उन स्थानों पर भव्य सुविधायुक्त आर्थिक जोन भी विकसित होगा।
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लखनऊ-गोरखपुर हाईवे पर यह स्थान घाटमपुर, रायबरेली हाईवे पर मऊयदुवंशपुर, प्रयागराज हाईवे पर मैनुद्दीनपुर, आजगमगढ़ हाईवे पर दशरथ समाधि स्थल के निकट, गोंडा जनपद के कटरा के नए पुल के निकट व रौनाही से गोंडा जाने वाले नए पुल के निकट इस स्थान को चिह्नित किया गया है।
इन सभी स्थानों को कामर्शियल जोन के रूप में विकसित किया जाएगा। सभी स्थानों पर भव्य गेट के साथ धर्मशालाएं भी बनाई जाएगी। इन छह इकोनामिक जोन पर लगभग 1800 कमरों का यात्री निवास बनाए जाने का लक्ष्य है। साथ ही इन स्थानों को व्यावसायिक दृष्टि से अयोध्या विकास प्राधिकरण विकसित करेगा।
इसमें हाईवे व रिंग रोड को क्रास करने वाले स्थान को पूरी तरह से कॉमर्शियल बनाया जाना है। इसमें बड़े कारोबारियों से लेकर लघु व सूक्ष्म उद्योगों को स्थापित करने के साथ छोटे-छोटे दुकानदारों के लिए भी स्थान निर्धारित किया जाएगा। इन सबके अतिरिक्त प्राधिकरण अपनी आवासीय कॉलोनी भी विकसित करेगा।
यह भी बता दें कि सरयू नदी के किनारे, भगवान राम के जन्मस्थल पर एक नई सड़क भी बनाई जा रही है। बांध के किनारे से नई रोड बनाई जाएगी। यह एक फोरलेन होगा जो सुचारु कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करेगा। जो गुप्तार घाट तक जोड़ेगी। इस सड़क को “लक्ष्मण पथ” कहा जाएगा। यह लगभग 8 किलोमीटर की होगी। और इसके निर्माण का खर्च लगभग 200 करोड़ है। और इसका कार्य उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त अयोध्या के चौदह कोसी और पंचकोसी मार्ग को विस्तारित किया जा रहा है।
महत्वपूर्ण है कि रिंग रोड का निर्माण होने से अयोध्या नगर पर ट्रैफिक का भार कम होगा। यातायात व्यवस्था भी अभी की तुलना में और बेहतर हो जाएगी। श्रद्धालु सरलता से रामनगरी पहुंच सकेंगे। अयोध्या की विरासत को संभालते हुए नगर को आधुनिक रूप देने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। रिंग रोड के भीतर व बाहरी क्षेत्रों का विकास होने से एक नई अयोध्या भी विकसित हो सकेगी। इससे जिले की लगभग 30 लाख की जनसंख्या को जाम से मुक्ति मिलेगी।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको अयोध्या रिंग रोड परियोजना की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में अपने गांव अथवा जिला का नाम अवश्य लिखें।
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