अब होगा वाराणसी के नए युग का आरम्भ – Varanasi New Township Project
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Varanasi New Township : विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी का अब होगा नवीन युग में प्रवेश क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का होने जा रहा है विस्तार। तथा अब काशी में बसने वाले हैं 6 नवीन नगर। जो होंगे विश्व स्तरीय भी।
Varanasi : देश में हो रहे विभिन्न आधारभूत संरचना के विकास कार्यों में भला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी कैसे पीछे रह सकता है, अपितु वाराणसी को तो अग्रणी भूमिका में होना चाहिए। तो इसी क्रम में नगर की बढ़ती जनसंख्या व आवश्यकता अनुसार अब नगर के बाहर परंतु वाराणसी सीमा में 6 नवीन नगर बसाने की प्रक्रिया ने गति पकड़ ली है।
ऐसे तो विगत 9 वर्षों में वाराणसी का कायाकल्प ही कर दिया गया है। यह हमें बताने की भी आवश्यकता नहीं है। इसी क्रम में नगर की एक बड़ी समस्या का समाधान होने वाला है जो है नगर की बढ़ती जनसंख्या।
परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि वाराणसी हाईवे और रिंग रोड के किनारे 5 टाउनशिप बसाने को लेकर जिला प्रशासन ने प्रक्रिया तेज कर दी है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने प्रस्तावित टाउनशिप की सीमा में आ रहे 39 गांवों के भूमि की रजिस्ट्री कराने से पहले अनापत्ति प्रमाणपत्र लेने का आदेश भी जारी किया है। इसमें कुछ आंशिक गांव भी सम्मिलित हैं।
वाराणसी कलेक्ट्रेट स्थित उप निबंधन और पिंडरा उप निबंधन कार्यालय के बाहर योजना की सीमा में आ रहे गांवों की नोटिस चस्पा कर दी गई है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। बशर्ते वे आराजी नंबर प्रस्तावित योजना की सीमा में नहीं होनी चाहिए।
बसने वाली नवीन नगर की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि वाराणसी विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद संयुक्त रूप से 1214.6 हेक्टेयर भूमि में खाका खींच रहा है। नई आवासीय योजना के अंतर्गत वीडीए और आवास विकास परिषद जिन नगरों को बसाएगा उनके नाम हैं:
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1. काशी द्वार
2. वर्ल्ड सिटी
3. वैदिक सिटी
4. वरुणा विहार एक और
5. वरुणा विहार दो के नाम से पांच योजना प्रस्तावित की है।
पांचों टाउनशिप को बसाने में वाराणसी विकास प्राधिकरण को 1214.6 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। इसके लिए शासन से 17630 करोड़ रुपये की मांग की गई है। हालांकि, वीडीए अन्य प्रक्रिया को पूरी करने में जुटा है जिससे बजट आने के साथ काम आरंभ करने में कोई विलंब नहीं हो। नई टाउनशिप बसाने में वीडीए बिल्डरों से भी सहयोग ले रहा है।
बसने वाले नवीन नगरों में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी देने हेतु बता दें कि इस पुराना और गलियों का नगर होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी कठिनाई से होता है। नगरवासी जाम से जूझते रहते हैं। नगर में भूमि नहीं होने के चलते एक ही मकान में पांच-छह परिवार रहते हैं। चाहकर भी कुछ लोग दूसरे स्थान पर नहीं जा पाते हैं, क्योंकि नगर से दूर उन्हें मूलभूत सुविधा नहीं मिलेगी।
परंतु आवास विकास परिषद की ओर से बसाए जा रहे नवीन नगर में यहां होटल, माल, शांपिंग कांप्लेक्स और आवासीय भवनों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए आसपास के गांवों के काश्तकारों की भूमि अधिग्रहित की जानी है।
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अब हम आपको बता दें कि बसने वाले नवीन नगरों के लिए किन गांवों की भूमि ली जाएगी तो बता दें कि काशी द्वार नगर के लिए पिंडरा तिराहे के पास चकइंदर, जद्दूपुर, पिंडरा, पिंडराई, बहुतरा, बसनी, बेलवां, पुरारघुनाथपुर, कैथौली, समोगरा में होगा भूमि अधिग्रहण।
वैदिक सिटी के लिए सारनाथ के हसनपुर, पतरेवा, सिंहपुर, सथवां और ह्दृयपुर। वर्ल्ड सिटी बझियां, विशुनपुर, देवनाथपुर, हरहुआ, इदिलपुर, मिर्जापुर, प्रतापट्टी, रामसिंहपुर, सिंहापुर, वाजिदपुर का चुनाव किया गया है।
वरुणा विहार एक और दो के लिए रिंग रोड फेज-दो के दोनों ओर, कैलहट, भगतूपुर, कोईराजपुर, गोसाईपुर अठगांवा, लोहरापुर, गोसाईपुर, वीरसिंहपुर, सरवनपुर, वाजिदपुर, सहाबुद्दीनपुर, रामसिंहपुर, सिंगापुर, देवनाथपुर, प्रताप पट्टी गांवों का चयन किया गया है।
वहीं आपको इन नवीन नगरों पर होने वाली लागत की जानकारी देने हेतु बता दें कि इनके लिए बजट की मांग- 17630 करोड़ रुपए, इसमें भूमि के लिए- 11735.67 करोड़ रुपए, इसमें विकास शुल्क होगा- 5894.11 करोड़ रुपए तथा भूमि की आवश्यकता है 1214.6 हेक्टेयर।
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यह भी बता दें कि रिंग रोड बनने के साथ उसके किनारे वीडीए ने नई काशी बसाने की तैयारी तेज की थी परंतु भूमि नहीं मिलने के चलते योजना आगे नहीं बढ़ सकी। इस बार शासन से पूरा सहयोग मिलने के चलते दोनों विभाग तेजी से कार्य कर रहे हैं।
बता दें कि वाराणसी के समग्र विकास के लिए रिंग रोड के आसपास सेक्टोरल डेवलपमेंट और एकीकृत टाउनशिप योजना के लिए सर्वे पूरा कर रिपोर्ट तैयार ली गई है। इस परियोजना की कार्ययोजना शासन स्तर से ही मांगी गई है। यहां पर सुविधाओं के लिए अलग अलग क्षेत्र में आवास विकास परिषद भूमि उपलब्ध कराएगा।
इन सब के अतिरिक्त पूर्वांचल की पहली एकीकृत आवासीय योजना वर्ल्ड एक्सपो सिटी की परिकल्पना को धरातल पर उतारने के लिए भी आवास विकास परिषद ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। किसानों से सहमति बनाने के लिए दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। परिषद ने धारा 28 के अंतर्गत सार्वजनिक सूचना का प्रकाशन भी कर दिया गया है । किसान अब आपत्ति कर सकेंगे। इसके निस्तारण के पश्चात भूमि अधिग्रहण की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि रिंग रोड पर हरहुआ के पास दस गांवों की भूमि को समाहित करते हुए वर्ल्ड एक्सपो सिटी बनाई जाएगी। इसके लिए 457 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। परिषद ने काश्तकारों से सहमति के आधार पर भूमि लेने की योजना बनाई है। इसमें जो भी अड़चनें आएंगी, उनका सकारात्मक समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। गांवों में शिविर लगाकर किसानों को क्षतिपूर्ति व योजना की जानकारी दी जाएगी।
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अधिकारियों के अनुसार वर्ल्ड सिटी एक्सपो को गृहस्थान व बाजार के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए बाझियों, विशुनपरु, देवनाथपुर, इदिलपुर, सिंहपुर, हरहुआ, रामसिंहपुर, वाजिदपुर, प्रतापपट्टी और मिर्जापुर गांवों के काश्तकारों की भूमि अधिग्रहित की जानी है। आवास विकास परिषद के अनुसार काश्तकारों की आपत्तियों के निस्तारण के पश्चात भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।
भूमि मिलने के पश्चात आवास विकास परिषद सड़क, सीवर सहित अन्य जनसुविधाएं विकसित कर निजी विकासकर्ताओं के साथ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर योजना को धरातल पर उतारेगा। इसमें 400 एकड़ को आवासीय क्षेत्र में विकसित करने की योजना है। विकासकर्ताओं की सहायता से बहुमंजिला इमारतों के भी निर्माण की योजना है। कुछ क्षेत्रों में भूखंड भी आवंटित किए जाएंगे।
महत्वपूर्ण है कि नगर के सुनियोजित विकास और विस्तार के लिए रिंग रोड किनारे आवश्यक सुविधाओं के लिए सेक्टोरल डेवलपमेंट की योजना बनाई गई है। इसमें नगर में खुलने वाले नए अस्पतालों के लिए मेडिसिटी, उद्योग और व्यापार के लिए वर्ल्ड सिटी, शिक्षण संस्थानों के लिए विद्या निकेतन की परिकल्पना की गई है।
वरूणा विहार के माध्यम से आवास विकास परिषद आवासीय एकीकृत टाउनशिप को धरातल पर उतारने की तैयारी में है। इससे नगर में दूसरे जिले और प्रदेशों से आने वालों को भी बाहर ही सभी सुविधाएं मिल जाएंगी। इससे नगर में भीड़ का भार भी कम होगा।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको वाराणसी न्यू टाउनशिप परियोजना की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-