वाराणसी के विकास को मिली नई संजीवनी – Kashi Railway Station Redevelopment
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Varanasi : पतितपावनी गंगा तट पर स्थित काशी रेलवे स्टेशन शीघ्र ही देवाधिदेव महादेव के भव्य धाम जैसा दमकेगा। काशी रेलवे स्टेशन (Kashi Railway Station Redevelopment) काशी विश्वनाथ धाम जैसा बनेगा। जिसका शिलान्यास PM नरेंद्र मोदी ने कर दिया है।
Kashii Railway Station Redevelopment : देश में हो रहे विभिन्न आधारभूत संरचना विकास कार्यों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी ने स्वयं को अग्रणी भूमिका में स्थापित किया है। इसी क्रम में एक बड़ी परियोजना का आगमन वाराणसी में हो गया है जो काशी की छवि को और वृहद स्वरूप प्रदान करेगी।
विश्व में विशेष पहचान बना रही काशी के ही प्रकार से यहां का रेलवे स्टेशन भी विश्वस्तरीय होगा। परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि रेलवे बोर्ड ने काशी स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह स्मार्ट बनाने के लिए डिजाइन को मई में ही स्वीकृति दे दी थी। तथा बीते 6 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के 508 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत काशी रेलवे स्टेशन को भी पुनर्विकसित करने के लिए वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर परियोजना का शिलान्यास कर दिया है। जिसके लिए काशी रेलवे स्टेशन पर ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें की विधानसभा सदस्य और राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश डॉ. नीलकंठ तिवारी उपस्थित रहे।
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बता दें कि काशी रेलवे स्टेशन पूर्वी छोर से आने पर गंगा नदी किनारे बना वाराणसी का पहला स्टेशन है और यदि घाट भ्रमण अथवा काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन को जाना हो तो यह निकटतम रेलवे स्टेशन भी है। वर्तमान में यह तीन प्लेटफार्म का स्टेशन है जो अंग्रेजों द्वारा बनवाए गए मालवीय पुल से सटा हुआ है।
परियोजना की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि स्टेशन के पुनर्विकास हेतु बिते मई व जून माह में ही अतिक्रमण को मुक्त कराने हेतु राजघाट पर सर्व सेवा संघ की भूमि को खाली कराई गई थी जो की स्टेशन के सीमा में लाइ जाएगी। स्टेशन के दो प्रवेश द्वार होंगे। द्वितीय गेट जीटी रोड पर होगा । स्टेशन पर छह प्लेटफार्म होंगे। वहीं स्टेशन का भवन तीन मंजिला बनेगा। यात्रियों को ठहरने के लिए यात्री हाल, टिकट काउंटर, फूड कोर्ट, डारमेट्री, आरओबी प्लेटफार्म पर लिफ्ट और एस्केलेटर बनेंगे।
वाहनों के पार्किंग और सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। प्रमुख ट्रेनों का ठहराव स्टेशन पर होगा। मालगाड़ियों के लिए अगल ट्रैक और शेड का निर्माण कराया जाएगा।
आपको हम परिक्षेत्र की ड्रोन व्यू दर्शाते हुए बता दें कि अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत काशी रेलवे स्टेशन का विकास होगा तथा इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत ₹350 करोड़ है।
जिसके अंतर्गत यहां पर जो विकास होगा वो कुछ इस प्रकार से है:
• नगर की समृद्ध विरासत और नागर शैली की मन्दिर वास्तुकला के अनुरूप भव्य स्टेशन भवन का निर्माण।
• 40-60 वर्षो के लिये अनुरूप रहने वाली सुविचारित संकल्पना स्टेशन भवन को व्यस्ततम ट्रैफिक दर 1790 प्रति घंटा के अनुसार डिजाइन किया गया है।
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• रेलवे ट्रैक के दोनो ओर एक समान स्टेशन भवन का निर्माण
• एयर कॉनकोर्स में एक विशाल प्रतीक्षा क्षेत्र होगा जिसमें यात्रियों के लिये अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ बैठने की आरामदायक व्यवस्था व जलपान सुविधाएँ तो होंगी ही डिजिटल साइन बोर्ड भी।
• 10.175 वर्ग मीटर के क्षेत्र में यातायात प्रवाह को सुचारू व्यवस्था तथा प्रयाप्त पार्किंग की सुविधाऐं।
• प्रस्थान और आगमन यात्रियों का पृथककरण तथा यात्री प्रवाह को सरल बनाने के लिए कुल 29 लिफ्ट व 22 एस्केलेटर लगाए जाने की योजना बनाई गई है।
• कुल मिलाकर निर्मित क्षेत्र लगभग 32064 वर्ग मीटर होगा।
• शॉपिंग कियोस्क फूड कोर्ट / प्लाजा वी.आई.पी. लाउंज और पर्यटन केन्द्र जैसी व्यावसायिक गतिविधियों के लिए पर्याप्त स्थान।
• भवन की अन्य प्रमुख विशेषताओं में हरित भवन प्रमाणीकरण, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं तथा छत पर सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन, अपशिष्ट जल / अतिवृष्टि जल का पुनः उपयोग। आपातकालीन पावर बैक-अप सहित अग्निशमन व्यवस्था आदि।
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महत्वपूर्ण है कि स्टेशन के कायाकल्प के पश्चात छवि पूर्णतया परिवर्तित हो जाएगी। कई जोड़ी नई ट्रेनें चलाई जा सकती हैं। स्टेशन की लाइनों को सीधा किया जाएगा, जो कि घुमावदार हैं। अभी काशी रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 12 जोड़ी ट्रेनें चलती हैं। इनकी गति लगभग 30 किलोमीटर प्रतिघंटा रहती है।
यही नहीं स्टेशन पर ही पांच सितारा और सामान्य श्रेणी के होटल बनाने के प्रस्ताव भी हैं। तथा सबसे महत्वपूर्ण मालवीय ब्रिज के समानांतर डबल डेकर पुल भी बनाई जानी है जिससे ट्रेनों की गति भी बढ़ जाएगी।
इसके अतिरिक्त सड़क पार करते ही नमो घाट है। इसे पर्यटन की दृष्टि से सजाया-संवारा जा रहा है। यहां किसी घाट पर जाने के लिए जलयान के साथ ही काशी दर्शन के लिए तीन हेलीपैड बनाए जा रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि योजना के अंतर्गत काशी रेलवे स्टेशन और उसके आसपास तीन मंजिला इंटर मॉडल स्टेशन काशी (Inter Model Station Kashi) बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस स्टेशन पर आगे चलकर बस, ट्रेन और वाटर ट्रांसपोर्ट की सुविधा होगी। स्टेशन पर ही फाइव स्टार होटल होंगे। इसके साथ ही अर्बन हाट और यात्री सुविधाओं से जुड़े अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। तथा कुल मिलाकर ₹3,000 करोड़ की यह योजना लगभग 40 एकड़ भूमि में मूर्त रूप लेगी। एवं इंटर माॅडल स्टेशन शिलान्यास के पश्चात 30 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।
महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में वाराणसी से चुनाव जीतने के पश्चात उन्होंने काशी को परिवर्तित के साथ ही यहां की परंपरा और पौराणिकता को यथावत रखते हुए विकास के दावे किए थे। जो अब कहीं न कहीं पूरे होते दिखाई दे रहे हैं। बहुत से प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं और कुछ ऐसे प्रोजेक्ट हैं, जिनकी प्लानिंग के पश्चात कार्य आरंभ होने जा रहा है। जिसमें काशी रेलवे स्टेशन, पड़ाव रामनगर फोरलेन रोड, सिग्नेचर ब्रिज व ट्विन टॉवर आदि सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त एशिया की पहली अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे पर कार्य अब तीव्र गति से संचालित है जिसकी नवीनतम जानकारी हमारे चैनल पर उपलब्ध है।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको काशी रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
आशिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-