शुरू हुआ श्री राम की 108 फीट ऊँची प्रतिमा का निर्माण
Getting your Trinity Audio player ready...
|
108 Feet Ram Statue Kurnool : मित्रों हम सभी समय के ऐसे स्वर्णिम काल खंड में रहने के साक्षी हैं जब भारतवर्ष में महारानी अहिल्याबाई होलकर के पश्चात पहली बार इतने बड़े स्तर पर सनातन आस्था के धार्मिक स्थलों का निर्माण व जिर्णोद्धार हो रहा है। फिर चाहे वो काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण हो अथवा महाकाल लोक का निर्माण, अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो अथवा केदारनाथ धाम का स्वर्णिम स्वरूप। यह क्रम यहीं नहीं रुकता विंध्याचल सोमनाथ जैसे और भी कई मंदिरों को विकसित किया जा रहा है।
इसी क्रम में हम आपको बता दें कि भारत में वर्तमान काल में ऊंचे प्रतिमाओं का निर्माण भी किया जा रहा है। जिसका आरंभ सरदार वल्लभ भाई पटेल की वर्तमान की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा निर्माण से लेकर सबसे ऊंची शिव प्रतिमा व ऊँची श्री रामानुजाचार्य जी की प्रतिमा जैसे कई प्रतिमाओं के निर्माण के क्रम में अब भगवान श्री राम के सबसे ऊंची प्रतिमा तक पहुंच गई है।
जी हां सनातन आस्था के प्रमुख भगवान श्री राम चन्द्र के 108 फिट ऊंची प्रतिमा के निर्माण का शिलान्यास भी इसी सावन के शुभ अवसर पर हो चुका है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी ने आंध्र प्रदेश के कुरनूल में श्री राघवेंद्र स्वामी मठ द्वारा बनाई जाने वाली प्रभु श्री राम चंद्र जी की 108 फुट ऊंची प्रतिमा की आधारशिला रखी। जो भारत में श्री राम चन्द्र की सबसे ऊँची प्रतिमा होगी। अमित शाह जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रतिमा का शिलान्यास किया।
Read Also
भारत के महाशक्ति बनने का खुला राज़
प्रयागराज रिंग रोड की मिली बड़ी सौगात
बता दें कि कुर्नूल के मंत्रालयम में इस प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। तथा 500 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण किया जा रहा है। ये प्रतिमा आने वाले कई वर्षों तक सनातन धर्म का सन्देश संपूर्ण विश्व को देगा।
इसकी स्थापना के पीछे एक उद्देश्य ये भी है कि वैष्णव परंपरा का भी भारत और विश्व भर में आने वाले समय में और प्रसार हो सके। ‘मंत्रालयम दास साहित्य प्रकल्प’ के अंतर्गत यहां पर कई सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं, जैसे – अन्न दान और विद्या दान। साथ ही लोगों को पीने का स्वच्छ जल भी उपलब्ध कराया जाता है। उन्हें रहने को घर भी दिए जाते हैं। इसके अतिरिक्त गायों की भी रक्षा का दायित्व उठाया जाता है।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि महान विजयनगर साम्राज्य भी तुंगभद्र नदी के किनारे ही स्थित था। और इसी नदी के किनारे 10 एकड़ में यह परियोजना विस्तारित है। विजयनगर साम्राज्य ने पूरे दक्षिण भारत से विदेशी आक्रांताओं को खदेड़ कर स्वदेश और स्वधर्म का शासन स्थापित किया। परंतु तालीकोटा में हुए खतरनाक युद्ध में जीत के पश्चात मुस्लिमों ने राजधानी विजयनगर को लूट लिया था और इसी के साथ दक्षिण के अंतिम हिंदू साम्राज्य का अंत हो गया था।
बता दें कि कुर्नूल एक ऐतिहासिक नगर है, अक्टूबर 1953 से लेकर अक्टूबर 1956 तक यह आंध्रप्रदेश की राजधानी भी रहा है।
Read Also
वाराणसी में एशिया का सबसे बवालिया एअरपोर्ट
अयोध्या श्री राम मंदिर का नया अलौकिक मार्ग Bhakti Path Ayodhya
108 फिट ऊंची प्रतिमा के निर्माण कर्ता की जानकारी देने हेतु बता दें कि इस प्रतिमा प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वनजी सुतार, जो गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति पर अपने काम के लिए जाने जाते हैं, को मूर्ति को डिजाइन करने का काम सौंपा गया है। प्रतिष्ठित श्री राघवेंद्र स्वामी मठ के पास 10 एकड़ की विशाल भूमि में प्रतिमा के सामने भगवान राम का एक भव्य मंदिर भी बनाया जाएगा।
मंदिर के डिजाइन और निर्माण की देखरेख करने वाले वास्तुकारों में से एक डॉ. ए वेलु के कुशल मार्गदर्शन में एक पत्थर की संरचना के रूप में किया जाएगा। मंत्रालयम में राम मंदिर के परिसर में कई छोटे मंदिरों के निर्माण के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएँ तैयार की जा रही हैं। यह प्रतिमा अत्यधिक महत्व रखती है क्योंकि राघवेंद्र स्वामी परमात्मा के प्रबल भक्त थे। इसे ध्यान में रखते हुए, संत ने भगवान राम की मूर्ति की स्थापना के लिए 10 एकड़ भूमि आवंटित की थी।
श्री राम की मूर्ति की स्थापना तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित मंत्रालयम गांव में होगी, जोकि ढाई साल बनकर तैयार होगी।
एक ओर जहां अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण लगभग पूरा हो चला है तो वहीं आंध्र प्रदेश के कुरनूल में स्थापित होने जा रही भगवान राम की ऊंची भव्य प्रतिमा की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आधारशिला रखी है।
Read Also
चार धाम यात्रा अब रेलवे से- Rishikesh Karnprayag Rail Project
दिव्य भव्य स्वरुप में दिखने लगा माँ विंध्यवासिनी धाम – Vindhyavasini Mandir Corridor
यह प्रतिमा क्षेत्र में सनातन धर्म के प्रसार और मजबूती की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी। कुरनूल के मंत्रालयम गांव में स्थापित होने वाली भगवान श्री राम की यह 108 फीट ऊंची प्रतिमा पूरे विश्व को युगों-युगों तक ‘सनातन धर्म’ का संदेश देगी और देश-विदेश में वैष्णव परंपरा को सुदृढ़ करेगी।
यह भी महत्वपूर्ण है कि अयोध्या में भी भगवान श्री राम चन्द्र जी के विशालकाय प्रतिमा का निर्माण होना है जो कि 251 मीटर ऊंचा होगा। जिसके लिए भी कार्य संचालित है। शीघ्र ही हम आपको इसपर भी नवीन जानकारी देंगे।
मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई श्री राम चन्द्र के 108 फिट प्रतिमा निर्माण की जानकारी आपको पसंद आई हो तो वीडियो को लाइक कर कमेंट बाॅक्स में जय श्री राम अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं, इसके अतिरिक्त यदि आप नए दर्शक हैं अथवा अभी आपने चैनल सब्सक्राइब नहीं किया है तो हमारे मनोबल में वृद्धि करने के लिए चैनल को सब्सक्राइब अवश्य करें।
अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-