भारत के महाशक्ति बनने का खुला राज़

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GlobalData के Infra report के अनुसार, भारत में हवाई परिवहन उद्योग विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में से एक है और एक अनुमान के अनुसार यात्री संख्या के मामले में तीसरा सबसे बड़ा उद्योग है।

आश्चर्य की बात नहीं है कि, भारत की हवाईअड्डा निर्माणाधीन परियोजनाएं एशिया चीन के पश्चात दूसरी सबसे अधिक मूल्यवान हैं। जिसकी कीमत 32 अरब डॉलर से अधिक है।

तो हमने सोचा कि क्यों ना आज आपको भारत में निर्माणाधीन यहां की दस सबसे बड़ी हवाईअड्डे परियोजनाओं की जानकारी दें।

तो आइए जानते हैं भारत के निर्माणाधीन 10 सबसे बड़े हवाई अड्डों को (Top 10 Under Construction Airport in India). और यह भी जानते हैं कि उनकी क्षमता लागत क्या होगी तथा कब इनके निर्माण पूर्ण होने की आशा है।

Top 10 Airport in India
AirCraft

तो इस सूची में है:-

10: चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अपग्रेड, चेन्नई: $345m (रु.28bn)

शीर्ष दस में सम्मिलित इस पहली परियोजना में भारत का 5वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा और देश का सबसे पुराना हवाई अड्डा सम्मिलित है, जो 1930 से किसी न किसी रूप में परिचालन में है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के स्वामित्व वाले इस चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट में दो रनवे और तीन टर्मिनल सम्मिलित हैं, जिनमें से एक ने अप्रैल 2023 में निर्माण का पहला चरण पूरा कर लिया है।

नया एकीकृत टर्मिनल अपने दूसरे चरण के पूरा होने पर हवाई अड्डे की क्षमता प्रति वर्ष 23 मिलियन यात्रियों तक लाएगा। जबकि हवाई अड्डे के लिए तीसरा रनवे बनाने की भी योजना थी।

इसके अतिरिक्त, परियोजना में एक नया एकीकृत कार्गो टर्मिनल भी सम्मिलित है तथा सम्पूर्ण परियोजना का निर्माण 2024 के अंत तक पूरा होने की आशा है।

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9: मैसूर हवाई अड्डा रनवे विस्तार, है $420m (रु.34bn)

बता दें कि मैसूर हवाई अड्डे का इतिहास 1940 के दशक का है जब इसका निर्माण मैसूर साम्राज्य द्वारा किया गया था। परंतु वर्तमान टर्मिनल का परिचालन 2010 में आरंभ हुआ था, हालांकि यात्रियों की खराब प्रतिक्रिया के कारण उड़ानें तब तक बंद रहीं जब तक कि भारत सरकार ने अपनी क्षेत्रीय हवाई अड्डा योजना आरंभ नहीं कर दी।

बता दें कि इस एयरपोर्ट के रनवे को 1,740 मीटर से बढ़ाकर 2,795 मीटर तक विस्तारित करने की योजना है जिससे इस हवाई अड्डे पर बोइंग 737 और एयरबस ए 320 जैसे लोकप्रिय बड़े जेट विमानों को उतारने की सुविधा मिलेगी। रनवे के विस्तार ने सरकार को मैसूर को एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में अपग्रेड करने के लिए प्रेरित किया है। तथा पूरी परियोजना 2027 तक समाप्त होने की आशा है।

Top 10 Airport in India
Runway

8: भोगापुरम विजयनगरम ग्रीनफील्ड अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, $593m (Rs49bn)

बता दें कि इस नवीन भोगापुरम हवाई अड्डे का विकास जीएमआर विशाखापत्तनम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में भी जाना जाता है। इसका निर्माण मई 2023 में आरंभ हुआ था और 2025 की आरंभ में पूरा होने की आशा है।

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि यह हवाई अड्डा 2,203 एकड़ क्षेत्र को कवर करेगा, जिसमें एक टर्मिनल और 3,800 मीटर लंबा रनवे सम्मिलित होगा। यह चरण 1 के पूरा होने के पश्चात एक वर्ष में 6 मिलियन यात्रियों और चरण 3 के पश्चात 18 मिलियन यात्रियों को सेवा प्रदान करेगा।

जीएमआर समूह के स्वामित्व वाली यह परियोजना आंध्र प्रदेश हवाई अड्डा विकास निगम (एपीएडीसीएल) और आंध्र प्रदेश सरकार के साथ सार्वजनिक-निजी साझेदारी में बनाई जाएगी।

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7: राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई विस्तार, हैदराबाद, 700m (रु.57bn)

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि इस सार्वजनिक-निजी भागीदारी के अंतर्गत निर्मित भारत का पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा और देश का चौथा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा, राजीव गांधी इंटरनेशनल 2008 से संचालित हो रहा है और प्रति वर्ष लगभग 20 मिलियन यात्रियों को सेवा प्रदान करता है।

परंतु इस हवाई अड्डे के विस्तार से इसकी क्षमता बढ़कर 30 मिलियन यात्रियों तक पहुंच जाएगी और इसके 2023 में ही पूरा होने की आशा है। बता दें कि लार्सन एंड टुब्रो और मेगावाइड कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन इस विस्तार पर कार्य कर रहे हैं।

Hyderabad Airport
Hyderabad Airport

6: ललितपुर हवाई अड्डा का विकास, $1 बिलियन (82 बिलियन रुपये)

बता दें कि ललितपुर हवाई अड्डे का विकास एक दीर्घकालिक परियोजना है जिसमें द्वितीय विश्व युद्ध के समयावधि में ललितपुर में निर्मित हवाई पट्टी का उपयोग करने का प्रयास किया गया है, जो तब से निष्क्रिय पड़ी हुई है।

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मार्च 2021 में इस विकास कार्य को स्वीकृति प्रदान किया था। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के स्वामित्व वाली यह साइट लगभग 90 हेक्टेयर को कवर करेगी और बुन्देलखण्ड क्षेत्र का चौथा हवाईअड्डा बनेगी

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5: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा विस्तार, $1.4 बिलियन (रु.115 बिलियन)

जी हां वर्तमान में भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा और विश्व का नौवां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तार ने 2022 में तीन टर्मिनलों से गुजरने वाले 65 मिलियन यात्रियों के साथ इसकी क्षमता को और भी बढ़ा दिया है।

बता दें कि इस हवाई अड्डे का प्रबंधन दायित्व जीएमआर समूह के पास है। और 2010 में तीसरे टर्मिनल के उद्घाटन के साथ काफी हद तक इसका विस्तार पूरा हो गया है। तथा यहां एक और कार्गो टर्मिनल बनाया गया है परंतु अब और चौथा समानांतर रनवे का निर्माण संचालित है जिसका निर्माण सितंबर 2023 में समाप्त होने की आशा है।

Top 10 Airport in India
mysuru airport

4: बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा विस्तार, $1.9 बिलियन (156 बिलियन रुपये)

बता दें कि पहली बार केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को 2008 में खोला गया था। केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का तीसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है और यह लगातार बड़ा होता जा रहा है। टर्मिनल 2 से इस वर्ष जनवरी में परिचालन आरंभ किया जा चुका है और अब विस्तार के दूसरे चरण के पश्चात, हवाई अड्डे की यात्री प्रबंधन क्षमता प्रति वर्ष 55 मिलियन यात्रियों तक पहुंच जाएगी। यह शीघ्र ही सभी अंतरराष्ट्रीय परिचालन भी संभाल लेगा।

इस हवाई अड्डे का संचालन बैंगलोर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे द्वारा किया जाता है, जिसका अधिकांश स्वामित्व फेयरफैक्स इंडिया होल्डिंग्स के पास है।

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3: नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, $2.3 बिलियन (189 बिलियन रुपये)

बता दें कि मुंबई के लिए एक नया हवाई अड्डा, नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा महानगरीय क्षेत्र में दूसरा हवाई अड्डा बन जाएगा, जो वर्तमान के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ सेवा प्रदान करेगा, जो भारत का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है।

परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि यह नई साइट 1,160 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगी जिसमें तीन यात्री टर्मिनल और दो रनवे के साथ एक घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल होगा। 2025 में निर्माण के पहले चरण के पश्चात यह प्रति वर्ष 25 मिलियन यात्रियों और तीसरे चरण के पश्चात पूरी तरह विस्तारित होने पर यह 90 मिलियन यात्रियों को संभालने में सक्षम होगी।

इस परियोजना पर निर्माण कार्य सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन अदानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड मिलकर कर रहे हैं।

Navi Mumbai International Airport

2: अहमदाबाद का सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का विस्तार, $2.4 बिलियन (197 बिलियन रुपये)

बता दें कि यात्रीयों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार योजना बनाई गई है जिसके अंतर्गत हवाई अड्डे की साइट पर ही एक तीसरा यात्री टर्मिनल और एक नया कार्गो टर्मिनल जोड़ा जाएगा।

इस परियोजना पर निर्माण 2022 के मध्य में आरंभ हुआ जिसपर निर्माण सुरोज बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड कर रही है तथा यह 2026 में पूर्ण होने की आशा है। हवाई अड्डे के संचालन का दायित्व अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के पास है।

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1: नोएडा का जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Jewar International Airport Noida), $4.2 बिलियन (345 बिलियन रुपये)

बता दें कि यह भारत में वर्तमान में चल रही सबसे बड़ी हवाईअड्डा परियोजना है। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा पहली बार 2021 में आरंभ हुआ और 2040 में पूरी तरह से पूर्ण होने की आशा है। इसे ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल की सहायता से विकसित किया जा रहा है।

इस विशाल परियोजना में 2024 तक प्रति वर्ष 12 मिलियन यात्रियों को कवर करने के लिए आरंभिक दो रनवे सम्मिलित होंगे, इसके पश्चात अगले तीन दशकों में धीरे-धीरे विस्तार करके छह रनवे वाला हवाई अड्डा बन जाएगा जो प्रति वर्ष 60 से 120 मिलियन यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा। जिससे यह भारत और एशिया का सबसे बड़ा और विश्व का चौथा सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा।

Jewar Airport Noida
Jewar Airport Noida

आशा है कि हवाई अड्डा दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उच्च यातायात भार को कम करके नोएडा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के मध्य कनेक्टिविटी में सुधार करेगा।

आशा करते हैं कि आपको दी हुई भारत में निर्माणाधीन 10 सबसे बड़े हवाई अड्डे की विशेष जानकारी पसंद आई हो तो आपने गाँव नगर अथवा जिले का नाम कमेंट बाॅक्स में अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।

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