वाराणसी में एशिया का सबसे बवालिया एअरपोर्ट

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Varanasi airport new terminal : विकासपथ पर तीव्र गति से आगे बढ़ रही वाराणसी के लिए एक और शुभ समाचार आया है। और भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के हवाई अड्डे का ऐसा विस्तार जो होगा सबसे विशेष।

Varanasi airport
Varanasi airport

मित्रों हम सभी जानते हैं कि मोदी सरकार ने देश की आधारभूत संरचना को नवीन जीवन प्रदान करने के लिए कितना कार्य किया है, तथा यदि वाराणसी के संदर्भ में बात करी जाए तो विगत 9 वर्षों में वाराणसी का कायाकल्प ही कर दिया गया है। एवं वाराणसी बाबतपुर एयरपोर्ट हाईवे तो अपने आप में विकास का माॅडल है।

बता दें कि पर्यटक संख्या की दृष्टि से गोवा को पछाड़ चुकी वाराणसी एवं धार्मिक दृष्टि सर्वाधिक महत्वपूर्ण नगर काशी में पर्यटकों के इस नगर के प्रति आकर्षण के कारण से वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश में लखनऊ एयरपोर्ट के पश्चात दूसरा सर्वाधिक व्यस्त हवाई अड्डा है।

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इसी को ध्यान में रखते हुए वाराणसी के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की तैयारी है। तथा इसके अंतर्गत एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार किया जाना है।

परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तार का प्रारूप सज्ज कर लिया गया है। साथ ही स्वीकृति के लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 290 एकड़ भूमि की आवश्यकता बताई गई है। इस पर 1030 करोड़ रुपये खर्च होंगे। शासन से स्वीकृति के पश्चात आम सहमति से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।

Varanasi airport new terminal
Varanasi airport new terminal

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि राज्य सरकार से भूमि मिलने के आश्वासन के पश्चात जिला प्रशासन ने सात गांवों में अधिग्रहण का प्रस्ताव सज्ज कर लिया है। इसमें सगुनहा, घमहापुर, करमी, बैकुंठपुर, पुरा रघुनाथपुर और बसनी समेत अन्य गांव सम्मिलित हैं। इन गांवों की 290 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। 857 किसानों की गाटावार भूमि का ब्योरा भी जुटाया गया है।

बता दें कि इस परियोजना में केवल रनवे का विस्तार ही नहीं होगा अपितु नवीन टर्मिनल भी बनेगा। जी हां वास्तव में, 109 एकड़ में रनवे का विस्तार होना है। तथा शेष में दूसरा टर्मिनल भवन का निर्माण प्रस्तावित है। एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं विकसित की जानी हैं। प्रशासन ने जो रिपोर्ट तैयार की है, उसके अनुसार, रनवे विस्तार के लिए पुरा रघुनाथपुर व बसनी में 109 एकड़ भूमि ली जाएगी। दूसरे टर्मिनल सहित अन्य सुविधाओं के लिए घमहापुर, धरमनपुर, सगुनहा, बैकुंठपुर कर्मी और मंगारी से 181 एकड़ भूमि ली जाएगी।

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आपको हम जानकारी हेतु बता दें कि बाबतपुर एयरपोर्ट का रनवे वर्तमान में 2743 मीटर का है। अब इसे बढ़ाकर 4075 मीटर का किया जाना है। ता कि इस पर अब बोइंग और मालवाहन विमानों की लैंडिंग भी हो सके। टेकऑफ में कोई कठिनाई नहीं आएगी।

जानकारी के अनुसार इसके लिए सिडनी की तर्ज पर रनवे के नीचे से टनल बनाने पर सहमति बनी है। एयरपोर्ट विस्तार के लिए 290 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। सर्वे कराकर 1030 करोड़ रुपये की आकलन रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। स्वीकृति और बजट मिलने के पश्चात भूमि अधिग्रहीत की जाएगी।

Air Force One
Air Force One

बता दें कि यह देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा जिसके रन-वे के नीचे टनल (सुरंग) से हाईवे गुजरेगा। एयरपोर्ट रनवे का विस्‍तार होने से यहां अमेरिकी राष्‍ट्रपति के खास विमान एयर फोर्स वन के साथ बोइंग 777 जैसे बड़े विमान भी सरलता से टेकऑफ और लैंड कर सकेंगे।

यह भी बता दें कि वाराणसी एयरपोर्ट के विस्‍तार की योजना 2015 में बनी थी, परंतु इस पर कार्य अब आरंभ होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की हरी झंडी मिलते ही प्रशासन ने एयरपोर्ट के आसपास के सगुनहा, घमहापुर, कर्मी, बैंकुंठपुर, मंगारी, पुरारघुनाथपुर व बसनी गांव में भूमि की बिक्री पर रोक का आदेश जारी किया है। इन गांवों के 857 किसानों की लगभग 290 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। ऐसे में इन गांवों का अस्तित्व मिटने के साथ बड़ी जनसंख्या भी विस्‍थापित होगी। क्षतिपूर्ति के लिए प्रशासन ने किसानों से बातचीत आरंभ कर दी है।

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परियोजना की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि प्‍लान के अनुसार वर्तमान समय में 2745 मीटर रनवे की लंबाई और 1750 मीटर बढ़ाई जाएगी। रनवे का विस्‍तार होने से वाराणसी- सुल्‍तानपुर (एनएच-56) हाईवे टनल के नीचे से गुजरेगा। अर्थात ऊपरी सतह पर विमान उतरेंगे और नीचे से हाइवे गुजरेगा। टनल बनाने को आईआईटी विशेषज्ञों के साथ भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है। विशेषज्ञों के अनुसार टनल इस प्रकार से बनाया जाना प्रस्‍तावित है कि भारी विस्‍फोटक से भी इसे क्षति नहीं पहुंचेगी।

सबसे बड़ी बात यह है कि एयरपोर्ट के विस्‍तार के साथ-साथ कई बड़े प्रॉजेक्‍ट आने से, आने वाले समय में बाबतपुर और आसपास क्षेत्र की छवि बहुत कुछ बदल जाएगी। एयरपोर्ट से आगे के क्षेत्र में सीआईएसएफ, सीआरपीएफ व एनडीआरएफ का ट्रेनिंग सेंटर, सांस्‍कृतिक केंद्र और फिल्‍म सिटी प्रॉजेक्‍ट भी प्रस्‍तावित हैं। इसके लिए करीब 300 एकड़ भूमि प्रशासन ने चिह्नित की है। इसमें अधिकतर भूमि बंजर या फिर ग्राम समाज की होने से थोड़ी बहुत ही भूमि का अधिग्रहण करना होगा। इन प्रॉजेक्‍टस के प्रस्‍ताव सरकार को भेज दिए गए हैं।

Aeroplane Boeing 777
Boeing 777

इसके अतिरिक्त आपको हम बता दें कि सावन के पहले सोमवार के शुभ अवसर पर वाराणसी एयरपोर्ट के पार्किंग में फास्टैग सुविधा का शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया (एएआइ) द्वारा संचालित देश का पहला एयरपोर्ट बन गया जहां अब फास्टैग से वाहनों का पार्किंग शुल्क कटेगा। इस सुविधा के आरंभ होने से विमान यात्रियों के समय की बचत होगी।

यही नहीं यात्री सुविधाओं में वाराणसी का यह लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट देश में प्रथम आया है। यह रैंकिंग इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ एयरपोर्ट ने जारी की है।
इसमें देशभर के 13 एयरपोर्ट को सम्मिलित किया था। पांच अंकों की रेटिंग में वाराणसी एयरपोर्ट को 4.95 अंक मिले हैं। इस कारण पहला स्थान मिला है। इसके पश्चात इंदौर को दूसरा और गोवा एयरपोर्ट को तीसरा स्थान मिला है।

मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई वाराणसी एयरपोर्ट एक्स्टेंशन की जानकारी आपको पसंद आई हो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-

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