यूपी में नया आविष्कार – Kanpur Lucknow Expressway
Getting your Trinity Audio player ready...
|
Kanpur Lucknow Expressway : तीव्र गति से विकास पथ पर अग्रसर भारत में एक नवीन कड़ी जुड़ने वाली है तथा गंगा से गोमती का अब होगा सीधा जुड़ाव क्योंकि उत्तर प्रदेश की राजधानी को औद्योगिक राजधानी से जोड़ने वाली नवीन एक्सप्रेसवे का निर्माण शीघ्र ही होगा पूर्ण।

भारत को शीघ्र ही एक और एक्सप्रेसवे मिलेगा जो उत्तर प्रदेश के दो सबसे आवश्यक नगरों के मध्य की दूरी को कम करेगा। बता दें की यह लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से आरंभ होकर उन्नाव होते हुए कानपुर के निर्माणाधीन रिंग रोड से जुड़ रहा है। जिसका निर्माण कार्य इस समय तीव्र गति से संचालित है।
इस बहुप्रतीक्षित एक्सप्रेसवे का निर्माण आरंभ 29 अक्टूबर 2022 से हुआ है। इस परियोजना की विशेषताओं की जानकारी देने के लिए बता दें कि कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे छह लेन का बन रहा है, परंतु इसकी डिजाइन आठ लेन की बनाई गई है ताकि भविष्य में उसे बढ़ाया जा सके। इसपर अधिकतम 120 की स्पीड मान्य होगी पर 120 किलोमीटर की स्पीड के ऊपर ब्रेक रहेगा। अर्थात 120 तक की गति से इस मार्ग पर वाहनों का होगा यातायात।
Read Also
अब 25 मिनट में होंगे बाबा बर्फानी के दर्शन – Amarnath Ropeway को मिली स्वीकृति
बदल जायेगा दर्शन अनुभव – Vaishno Devi Bhawan Ropeway Project
कानपुर लखनऊ एक्सप्रेसवे परियोजना की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि यह एक्सप्रेसवेक ग्रीनफील्ड व ब्राउनफील्ड मार्ग का मिश्रण है। इसका 18 किमी का भाग एलिवेटेड तथा 45 किमी ग्रीन फील्ड होगा। एलीवेटेड रोड कानपुर हाईवे पर तैयार हो रही है। बाकी 45 किमी ग्रीन फील्ड रोड तैयार हो रहा है। जिसकी ग्राउंड रिपोर्ट आपके स्क्रीन पर उपलब्ध है।
यह भी बता दें की एक्सप्रेसवे पर दोनों ओर जर्मन तकनीक से एमिनिटी सेंटर बनाए जाएंगे, जहां पर यात्रियों को खाने से लेकर पेट्रोल-सीएनजी पंप, क्लीनिक, मेडिकल स्टोर, मिनी हाईवे हॉस्पिटल, रेस्टोरेंट, वर्कशॉप आदि की सुविधा मिलेगी।

इसके अतिरिक्त आपको बता दें की भारतीय राष्ट्रीय राज्यमार्ग प्राधिकरण अर्थात NHAI पहली बार 3D ऑटोमेटड मशीन गाइडेंस (AMG) मॉड्यूल को हाईवे निर्माण के लिए प्रयोग इसपर ही कर रही है। इस तकनीक के प्रयोग से हाईवे को बनाने की गति दुगनी हो जाती है। साथ ही इस तकनीक के माध्यम से NHAI के अधिकारी और कांट्रैक्टर्स, अपने फोन और कंप्यूटर पर काम की गति का सीधा अपडेट भी पा सकते हैं।
आपको हम निर्माण कार्य की एक्सक्लूसिव ड्रोन व्यू दर्शाते हुए बता दें कि आगामी सौ वर्षों में बढ़ने वाले ट्रैफिक के दबाव को ध्यान में रखकर एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इसके बनने के पश्चात लखनऊ से कानपुर की यात्रा मात्र 45 से 50 मिनट में पूरा होगा। जो की अभी यह दूरी तय करने में दो से तीन घंटे का समय लगता है।

लगभग 2800 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दो फेज में किया जा रहा है। जिसमें फेज एक में उन्नाव से बनी लगभग 45 किमी और फेज दो में बनी से लखनऊ तक लगभग 18 किमी का भाग है। फेज दो में एक्सप्रेसवे एलीवेटेड बनना है। जिसमें फेज एक पर 15 सौ करोड़ रुपये और फेज दो में 1288 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इस एक्सप्रेसवे में जिन संरचनाओं का निर्माण होना है वो कुछ इस प्रकार से हैं:
02 बड़े पुल और 26 छोटे पुल
22 पैदल अंडरपास और 16 वाहन अंडरपास
01 रेलवे ओवरब्रिज, 06 स्थानों पर सर्विस रोड बनेगी, तथा
5 टोल प्लाजा भी बनाया जाएगा।
Read Also
फिर बदलेगा काशी का भूगोल – Dalmandi Road Widening Varanasi
अयोध्या राम मंदिर निर्माण की बदली तारीख – Ayodhya Ram Mandir Nirman
बताते चलें कि यूपी वालों को बीते 5 साल में कई एक्सप्रेसवे की सौगात मिल चुकी है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से लेकर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर कार्य पूर्ण हो चुका है तथा गंगा एक्सप्रेसवे का कार्य संचालित है और अब शीघ्र ही एक और सौगात मिलने वाली है, जो प्रदेश के 3 बड़े एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ेगा।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ और कानपुर नगरों के मध्य वैसे तो कोई विशेष दूरी नहीं है, परंतु ट्रैफिक जाम और खराब मार्ग की कारण से यहां यात्रा करने में काफी टाइम लग जाता है। परंतु, अब ऐसा नहीं होगा और यात्रा सरलता से कट जाएगा।

लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे की सबसे खास बात यह है कि यह अकेला मार्ग 3 एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जुड़ेंगे। अर्थात यदि कोई दिल्ली से आकर कानपुर जाना जाता है तो वह इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से पहुंच सकता है। इसी प्रकार से, पूर्वांचल से आने वालों को भी कानपुर जाना सरल हो जाएगा। यही नहीं, रोड पर ट्रैफिक कम करने के लिए लखनऊ कानपुर-एक्सप्रेसवे को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। और कानपुर रिंग रोड से तो जुड़ रहा ही है।
निर्माण कार्य की अधिक जानकारी देने हेतु बता दें कि इस पूरे प्रोजेक्ट को भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बनाया जा रहा है। इस पर भूमि अधिग्रहण सहित कुल 4700 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आएगा। इस एक्सप्रेसवे के लिए 32 गांवों की 380 हेक्टेअर भूमि अधिग्रहीत की गई है। इस प्रोजेक्ट को भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बनाया जा रहा है। एलिवेटेड रोड के लिए खास तकनीक से गर्डर बनाए गए हैं। यह सड़क करीब साढ़े तीन किलोमीटर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 25 के समानांतर चलेगी।
Read Also
कानपूर के भविष्य का निर्माण, Kanpur Metro Inauguration & Extension
वाराणसी बुलेट ट्रेन पर आई बड़ी खुशखबरी – Varanasi Howrah Bullet Train Update
बता दें कि वर्तमान समय में लखनऊ-कानपुर हाईवे पर वाहनों का लोड अधिक होने से आए दिन जाम लगता है। जिससे लोगों को इस मार्ग से यात्रा करने में एक से डेढ़ घंटे तक लग जाते हैं। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर ट्रैफिक लोड लगातार बढ़ रहा है। वर्तमान समय में 24 घंटे में छोटे-बड़े 12,000 वाहन (दो पहिया वाहन सम्मिलित नहीं) आवागमन करते हैं। इसकी कारण से अक्सर जाम लगता है।
कानपुर लखनऊ एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी देने हेतु बता दें कि इसकी कार्यदायी संस्था है पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड तथा nodal agency है NHAI और एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का काम लगभग 90% तक पूरा कर लिया गया है। और इस परियोजना के निर्माण पूर्ण करने की देय तिथि है मई 2025।

अधिकारियों का कहना है कि जून तक सिविल का काम पूरा कर लिया जाएगा। जुलाई में सभी तरह के काम पूरा कर लिए जाएंगे। फिनिशिंग का भी काम साथ-साथ पूरा किया जाएगा।
बता दें कि लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे में लखनऊ से बनी तक 18 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड सड़क भी बनाई जा रही है। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए 5 स्थानों पर रैंप की व्यवस्था होगी। जहां रैंप होंगे, वहीं टोल प्लाजा होगा।
Read Also
भारत पाकिस्तान युद्ध के बीच CM योगी आदित्यनाथ ने लिया बड़ा एक्शन – Ganga Expressway Update
हो रहा है जीवनरेखा का निर्माण, जुड़ेगा एअरपोर्ट से भी – Kanpur Ring Road
लखनऊ से एक्सप्रेसवे पर एंट्री करते ही पहला टोल प्लाजा मीरनपुर पिनवट के पास होगा। दूसरा टोल प्लाजा खंडेदेव पर बनेगा। तीसर टोल बनी के पास बनाया जाएगा। वहीं, चौथा टोल उन्नाव-लालगंज के पास पड़ने वाले अमरसास गांव के पास बनाया जाएगा। अंतिम अर्थात पांचवां टोल आजाद नगर के पास बनेगा।
एक्सप्रेस वे तैयार हो जाने से 35 मिनट में लखनऊ से कानपुर पहुंच सकेंगे। इससे न केवल यात्रा का समय बचेगा अपितु यह पर्यटन, व्यापार और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के लिए भी संजीवनी साबित होगा। पर्यटक और वाणिज्यिक गाड़ियां आसानी से एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंच सकेंगी।

मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको कानपुर लखनऊ एक्सप्रेसवे की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
अधिक जानकारी के लिए विडियो देखें: