ये है वाराणसी की सबसे अजीब रोड, जो पूरी ही नहीं हो रही Varanasi Shivpur Fulwaria Ring Road Project

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विश्व की प्राचीनतम जीवित नगर काशी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नित्य हो रहे विकास के क्रम में एक और कड़ी जोड़ते अब काशी वासियों को शीघ्र ही अपने पहले इनर रिंग रोड की सौगात मिलने वाली है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नगर का विकास करने एवं इस विश्व की प्राचीनतम जीवित नगर को स्मार्ट सिटी में परिवर्तित करने के लिए नगर में कई विकास परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है जिसका समय समय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी उद्घाटन व शिलान्यास करते रहते हैं।

सबसे पहले आपको वाराणसी परिक्षेत्र से परिचित कराते हुए बता दें की वाराणसी तीन नदियों के तटों पर बसा हुआ एक नगर है जिसमें की गंगा एवं वरुणा मुख्य हैं तथा गंगा नदी पर बने घाट एवं कई मंदिर तो इस प्राचीन नगर की पहचान में भी सम्मिलित हैं।समय के साथ नगर की बढ़ती जनसंख्या ने नगर की भूभाग को भी बढ़ाया जो कि ट्रांस वरूणा अर्थात वरूणा पार एवं सिस वरूणा अर्थात मुख्य नगर के मध्य यातायात की समस्या का जनक भी है।

Drone View

जिसके लिए नगर के दोनों भागों को जोड़ने के लिए वर्तमान में 6 सेतु उपलब्ध हैं परंतु सभी पुल व मार्ग वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन एवं कैंटोन्मेंट क्षेत्र के पूरब की दिशा में ही हैं जिसके कारण से लोहता एवं फुलवरिया क्षेत्र का भार भी नदेसर व चौकाघाट के पुलों पर ही पड़ता है जिसके फलस्वरूप ट्रैफिक जाम की समस्या यहाँ उत्पन्न होती है।

इसी के निवारण हेतु वाराणसी (Varanasi) के सांसद व देश के प्रधान मंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में शिवपुर-फुलवरिया फोरलेन परियोजना (Varanasi Shivpur Fulwaria Ring Road Project) का शिलान्यास 25 जून वर्ष 2018 को किया गया था एवं जिसकी की निर्माण कार्य पूर्ण होने की तिथि पूर्व निर्धारित किया गया था 31 दिसंबर 2020, परंतु प्रोजेक्ट में रेलवे प्रशासन की ओर से हुई विलंभ व इस स्थान पर रह रहे लोगों के विस्थापन के कारण एवं प्रोजेक्ट में परिवर्तन से अभी तक इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।

इस शिवपुर फुलवरिया फोरलेन मार्ग परियोजना की अधिक जानकारी देने हेतु बता दें कि इनर रिंग रोड प्रोजेक्ट की लागत लगभग 400 करोड़ रुपये जिसमें की 5.33 अर्थात लगभग सवा पाँच किलोमीटर लंबे फोरलेन रोड का निर्माण किया जाना है।

इस शिवपुर-फुलवरिया फोरलेन परियोजना में पहले 2 ROB व एक वरूणा नदी पर पुल का निर्माण होना था परंतु इस परियोजना में समय व आवश्यकता की मांग के अनुरूप एक और फ्लाईओवर के निर्माण को जोड़ा गया है। जिनके निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग अर्थात PWD एवं उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम मिलकर कर रहे हैं।

ROB

आइए अब हम आपको इस प्रोजेक्ट में निर्माणाधीन चारो पुलों की भी विस्तृत जानकारी देते हैं।

बता दें की वाराणसी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इस शिवपुर-फुलवरिया फोरलेन परियोजना को अब शिवपुर लहरतारा फोरलेन कहना चाहिए क्योंकि अब यह मार्ग लहरतारा का मुख्य मार्ग GT Road को पार करते हुए भीतर में उतर रहा है और इस समय इस फ्लाईओवर पर निर्माण कार्य संचालित है।

बता दें कि इस परियोजना में इस फ्लाईओवर को बाद में परियोजना में परिवर्तन स्वरूप जोड़ा गया है तथा इसका निर्माण भी पिछले वर्ष ही आरंभ हुआ था।

इसपर अधिक जानकारी हेतु बता दें कि लहरतारा से शिवपुर को जोड़ने वाली मार्ग में से एक लेन का रैंप लहरतारा चौराहे से पहले और दो लेन लहरतारा चौराहे से पार उतरेगी। बौलिया तिराहे से भी इसी फोरलेन की दो लेन जुड़ेंगी। तथा इस नवीन फ्लाईओवर की लागत 26 करोड़ रुपये है।

लहरतारा चौराहे के पार उतरने वाली दो लेन के लिए भी पिलर बनाने का कार्य संचालित है। वास्तव में, जेपी मेहता इंटर कॉलेज से लहरतारा के मध्य बनने वाली फोरलेन सड़क लहरतारा चौराहे से पहले ही समाप्त होनी थी। परंतु अब यह चौराहे के उसपार उतर रही है। इसके कारण से शिवपुर से आरंभ होने वाली इस फोरलेन मार्ग का समापन पांच लेन से होगा।
अब हम आपको इस परियोजना के सबसे महत्वपूर्ण मोड़ की जानकारी देते हैं जहां पर यह मार्ग अंग्रेजी के अक्षर N के आकार में मुड़ रही है।

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आपको जानकारी के लिए बता दें की यह स्थान है रेलवे का क्राॅसिंग संख्या 4 के एवं इसी स्थान पर इस शिवपुर-फुलवरिया फोरलेन परियोजना का महत्वपूर्ण ROB का निर्माण कार्य हो रहा है। हो क्या रहा है कहें तो अटका हुआ है क्योंकि दोनों ओर की चढ़ाई व ढलाई का निर्माण तो इस ROB का हो चुका है परंतु रेलवे ट्रैक के ऊपर के भाग का निर्माण ही शेष है और यह लगभग 2 वर्षों से लंबित है।

आपको इस क्राॅसिंग संख्या 4 के ROB के बारे में अधिक जानकारी के लिए बता दें की इस पुल की लंबाई 627 मीटर है जिसका निर्माण कार्य भी उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ही कर रही है एवं इस पुल के निर्माण की लागत है अब लगभग 90 करोड़ रुपये एवं इस पुल का निर्माण कार्य आरंभ हुआ था 1 अप्रैल 2018 को तथा इसके निर्माण कार्य के पूर्ण होने की निर्धारित तिथि थी 31 दिसंबर 2021 परंतु क्या है इसकी वर्तमान परिस्थिति वो आपके समक्ष है।

Drone view of Project

बता दें कि इस ROB की एक विशेषता यह है कि इसका निर्माण अंग्रेजी के अक्षर ‘वाई’ के आकार का होगा। इस फोरलेन आरओबी एक उत्तरी छोर फुलवरिया गांव की ओर उतरेगा तो दक्षिण छोर दो स्थानों पर, एक लहरतारा चौराहा तो दूसरा बौलिया चौराहा के पहले उतर रहा है। दक्षिण का दोनों छोर वन-वे होगा। एक से वाहन आरओबी पर चढ़ेंगे तो दूसरे से उतरेंगे।

अब हम इस शिवपुर-फुलवरिया फोरलेन परियोजना के दूसरे ROB अर्थात रेलवे ओवर ब्रिज के अधिक जानकारी के लिए बता दें की 643 मीटर लंबे इस ROB का निर्माण कार्य उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लगभग 63 करोड़ रुपये की लागत से कर रही है।

यह ROB रेलवे के क्राॅसिंग संख्या 5C पर स्थित है एवं इस ROB का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था 1 मार्च 2019 को तथा इसके निर्माण कार्य पूर्ण होने की निर्धारित तिथि थी 31 दिसंबर 2021 अर्थात इसकी भी देय तिथि बीत चुकी है, एवं इस पुल की यदि वर्तमान निर्माण कार्य की स्थिति की बात करें तो इसका हाल भी पिछले वाले ROB जैसा ही है। तो और क्या ही बताएं।

बता दें की इस पूरी सड़क निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। एवं यहां से यह मार्ग एकदम सीधी जा रही है। यह भी बता दें कि फुलवरिया फोरलेन में सड़क की दूरी- 5.3 किमी है जिसके निर्माण की लागत 60 करोड़ रुपये है।

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अब हम आपको इस शिवपुर-फुलवरिया फोरलेन परियोजना में सम्मिलित वरूणा नदी पर बने पुल पर की जानकारी देते हैं जोकी सेंट्रल जेल के पिछे इमलिया घाट पर बन चुका है।

जी हां इस परियोजना में एकमात्र यह एक ऐसा पुल है जिसका निर्माण पूर्ण हो चुका है तथा बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने इसका उद्घाटन भी पर दिया है।

इस पुल की अधिक जानकारी के लिए आपको बता दें की इस पुल का निर्माण कार्य करने वाली कम्पनी का नाम है उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम जिसने इमलिया घाट पर स्थिति इस पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ किया था 1 मई वर्ष 2018 को जिसका की निर्माण कार्य पूर्ण होने की तिथि थी 31 जनवरी 2021 परंतु लगभग 1.5 वर्ष के विलंब से ही सही इस पुल का उद्घाटन हो चुका है।

आपको बता दें की इस पुल के निर्माण की लागत है लगभग 35 करोड़ रुपये एवं इस पुल की लंबाई लगभग 100 मीटर है।

यह वरूणा पूल आगे चलकर सेंट्रल जेल रोड पर मिल जाता है और यहां से एक ओर जेपी मेहता कॉलेज से होते हुए आप कचहरी की ओर निकल जाएंगे तथा दूसरी ओर का यह मार्ग आपको सीधा शिवपुर पर संत अतुलानंद विद्यालय के समीप चौक पर मिला देगा। इस मार्ग का भी निर्माण पूर्ण हो चुका है।

Fulwaria Fourlane Project

बता दें कि इस परियोजना में अवरोध स्वरूप मार्ग पर कई स्थानों पर मकान आदि भी थे एवं सेंट्रल जेल कर्मियों के आवास भी सड़क चौड़ीकरण में बाधा पहुंचा रहे थे जिन्हें हटवाया गया है तथा उसपर भी लगभग 150 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

बता दें कि लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद बीते माह इस फोरलेन का निरीक्षण करने मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने कहा था कि इसे दिसंबर 2022 तक हर परिस्थिति में पूरा कर लिया जाएगा।

महत्वपूर्ण है कि इस शिवपुर-फुलवरिया फोरलेन परियोजना के पूर्ण हो जाने से जहाँ एक ओर चौकाघाट एवं नदेसर के वरूणा पुलों पर से यातायात का भार कम होगा तो वहीं दूसरी ओर वाराणसी की जनता को कैंटोंमेंट क्षेत्र के पश्चिमी ओर एक नवीन मार्ग भी प्राप्त होगा।

यही नहीं लहरतारा से कचहरी और शिवपुर पहुंचने में आधा घंटा से 45 मिनट तक का समय लगता है जो इस फोरलेन रोड के निर्माण के पश्चात मात्र 10 मिनट में ही पूरा किया जा सकेगा। कैंट रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड और अंधरापुल पर लोगों को जाम से मुक्ति तो मिलेगी ही साथ समय और पैसा दोनों बचेगा।

मित्रों यदि आपको उप्रोक्त दी हुई वाराणसी के इनर रिंग रोड प्रोजेक्ट की जानकारी पसंद आई हो तो हर हर महादेव कमेंट बाॅक्स में अवश्य लिखें।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:

video

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