विकास की नई धुरी बनेगी PM मोदी की काशी
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International Cricket Stadium Varanasi : महादेव की अतिप्रिय नगरी काशी- धर्म आध्यात्म व कला संगीत की रूप में विश्व विख्यात है। परंतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संसदीय क्षेत्र वाराणसी आधुनिक युग में अब एक और कारण से जानी जाएगी।
Varanasi : देश में हो रहे विभिन्न आधारभूत संरचना विकास कार्यों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भला कैसे पीछे रह सकता है, अपितु वाराणसी को तो अग्रणी भूमिका में होना चाहिए। तो इसी क्रम में भारत का पहला ट्रांसपोर्ट रोपवे होने वाली काशी में अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम परियोजना ने पकड़ ली है गति।
ऐसे तो विगत 9 वर्षों में वाराणसी का कायाकल्प ही कर दिया गया है। यह हमें बताने की भी आवश्यकता नहीं है। इसी क्रम में नगर की एक और कमी जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की थी अब वह भी पूरी होने वाली है। जी हां वाराणसी में शीघ्र ही एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का नगर का अपना स्टेडियम भी होगा।
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वाराणसी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि वाराणसी जिले में पूर्वांचल के पहले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को बनाने का कार्य संचालित है। यह स्टेडियम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसके अतिरिक्त इस स्टेडियम का संचालन बीसीसीआई करेगा। इसे लेकर बीते दिनों बीसीसीआई के सचिव जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला वाराणसी पहुंचे। उन्होंने स्टेडियम बनाने के लिए चल रहे कार्य का निरिक्षण किया।
परियोजना की लागत, स्थान तथा विशेषताओं अधिक जानकारी हेतु बता दें कि वाराणसी के राजातालाब स्थित गंजारी में 400 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को बनाने का काम किया जा रहा है। यहां पर लगभग 30000 दर्शकों के बैठने की क्षमता के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह क्रिकेट स्टेडियम अन्य कई तरह की सुविधाओं से भी सुसज्जित होगा। यहां पर इस समय समतलीकरण का काम चल रहा है।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि इससे पहले भी अधिकारी व तकनीकी विशेषज्ञों के साथ इस भूमि का निरीक्षण किया जा चुका है।
बता दें कि यह स्टेडियम यूपी के तीसरी और पूर्वांचल के पहले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के तौर पर तैयार हो रहा है। इसकी आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले वाराणसी के प्रस्तावित दौरे में रख सकते हैं। इस स्टेडियम को रिकॉर्ड समय में बनाने की योजना बनाई जा रही है। इसे लेकर गंभीरता बरती जा रही है।
यह भी महत्वपूर्ण है कि यह स्टेडियम पूर्वांचल ही नहीं अपितु इससे सटे हुए बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ियों के प्रतिभा को संवारने का भी उपयुक्त केंद्र बनेगा।
बता दें कि वाराणसी में विश्व स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम का प्रस्ताव पहले से था परंतु समस्या भूमि की थी। परंतु अब सरकार की ओर से भूमि उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) को सौंपी जा चुकी है।
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परियोजना की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी देने हेतु बता दें कि इसके निर्माण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में देश की सबसे प्रसिद्ध संस्थाओं में से एक लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) को इसकी कार्यदायी संस्था बनाया गया है और डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है। तथा डिजाइन एवं मानचित्र पर अंतिम निर्णय होते ही निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।
यह भी बता दें कि इस पूरी प्रक्रिया में सितंबर 2022 से तीव्रता आयी है। भूमि क्रय के लिए 120 करोड़ रुपये का बजट कैबिनेट से स्वीकृत होने के पश्चात लगभग 31 काश्तकारों से भूमि क्रय हुई थी।
बता दें कि सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह उत्तर प्रदेश का पहला क्रिकेट स्टेडियम होगा जिसका संचालन बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) करेगा। दीर्घकालिन लीज के अंतर्गत वह प्रत्येक वर्ष इसके प्रतिफल में एक तय किमत भी सरकार को देगा। सूत्रों के अनुसार लगभग 31 एकड़ के विस्तृत परिसर पर बन रहे इस स्टेडियम के निर्माण में लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
बता दें कि भारत के सुरेश रैना, चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव, लेग स्पिनर आईपीएल स्टार रिंकू सिंह, बल्लेबाज के साथ कमाल के फील्डर रहे मोहम्मद कैफ जैसे प्रसिद्ध खिलाड़ी उत्तर प्रदेश से ही हैं। काशी का स्टेडियम इनके साथ अन्य प्रतिभावान युवा क्रिकेटरों की प्रतिभा संवारने का माध्यम बनेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि जनसंख्या के अनुरूप उत्तर प्रदेश खेलों में भी प्रमुख बने।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में विकास का पहिया वर्ष 2014 से निरंतर तेजी से भाग रहा है। इसका प्रभाव काशी के चतुर्दिक हो रहे विकास पर दिखाई दे रहा है। इसी क्रम में भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआइ) द्वारा वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए राजातालाब तहसील के गंजारी में चयनित की गई भूमि पर शीघ्र ही निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा।
विशेषताओं की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि यहां पर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मैचों के अतिरिक्त बैडमिंटन, टेबल टेनिस, तैराकी, आत्मरक्षा के सभी खेलों की भी सुविधाएं मिलेंगी। स्टेडियम में आउटडोर स्पोर्ट्स मैदान, क्रिकेट प्रैक्टिस मैदान, क्लब हाउस भी होंगे।
यही नहीं स्टेडियम में होने मैचों के लाइव प्रसारण के लिए 2000 स्क्वायर फिट का ब्रॉडकास्ट रूम (बीसीआर) बनाया जाएगा। सैटेलाइट अप लिंक क्षेत्र के लिए 20 गुना 20 फीट पल्स 12 गुना 12 फीट का कमरा होगा। 500 स्क्वायर फिट में कैंटीन और शौचालय, बस स्टैंंड की सुविधा होगी।
इसके अतिरिक्त खिलाड़ी और मीडिया सुविधाएं, वीआईपी लाउंज, कारपोरेट बॉक्स, ओपन कार पार्किंग, कार चार्जिंग स्टेशन, पानी की टंकी, बारिश के पानी को संरक्षित करने की सुविधा, गोल्फ कार्ट, सड़क, सोलर पैनल, तरणताल, फूड कोर्ट आदि भी होंगे।
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जानकारी हेतु बता दें कि उत्तर प्रदेश में अभी दो क्रिकेट स्टेडियम हैं। ग्रीनपार्क कानपुर और इकाना स्टेडियम लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय, टी-20 और टेस्ट मैच कराए जाते हैं। ग्रीन पार्क में 32 हजार तो इकाना में 50 हजार दर्शकों की क्षमता है। वाराणसी में भी अंतरराष्ट्रीय मैच होंगे। जिससे जिले के साथ ही पूर्वांचल के लोग भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एक दिवसीय, टी-20 और टेस्ट मैचों में चौके-छक्के लगते देख सकेंगे।
महत्वपूर्ण है कि वर्ष 2024 के अंतिम माह तक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। तथा स्टेडियम तैयार होने के पश्चात वर्ष 2025 तक इस स्टेडियम में मैच खेला जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण होने के पश्चात खेल जगत में वाराणसी को नई पहचान मिलेगी।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको वाराणसी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम परियोजना की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में अपने गांव अथवा जिला का नाम अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-