उत्तरप्रदेश में दौड़ी ख़ुशी के लहर, गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू
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मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू हो गया है। रविवार को कार्यदायी संस्था अडानी ग्रुप के अधिकारियों ने बरेली-मथुरा हाईवे के पास बिनावर में भूमि पूजन के पश्चात मशीनों के माध्यम से भूमि के समतलीकरण का कार्य आरंभ कर दिया है।
कई स्थानों से मिट्टी के नमूने भी लिए गए हैं। जिले में दूसरे चरण में एक्सप्रेस-वे निर्माण का काम दातागंज में शुरू होगा।
बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे के लिए जिले में भूमि अधिग्रहण का काम फरवरी 2020 में आरंभ हुआ था। तथा भूमि अधिग्रहण का कार्य 95 प्रतिशत से अधिक यहां पूरा हो चुका है।
विधानसभा चुनाव के बाद तय हो गया था कि एक्सप्रेस-वे का निर्माण शीघ्र आरंभ हो जाएगा। इसी क्रम में शनिवार से ही अडानी ग्रुप के अधिकारियों की टीम का मशीनों के साथ बदायूं पहुंचना आरंभ हो गया। रविवार को भूमि पूजन के पश्चात एक्सप्रेस-वे के निर्माण का काम चालू करा दिया गया है। अडानी ग्रुप के 20 अधिकारियों की टीम ने बदायूं में डेरा डाल लिया है। तथा बिनावर के पश्चात अब दातागंज तहसील में एकसप्रेस-वे का निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा।
बरेली-मथुरा हाईवे (Bareilly-Mathura Highway) पर जनपद के विनावर कस्बे के घटपुरी पर अडानी ग्रुप के इंजीनियरों द्वारा जय किसान पेट्रोल पंप के पास गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के बाद इसे तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) योगी सरकार (Yogi Government) का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसका निर्माण मेरठ (Meerut) से प्रयागराज (Prayagraj) तक किया जाएगा जोकि बदायूं (Budaun) की 4 तहसील और 85 गांवों से होकर गुजरेगा। दरअसल, इस एक्सप्रेसवे की लगभग 9 किमी दूरी बदायूं में तय होगी। इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से मात्र आठ घंटे में मेरठ से प्रयागराज पहुंचा जा सकेगा।
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भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को दिए 945 करोड़ रुपए
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) के निर्माण के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं इसके निर्माण के लिए विनावर के गांव भेसामई में मशीनें भी पहुंच गई है और भूमि समतलीकरण का काम भी शुरू हो गया है। उधर, शासन से जिले को भूमि अधिग्रहण करने के लिए 945 करोड़ रुपये किसानों को दिया गया है। भूमि को उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने हाईवे डवलपमेंट आथॉरिटी को हैंडओवर कर दिया गया है। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेसवे की सबसे अधिक दूरी बदायूं (Budaun) जनपद से होकर ही गुजरेगा। जोकि जनपद की चार तहसीलों से होकर एक्सप्रेसवे गुजर रहा है।
85 गांवों से होकर गुजरेगा गंगा एक्सप्रेसवे
बता दें कि बदायूं की चार तहसीलों से होते हुए गुजरने वाला एक्सप्रेसवे यहां करीब 95 किमी दूरी तय करेगा। वहीं मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 594 किमी होगी। यह जिले की चार तहसीलों के 85 गांवों से होकर गंगा एक्सप्रेसवे गुजर रहा है। एक्सप्रेसवे बिसौली के 38, दातागंज के 27, बदायूं के 18 और बिल्सी तहसील के दो गांवों में गुजरेगा। बिसौली में सबसे ज्यादा, बिल्सी में सबसे कम भूमिएक्सप्रेस वे के लिए बिसौली के 38 गांवों में सबसे ज्यादा 511.222 भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। बिल्सी में सबसे कम 23.424 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसके अलावा तहसील सदर में 259.973 और दातागंज में 264.7348 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है।
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