सौर नगर बनती श्री राम नगरी अयोध्या की विकास परियोजनाएं
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यूपी की योगी सरकार की देखरेख में रामनगरी अयोध्या को हाईटेक बनाने की प्रक्रिया काफी तेज गति से संचालित है। तथा अब पीएम मोदी और सीएम योगी के स्वप्न को सकार करने के लिए पूरे अयोध्या को नवीन रूप (Solar City Ayodhya) में विकसित करने की तैयारी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जब से प्रदेश की सत्ता संभाली है तब से रामनगरी अयोध्या पर उनका विशेष ध्यान रहा है। यही कारण है कि विकास कार्यों की कई योजनाएं इस समय अयोध्या में नजर आ रही हैं। साथ ही कई नई योजनाओं पर काम भी चल रहा है।
आज हम आपको ऐसी ही कुछ विशेष परियोजनाओं की जानकारी देने जा रहे हैं। पहले हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी के स्वप्न को सकार करने के लिए पूरे अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। अयोध्या के मठ-मंदिर हों अथवा सरकारी कार्यालय। सभी संस्थानों पर सोलर प्लांट लगाए जाने की तैयारी आरंभ हो गई है।आगामी दिनों में अयोध्या में बिजली का सबसे न्यूनतम उपयोग किया जाएगा क्योंकि यहां सब सोलर से ही चलेगा।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि अयोध्या में सबसे पहले सोलर लाइट से प्रकाशमान होंगी नगर की सड़कें व घर। इसके लिए अयोध्या सिटी में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार सबसे पहले डॉमेस्टिक उपभोक्ताओं के घरों पर सोलर स्टॉप लगाने के कार्य किए जाएंगे। उसके पश्चात अयोध्या की सरकारी भवनों पर सोलर स्टॉप लगाए जाएंगे।
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यही नहीं हम आपको बता दें कि अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में भी सोलर किचन की व्यवस्था पर काम चल रहा है। सरकार का संकल्प है कि पूरी अयोध्या में सोलर सिस्टम हो ताकि देश और प्रदेश के अन्य विकास कार्यों के लिए बिजली बचाई जा सके।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले वर्ष ही यह घोषणा की थी कि राज्य सरकार अयोध्या को विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ एक धार्मिक, वैदिक और सौर नगर के रूप में विकसित करेगी। एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक नींव पर आधारित, अयोध्या एक स्थायी नगर होने के साथ-साथ एक वैश्विक पर्यटन स्थल बनने के लिए तैयार है।
यह घोषणा मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर अयोध्या के विजन डॉक्युमेंट पर एक प्रस्तुति के समयावधि में की गई थी। योगी आदित्यनाथ ने ध्यान केंद्रित किया कि जल निकायों के संरक्षण, बुद्धिमान यातायात प्रबंधन प्रणाली, पशु संरक्षण, बाहरी रिंग रोड और अन्य सड़क परियोजनाओं, सौर परियोजनाओं, वृक्षारोपण व अन्य लोगों के मध्य रोजगार के नए अवसर प्राथमिकता के आधार पर आरंभ किए जाने चाहिए।
बता दें कि इस परियोजना के लिए लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) उत्तर प्रदेश में धार्मिक नगर अयोध्या को एक सौर नगर में परिवर्तित करने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार किया है, जो हरित ऊर्जा के माध्यम से राम मंदिर परिसर सहित अपनी अधिकतम विद्युत की आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
बता दें कि एल एंड टी द्वारा अयोध्या के घरों, सरकारी भवनों, वाणिज्यिक और औद्योगिक प्रतिष्ठानों आदि की छतों पर सौर पैनल स्थापित करके नगर को एक सौर नगर में परिवर्तित करने की यह एक पायलट परियोजना है। जिसके सफल होने के पश्चात कुछ अन्य नगरों को भी इसी प्रकार से विकासित किया जाएगा।
वहीं यदि अयोध्या की वर्तमान विद्युत उपभोग की अधिक जानकारी दें तो बता दें कि एलएंडटी के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि 81,000 घरों में रहने वाली अयोध्या की 340,000 जनसंख्या वार्षिक 281 मिलियन यूनिट बिजली की खपत करती है।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि अयोध्या को सौर नगर बनाने के लिए इस परियोजना पर मूल रूप से अयोध्या में चार चीजों पर कार्य किया जा रहा है, जिसमें ग्राउंड-माउंटेड यूटिलिटी स्केल और सौर संयंत्रों से सौर ऊर्जा उत्पादन, राम मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए सामुदायिक रसोई के लिए सौर खाना पकाने की व्यवस्था, सौर ऊर्जा से श्रीराम मंदिर परिसर की ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करना। और अन्य Renewable सोर्सेस।
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बता दें कि नगरों में रूफटॉप सोलर पैनल लगाने पर राज्य सरकार व केंद्र सरकार की ओर से सब्सिडी भी दिया जा रहा है। जिसका लाभ उपभोक्ता उठा सकते हैं।
सौर नगर परियोजना के अतिरिक्त आपको हम एक और जानकारी देने हेतु बता दें कि त्रेता युग के वन गमन मार्ग व राम जानकी मार्ग के इतिहास के बारे में संपूर्ण विश्व जानता है परंतु केंद्र और प्रदेश सरकार ने अब अयोध्या में एक नए इतिहास की तैयारी आरंभ कर दी है।
इसके लिए अयोध्या से जुड़ने वाले लखनऊ-गोरखपुर मार्ग को श्री राम मार्ग के रूप में तैयार किया जा रहा है। और इसलिए अब ऐसा कहा जा सकता है कि अयोध्या आने से पहले ही श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम के कई रूपों के दर्शन प्राप्त होंगे और अयोध्या पहुंचते ही राम के धुन गुनगुनाने लगेंगे।
बता दें कि अयोध्या के नेशनल हाईवे को 6 लेन से जोड़े जाने के साथ ही रामायण के प्रसंगों के तर्ज पर सजाया जा रहा है। हाइवे पर सहादतगंज से रामघाट तक भगवान श्री राम के बाल्यकाल से लेकर वनवासी व राजाराम तक के विभिन्न रूपों की मूर्तियों को भी लगाया जा रही हैं। वहीं नयाघाट चौराहे को लता मंगेशकर के नाम से बनाया जा रहा है जहां पहुंचते ही भगवान श्री राम के भजन सुनाई देने लगेंगे। जिसकी जानकारी हमने आपको अपनी पिछली वीडियो में दिया था।
बता दें कि राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो रही है त्रेता की अयोध्या की परिकल्पना पर केंद्र व प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है। 500 वर्ष लंबे संघर्ष के पश्चात सनातन धर्मावलंबियों के आराध्य का भव्य मंदिर बन रहा है ऐसे में अभी से ही पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है।
परिकल्पना की जा रही है कि एक लाख राम भक्त मंदिर निर्माण के पश्चात प्रतिदिन अयोध्या आएंगे। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा को और सुदृढ़ और सुचारू बनाने के लिए लगातार सरकार तेजी के साथ कार्य कर रही है। इसी के अंतर्गत भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या से सटे मार्ग को 6 लेन से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही अयोध्या से जुड़ने वाले सभी मार्गों को राममय बनाए जाने की कार्य योजना पर भी कार्य संचालित है।
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इसके अंतर्गत अयोध्या के नेशनल हाईवे को आधुनिक संसाधनों से लैस किए जाने के साथ ही सड़कों के मध्य बनी बायडरों पर स्थान स्थान पर भगवान की अलग अलग स्वरूप की प्रतिमाएं लगाई जा रही हैं इसके साथ ही महर्षि विश्वामित्र महर्षि वाल्मीकि सहित अन्य कई महाऋषियों व देवी देवताओं की प्रतिमा को स्थापित किए जाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। तथा कई स्थानों पर आधुनिक फव्वारा व रामायण कालीन वृक्ष भी लगाई जा रही है।
मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई अयोध्या की जानकारी आपको पसंद आई हो तो कमेंट बाॅक्स में जय श्री राम अवश्य लिखें।
अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें: