यूपी के विकास की रखी गयी आधारशिला, पूर्वांचल को बड़ी सौगात

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तीव्र गति से विकास पथ पर अग्रसर भारत के विकास का क्रम अभी रुकने वाला नहीं तथा विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के अवसर पर अब उत्तर प्रदेश को शीघ्र ही पूर्वांचल का पहला लॉजिस्टिक पार्क (Mirzapur Logistics Park) भी मिलने वाला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जबसे देश का नियंत्रण संभाला है, तब से संपूर्ण भारत (India) में प्रत्येक क्षेत्र का कायापलट हो रहा है व विकास परियोजनाओं पर कार्य संचालित है। तथा पीएम मोदी के वाराणसी(Varanasi) के सांसद बनने के पश्चात पूर्वांचल के विकास को भी अत्यधिक गति मिली है। एवं योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के मुख्यमंत्री बनने पश्चात तो यहां के विकास को अनेक पंख से लग गए हैं। पूर्वांचल(Purvanchal) में विकास को और गति देने के लिए रेल, विमान के साथ-साथ सड़क मार्ग का जाल बिछाया जा रहा है। इसी क्रम में अब वाराणसी के समीप मीरजापुर में पूर्वांचल का पहला लॉजिस्टिक्स पार्क बनने जा रहा है।

Mirzapur Logistics Park
Foundation Laying Stone

परियोजना की जानकारी देने हेतु आपको हम बता दें कि आगरा, मुरादाबाद और कानपुर के पश्चात अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का चौथा लाजिस्टिक्स पार्क मीरजापुर में स्थापित किया जाएगा। ऐसे में अब मीरजापुर जनपद व आसपास के क्षेत्रों में निर्मित वस्तुओं को कम समय में देश के प्रमुख बंदरगाहों के माध्यम से विदेश भेजने की सुविधा भी आरंभ हो जाएगी। इसके अतिरिक्त यहां के उत्पाद देश के प्रमुख महानगर सहित अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी उपलब्ध होगा।

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि पांच सितंबर अर्थात सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की सहायता से चुनार में पूर्वांचल के पहले लाजिस्टिक्स पार्क की आधारशिला रख दिया है।

इस परियोजना के निर्माण की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि लाजिस्टिक्स पार्क का निर्माण भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड की ओर से किया जाएगा। प्रथम चरण में पार्क के विकास लिए 30 करोड़ रुपये व्यय किया जाएगा। इसके पश्चात दूसरे चरण में 70 करोड़ रुपये से अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा।

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लाजिस्टिक्स पार्क के आरंभ होने से मीरजापुर सहित पूर्वांचल के कारोबार में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। इन जनपदों में निर्मित कालीन, पटरी व पीतल उद्योग, हैंडीक्रफ्ट के अतिरिक्त अनाज व खाद्य वस्तुओं को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाया जा सकेगा। केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के अनुसार निर्यातकों को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी। इस परियोजना के आरंभ होने से मीरजापुर सहित आसपास के जनपदों में रोजगार में वृद्धि होगी व पलायन को रोकने में भी सहायता मिलेगी।

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि इस लाजिस्टिक्स पार्क की स्थापना चुनार रेलवे स्टेशन के पास किया जाएगा। इसके कारण से यह रेलवे और सड़क मार्ग के माध्यम से मुंबई, चेन्नई, कोलकाता सड़क व रेल मार्ग से जोड़ा जाएगा। लाजिस्टिक्स पार्क दिल्ली से भी जुड़ जाएगा। यहां से वस्तुएं इन महानगरों के माध्यम से विदेश में सरलता से निर्यात की जा सकेंगी।

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आपको हम बता दें कि चुनार के अतिरिक्त भदोही, खमरिया और वाराणसी में निर्मित कालीन विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसके अतिरिक्त मीरजापुर और आसपास के इलाकों में हैंडीक्राफ्ट, रेणुकूट से हिंडालको निर्मित वस्तुएं, नैनी से प्लास्टिक की वस्तुएं व प्रयागराज के त्रिवेणी से शीशे का उत्पाद बड़े स्तर पर सज्ज होते हैं।

Multimodal Logistics Park
Indicative Pic

लाजिस्टिक पार्क की स्थापना से इन वस्तुओं के निर्यातकों को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं मिल जाएंगी और सरलता से इन्हें देश के बंदरगाहों के माध्यम से विदेश में निर्यात किया जा सकेगा। इनके अतिरिक्त पूर्वांचल में उत्पादित खाद्य सामग्री, अनाज, सब्जी का बड़े स्तर पर उत्पादन होता है। लाजिस्टिक हब के माध्यम से इन वस्तुओं को भी कम समय में देश के महानगरों व विदेशों में भेजने की सुविधा होगी।

अब हम यदि आपको इस परियोजना के अंतर्गत बनने वाली लाजिस्टिक पार्क की विशेषताएं बताएं तो इसका निर्माण कुल 7000 वर्ग मीटर में होगा। तथा यहां वेयरहाउसिंग, पैकिंग व छंटाई की सुविधा होगी।

आपको अधिक जानकारी हेतु बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का यह पहला लॉजिस्टिक पार्क होगा। क्योंकि इसके अतिरिक्त प्रदेश में यहां से 350 किमी दूर कानपुर में लाजिस्टिक्स पार्क उपलब्ध है तथा कानपुर के अतिरिक्त मुरादाबाद और आगरा में भी लॉजिस्टिक पार्क पहले से हैं।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के विजन के अंतर्गत तथा वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के प्रयास और फॉलोअप से यह कार्य हो रहा है।

इस परियोजना से चुनार के लाजिस्टिक्स पार्क में परिवहन के दो मोड रेलवे और रोड जुड़ रहे हैं। सड़क से आया उत्पाद रेलवे के माध्यम से देश के कोने-कोने जा सकेगा। इतना ही नहीं रेल से पोर्ट और वहां से जलमार्ग के माध्यम से विश्व में कहीं भी सामान भेजा जा सकेगा। रेल मंत्री ने कहा कि यह मात्र आरंभ है। इसकी दो से तीन वर्ष में दो गुनी क्षमता बढ़ायी जाएगी।

जानकारी हेतु बता दें कि उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से देश भर में वर्तमान समय में 61 नगरों में लॉजिस्टिक्स पार्क बनाए जा रहे हैं।उत्तर प्रदेश में आगरा, मुरादाबाद, कानपुर के पश्चात चौथे लॉजिस्टिक्स पार्क का शिलान्यास चुनार में किया गया है। यह पूर्वांचल का पहला लॉजिस्टिक्स पार्क होगा जिसका लाभ जनपद के साथ ही पूरे पूर्वांचल को मिलेगा।

इस लॉजिस्टिक्स पार्क का निर्माण कार्य शीघ्र ही भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड द्वारा प्रारंभ किया जाएगा। लॉजिस्टिक्स पार्क का लाभ उद्योग से जुड़े लोगों के साथ ही किसानों को भी मिलेगा। तथा सबसे महत्वपूर्ण की योगी आदित्यनाथ के स्वप्न प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने को साकार करने में अपना योगदान अवश्य देगा।

मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई मीरजापुर लाजिस्टिक्स पार्क परियोजना की जानकारी आपको पसंद आई हो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव अवश्य लिखें।

अधिक जानकारी के लिए विडियो देखें:

video

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