अयोध्या की नई पहचान स्मृति चौक का CM योगी द्वारा उद्घाटन
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भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या का प्रतिदिन कायाकल्प हो रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वर्गीय लता मंगेशकर के जन्मोत्सव पर बनकर तैयार लता मंगेशकर चौक (Lata Mangeshkar Chauraha Ayodhya) का उद्घाटन कर रहे हैं।
राम मंदिर निर्माण के अतिरिक्त अन्य कई सारे कार्य अयोध्या में हो रहे हैं जो अयोध्या का कायाकल्प करने को प्रोत्साहित है इसी में से अयोध्या में बनकर के सज्ज हुआ है स्वर्गीय लता मंगेशकर जी के नाम का स्मृति चौराहा।
आपको हम इस परियोजना की नवीनतम चलचित्र दिखलाते हुए बता दें कि रामनगरी अयोध्या में स्वर कोकिला लता मंगेशकर के चौक का निर्माण पूरा हो गया है। 28 सितंबर अर्थात लता मंगेशकर जी के जन्मोत्सव के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धर्म नगरी अयोध्या में उपस्थित होकर लता मंगेशकर चौराहे का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। कार्यक्रम को सफल और भव्य बनाने के लिए सीएम योगी के सलाहकार अवनीश अवस्थी बीते दिनों अयोध्या पहुंचे और चौक का निरीक्षण भी किया था।
बता दें कि प्रधानमंत्री की घोषणा के पश्चात सीएम योगी ने यह निर्णय लिया था कि, लता मंगेशकर चौराहा का निर्माण लता दी की श्रीराम की प्रति भक्ति के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए ही कराया जाएगा। यही कारण है कि, लता मंगेशकर चौराहा आने वाले श्रद्दालुओं को प्रभु राम के प्रति लता दी की भक्ति व उनके भाव का जीवंत दर्शन होंगे।
लता मंगेशकर जी की वाणी में स्वयं सरस्वती बसती थीं। लोगों की इस भावना को संरक्षित करते हुए चौराहे पर वीणा लगाई गई है। इसके अतिरिक्त लता मंगेशकर द्वारा गाए गए भजन प्रमुख रूप से यहां बजते रहेंगे। लता दी ने 92 वर्षों तक मानव जीवन के लिए अकल्पनीय भजन और अकल्पनीय संगीत दिए हैं। यही कारण है कि, वीणा में 92 वर्षों के जीवन को 92 कमल पुष्पों के द्वारा दर्शाया गया है। एक स्थान पर लता दी के जीवन से संबंधित जानकारियां भी दी गई हैं। इस वीणा को देखने के लिए स्थानीय निवासियों के अतिरिक्त बाहरी तीर्थयात्री भी बड़ी संख्या में आने भी लगे हैं।
इस वीणा व परियोजना की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि लता मंगेशकर स्मृति चौक के सौंदर्यीकरण के लिए यहां जो वीणा लगी है वह 40 फुट लंबा और 14 टन वजनी है। इसे 15 सितंबर को नोएडा से अयोध्या लाया गया है।
सरकार ने इस परियोजना के लिए लगभग 8 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसी वर्ष 6 फरवरी को भारत रत्न लता मंगेशकर के देहांत के पश्चात उनकी स्मृति में अयोध्या इस प्रमुख क्रॉसिंग नया घाट का नाम परिवर्तित करने की घोषणा की थी।
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बता हम यह भी बता दें कि आरंभ में अयोध्या के कुछ संतों ने लता मंगेशकर के नाम पर इस क्रॉसिंग का नाम परिवर्तित करने का विरोध किया था। संतों की मांग थी कि नया घाट क्रॉसिंग का नाम जगतगुरु रामानंदाचार्य के नाम पर रखा जाए। परंतु मुख्यमंत्री योगी द्वारा अयोध्या में अन्य स्थानों और सड़कों का नाम प्रमुख संतों के नाम पर रखने का आश्वासन दिए जाने के पश्चात संतों ने अपना असंतोष वापस ले लिया था।
अब हम आपको इस परियोजना की ड्रोन व्यू दिखाते हुए स्थान की विशेष जानकारी देते हुए बता दें कि उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी अयोध्या में इस नया घाट (Ayodhya Ghat) का नाम अब लता मंगेशकर चौक हो जाएगा। यह स्थान पूरे अयोध्या का सबसे प्रमुख स्थान है।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि सरयू घाट से मात्र 200 मीटर दूरी पर स्थित है यह चौक एवं यहीं पर विश्व प्रसिद्ध राम की पैड़ी भी है। अयोध्या पहुंचने वाले सभी श्रद्धालु अयोध्या के इस राम की पैड़ी पर अवश्य आते हैं। और अब यहां आने वाले श्रद्धालु व यात्रियों को नया घाट चौराहे पर बने लता मंगेशकर कि इस वीणा के दर्शन होंगे।
इस वीणा को धर्मनगरी में नया घाट चौराहा पर स्थापित किया गया है जो कि अब लता मंगेशकर स्मृति चौक के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि इस वीणा को मास्टर मूर्तिकार राम वनजी सुतार ने डिजाइन किया है। राम वनजी सुतार ने ही गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति) को डिजाइन किया है।
नोएडा के रहने वाले वास्तुकार रंजन मोहंती ने इस स्मृति चौक को डिजाइन किया है। यह एक ट्राई-क्रॉसिंग है अब यहां वीणा स्थापना के साथ लता मंगेशकर के प्रसिद्ध भजन भी सुनाई देंगे।
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अब यदि हम इसके उद्घाटन की महत्वपूर्ण जानकारी दें तो आपको बता दें कि भारतरत्न लता मंगेशकर जी के जन्मदिवस के मौके पर 28 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस चौक का उद्घाटन कर रहे हैं। इसके लिए अयोध्या प्रशासन की ओर से तैयारियों तेज कर दी गई हैं। कार्यक्रम के लिए सीएम ऑफिस से लता जी के परिवार वालों को न्योता भेजा गया है। जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में लता जी के भतीजे आदित्य मंगेशकर के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री भी उपस्थित रहेंगे।
लता मंगेशकर चौक के उद्घाटन के साथ-साथ अन्य कार्यक्रम भी होंगे। जिसमें लता दी के गाए गीतों को 10 मिनट तक पद्मश्री पुरस्कृत सोमा घोष के द्वारा गाया जाएगा। इस समयावधि में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश की 11 पुस्तकों का भी विमोचन किया जाएगा।
वास्तव में लता मंगेशकर के निधन के पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के प्रमुख चौक का नाम लता मंगेशकर के नाम पर किए जाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री लगातार लता मंगेशकर चौक के निर्माण की निरिक्षण कर रहे थे। यही कारण है कि, अत्यंत कम समय में तीव्रता के साथ चौक का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।
ऐसे में राम नगरी की ह्रदय स्थली नयाघाट चौराहा 28 सितंबर से अब लता मंगेशकर चौक के रूप में जाना जाएगा। यहां पर संगीत प्रस्तुति के साथ-साथ लता जी के जीवन पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। अयोध्या शोध संस्थान के द्वारा प्रकाशित इनसाइक्लोपीडिया रामायण के 10 ग्रंथों का विमोचन भी किया जाएगा।
अयोध्या में लता मंगेशकर चौक का उद्घाटन लता मंगेशकर के जन्मदिन के दिन 28 सितंबर को हो रहा है। चौक पर वीणा लगने के साथ ही आस पास के क्षेत्र को भी संवारा जा रहा है। उद्घाटन से पहले यहां पर काम को पूरा कराया जा रहा है। लता मंगेशकर चौक पर लगने वाली वीणा भी अत्यंत विशेष है। इस वीणा को देखने के लिए स्थानीय निवासियों के अतिरिक्त बाहरी तीर्थयात्री भी बड़ी संख्या में आने लगे हैं।
मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई अयोध्या स्मृति चौराहा निर्माण जानकारी आपको पसंद आई हो कमेंट बाॅक्स में जय श्री राम अवश्य लिखें।
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