Ground Report : पटना मेट्रो का निर्माण अब तूफानी रफ़्तार में
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दिल्ली मेट्रो की ही तरह से पटना मेट्रो (Patna Metro) रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) द्वारा बिहार की राजधानी और सबसे बड़े नगर पटना में 2 लाइनों और 24 स्टेशनों की एक नगरीय जन रैपिड ट्रांजिट सिस्टम अर्थात (MRTS) एक यातायात की आधुनिक सुविधा है जो की निर्माणाधीन है।
पटना मेट्रो परियोजना की संक्षिप्त काल चक्र की जानकारी देने के लिए आपको बता दें की पटना मेट्रो का DPR वर्ष 2016 में बिहार की राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित किया था। इसके पश्चात पटना मेट्रो परियोजना को 6 फरवरी, 2019 को केंद्र सरकार की स्वीकृति मिली और पीएम नरेंद्र मोदी ने 17 फरवरी 2019 को इसकी आधारशिला रखी थी।
बता दें की पटना मेट्रो के फेज 1 का ग्राउंड वर्क नवंबर 2020 में एनसीसी द्वारा आरंभ किया गया था और दिसंबर 2020 में पाइलिंग का कार्य आरंभ हुआ था।
पटना मेट्रो परियोजना के दोनों कॉरिडोर के रूट स्टेशन व लंबाई आदि की जानकारी दें तो वो कुछ इस प्रकार से हैं।कॉरिडोर 1 की लंबाई: 16.86 किमीइसमें एलिवेटेड स्टेशनों की संख्या 8 है तथा यह 9.36 किमी लंबी है। एवं इसमें भूमिगत स्टेशनों की संख्या है 6 तथा इनकी लंबाई है 7.5 किमी। इस प्रकार से इस कॉरिडोर में कुल 14 स्टेशन होंगे जो दानापुर से लेकर खेमनीचक तक हैंजिनके नाम आपके स्क्रीन पर उपलब्ध हैं।
स्टेशन का नाम:1. दानापुर छावनी2. सगुना मोड़3. आरपीएस मोरे4. पाटलिपुत्र (पूर्व में आईएएस कॉलोनी)5. रुकनपुरा6. राजा बाजार7. पटना चिड़ियाघर (पूर्व में जेडी महिला कॉलेज)8. विकास भवन (पूर्व में राजभवन)9. विद्युत भवन10. पटना जंक्शन (इंटरचेंज)11. मीठापुर12. रामकृष्ण नगर13. और जगनपुर14. और खेमनी चक (इंटरचेंज)
इसी प्रकार से कॉरिडोर 2 की बात करें तो इसकी लंबाई 14.05 किमी है तथा इसमें एलिवेटेड स्टेशनों की संख्या 5 है जिनकी लंबाई 6 किमी है। एवं इसमें भूमिगत स्टेशनों की संख्या 7 है जिनकी कुल लंबाई 8 किमी है।इस कॉरिडोर में कुल स्टेशनों की संख्या 12 है जो पटना जंक्शन से लेकर ISBT तक होंगे जिनके नाम आपके स्क्रीन पर उपलब्ध हैं।
स्टेशन के नाम:1. पटना जंक्शन (इंटरचेंज)2. आकाशवाणी (पूर्व में डाक बंगला)3. गांधी मैदान4. पीएमसीएच5. पटना विश्वविद्यालय6. मोइन उल हक स्टेडियम7. राजेंद्र नगर8. मलाही पकरी9. खेमनी चक (इंटरचेंज)10. भूतनाथ11. जीरो माइल12. न्यू आईएसबीटी
बता दें की दोनों कोरिडोर की लंबाई 32.49 किलोमीटर है। इसमें दानापुर-मीठापुर तक ईस्ट-वेस्ट कारिडोर 17.93 किमी जबकि पटना स्टेशन-आइएसबीटी तक नार्थ-साउथ कारिडोर 14.56 किमी लंबा है।
पटना मेट्रो के लागत आदि की जानकारी के लिए बता दें की पटना मेट्रो रेल परियोजना 13 हजार 365 करोड़ से अधिक के लागत की परियोजना है। तथा इस परियोजना में 20 प्रतिशत बिहार, 20 प्रतिशत केंद्र और शेष 60 प्रतिशत जापान इंटरनेशनल कारपोरेशन एजेंसी अर्थात (JICA) से आधिकारिक विकास सहायता के माध्यम से वित्तपोषित है।
लागत व खर्च से जुड़ी नवीन जानकारी हेतु बता दें कि स्वीकृत लागत 13365 करोड़ रुपये में केंद्र की भागीदारी 1841 करोड़ रुपए है, जिसमें से अभी तक केंद्र सरकार द्वारा 262.50 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। तथा राज्य सरकार की भागीदारी 5908 करोड़ रूपए है, जिसमें से 1071 करोड़ रुपए निर्गत किए जा चुके हैं। इस परियोजना के लिए 5520.9 करोड़ रुपए जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी द्वारा सहायतार्थ है। तथा केंद्र और राज्य सरकार से प्राप्त कुल 1071 करोड़ में से अभी तक 616 करोड़ खर्च किया जा चुका है।
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इस समय में पटना में आपको मेट्रो का निर्माण कार्य अवश्य दिख रहा होगा और अखबार में छपे समाचार में तो बताया गया कि तेजी गति से कार्य संचालित है। ऐसे में पटना मेट्रो में यात्रा करना अब शीघ्र ही लोगों के लिए संभव होगा। आपको बता दें कि इससे पहले पटना मेट्रो का पहले फेज का निर्माण कार्य किया जा रहा था। परंतु अब राजधानी पटना में पटना मेट्रो के फेस 2 का काम भी प्रारंभ कर दिया गया है, वही अब यह भी साफ़ हो रहा है की पटना मेट्रो का कहाँ अंडरग्राउंड स्टेशन का निर्माण होगा और कहाँ एलिवेटेड स्टेशन का निर्माण होगा।
आपको बता दें कि फेज वन में अभी फिलहाल दानापुर से खेमनी चक, मीठापुर होकर मेट्रो चलेगी वही फेज टू में पटना जंक्शन से आईएसबीटी वाया गांधी मैदान होते हुए मेट्रो दौड़ने वाली है, वही दूसरी फेज की बात करे तो दूसरी फेज में अभी फिलहाल कंकड़बाग स्थित मलाही पाकरी से लेकर राजधानी पटना में बने नए बस स्टैंड आईएसबीटी तक फेस टू का निर्माण कार्य चल रहा था, तथा अब आपको पटना मेट्रो का काम अशोक राजपथ पर भी होता दिख रहा है। परंतु जब हमने अपनी दृष्टि निर्माण कार्य पर डाली हमें कुछ भी ऐसा नहीं दिखा जो हमें प्रसन्न कर सके। अर्थात निर्माण कार्य की गति तो छोड़िए निर्माण स्थल पर कर्मचारी भी ढूंढने से कठिनाई से ही दिख रहे थे।
वहीं दूसरी ओर आपको जानकारी दे दें कि फेज वन में लगभग 17 किलोमीटर लंबा मेट्रो का जाल बिछाना है जिसे 2024 तक पूरा कर लिया जाना है जिसमें आपको एलिवेटेड और भूमिगत ट्रैक दोनों देखने के लिए मिलेगा।
जानकारी के लिए बता दें कि मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण कार्य मलाही पकड़ी से बैरिया स्थित आईएसबीटी बस स्टैंड तक जारी है। पटना मेट्रो का दानापुर रूट में निर्माण कार्य हो रहा है। फिलहाल दानापुर से रुकनपुरा तक एलिवेटेड मेट्रो के लिए यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम चल रहा है। यह काम पूरा हो जाने के पश्चात पिलरों को बनाने का कार्य आरंभ होगा।
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बता दें की पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने देरी से बचने के लिए विभिन्न फर्मों को काम आवंटित करके एक साथ कई स्थानों पर कार्य आरंभ करने की योजना थी। जिसमें कि पहले मलाही पकड़ी और पाटलिपुत्र बस स्टैंड के बीच प्रायोरिटी कॉरिडोर पर परिचालन आरंभ होना है। इसमें मलाही पकरी, खेमनीचक, भूतनाथ रोड, जीरो माइल और पाटलिपुत्र बस स्टैंड पर छह स्टेशन सम्मिलित हैं।
इसके अतिरिक्त मेट्रो की डिपो की जानकारी देते हेतु बता दें के लिए न्यू आइएसबीटी के पास 76 एकड़ भूमि मिलनी है। भूमि के लिए दावा-आपत्ति लिया जा चुका है। भूमि की क्षतिपूर्ति देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके पश्चात मेट्रो को भूमि हस्तांतरित हो जाएगी। इसके साथ ही मेट्रो कंपनी के पास अपना एसेट अर्थात संपत्ति होगी जिसके एवज में ऋण लेने में सरलता होगी।
इसके अतिरिक्त एक और महत्वपूर्ण जानकारी आपको बता दें कि डीएमआरसी ने अपने वक्तव्य में कहा है कि पीएमसीएच मेट्रो स्टेशन को पहले भूमि के ऊपर बनाया जाना था परंतु भूमि के ऊपर स्टेशन बनाने से बड़ी संख्या में आस-पास की संरचनाओं को आंशिक या पूर्ण रूप से ध्वस्त करना पड़ता तथा इसके अतिरिक्त व्यस्त सड़क पर स्टेशन के निर्माण से सड़क यातायात ठप हो जाता, क्योंकि कैथोलिक चर्च और पीएमसीएच के मध्य अशोक राजपथ की चौड़ाई अत्यंत संकरी है। इसलिए प्रस्तावित पीएमसीएच स्टेशन (PMCH Metro Station) को अब इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए स्टेशन के भूमिगत निर्माण का निर्णय लिया गया है।
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बता दें कि डीएमआरसी (DMRC) नगर में मेट्रो लाइनों के निर्माण में पटना मेट्रो रेल निगम (पीएमआरसी) की सहायता कर रहा है।
एक अनुमान के अनुसार 31 किलोमीटर लंबी पटना मेट्रो रेल परियोजना से बिहार की राजधानी में 10 लाख से अधिक यात्रियों को लाभ होने की आशा है। तथा यह भी अनुमान है कि पटना मेट्रो से प्रतिदिन 2.10 लाख लोग 2026 से यातायात करेंगे।
मित्रों यदि आपको उपरोक्त पटना मेट्रो के निर्माण कार्य की विशेष जानकारी पसंद आई हो तो हर हर महादेव कमेंट बाॅक्स में अवश्य लिखें।
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