शुरू हुआ एक और विकास परियोजना पर कार्य, बदलेगा धाम का स्वरुप
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Vindhyachal Railway Station Redevelopment : किसी भी देश को विकसित होने के लिए वहां की आधारभूत संरचनाओं का सुदृढ़ होना अत्यंत आवश्यक है। और इसकी महत्ता को समझते हुए देश की वर्तमान सरकार भारत के विभिन्न आधारभूत संरचना का अभूतपूर्व विकास कर रही है। फिर चाहे वो रेल व रोड नेटवर्क हो अथवा विकास की दौड़ में गति बनाने के लिए बुलेट ट्रेन मेट्रो व एक्सप्रेसवे आदि का निर्माण, या फिर एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण। इस समय संपूर्ण भारत में हर ओर कोई ना कोई विकास कार्य संचालित है जिसका अनुभव आप स्वयं भी अपने क्षेत्र में रहकर कर रहे होंगे।
इसी क्रम में आज हम आपको उत्तर भारत के महत्वपूर्ण धार्मिक नगर के रेलवे स्टेशन के विश्वस्तरीय होने की परियोजना की विस्तृत जानकारी देने जा रहे हैं। परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें विश्व में विशेष पहचान बना रही काशी के ही प्रकार से अब वाराणसी से 70 किलोमीटर दूर स्थित विंध्याचल का रेलवे स्टेशन भी विश्वस्तरीय होगा। परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि रेलवे बोर्ड ने विंध्याचल स्टेशन को आधुनिक व स्मार्ट बनाने के लिए डिजाइन को स्वीकृति दे दी है। तथा बीते 6 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के 508 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत विंध्याचल रेलवे स्टेशन को भी पुनर्विकसित करने के लिए वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर परियोजना का शिलान्यास कर दिया है।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि श्रद्धालुओं को सुविधा देने के दृष्टिकोण से रेलवे की ओर से व्यापक स्तर पर जीर्णोद्धार के कार्य यहां पर किए जा रहे हैं। हाल में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 41 हजार करोड़ की लागत से मीरजापुर और चुनार स्टेशन समेत 554 स्टेशनों का पुनर्विकास व 1500 आरओबी व अंडर के लिए वर्चुअल शिलान्यास व लोकार्पण किया था।
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प्रधानमंत्री ने इस समयावधि में स्पष्ट किया था कि पाई-पाई जोड़कर रेलवे का विकास कराया जा रहा है। इसी को लेकर 41 हजार करोड़ की लागत से 554 स्टेशनों का शिलान्यास व लोकार्पण किया जा रहा है। इसमें दिव्यांग, बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
निर्माण कार्य की वर्तमान परिस्थिति दर्शाते हुए परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर आधुनिक सुविधाओं के साथ ही यहां की संस्कृति की झलक भी दिखेगी। विंध्याचल स्टेशन के कायाकल्प के लिए 26.82 करोड़ की कार्ययोजना स्वीकृत की गई है। पूरे देश में चयनित 508 स्टेशनों के कायाकल्प के लिए 25 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
यही नहीं विंध्याचल के अतिरिक्त मीरजापुर व चुनार रेलवे स्टेशन को भी अमृत भारत योजना के अंतर्गत कायाकल्प के लिए चयनित किया गया है। अमृत भारत योजना के अंतर्गत जिन रेलवे स्टेशनों का उच्चीकरण किया जा रहा है वहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यात्री सुविधाओं की दृष्टि से बेहतरीन पार्किंग स्थल होगा। पूरे रेलवे स्टेशन का नया भवन होगा। ग्रीन बिल्डिंग बनाई जाएगी। हरित ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त दिव्यांगजन, महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सभी को अधिक से अधिक सुविधाएं रेलवे स्टेशन पर प्रदान की जाएंगी। दैनिक जीवन में जो कठिनाइयां हैं, उसका सामना आमजन को रेलवे स्टेशन पर न करना पड़े, इसका ध्यान रखा जाएगा। रेलवे स्टेशनों का इस प्रकार से विकास किया जाएगा कि वे नगर के केंद्र में हों। यह एक अनूठा अनुभव होगा जो यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर आने के पश्चात प्राप्त होगा।
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बता दें कि मीरजापुर रेलवे स्टेशन 34.25 करोड़ और चुनार स्टेशन को 19.9 करोड़ रुपये से उच्चीकरण किया जाएगा। साथ ही 70.77 करोड़ की लागत से निर्मित तीन रेलवे ओवरब्रिज एवं अंडरपास का लोकार्पण किया गया है। अंडरपास व ओवर ब्रिज चुनार के कजरहट, देवाही व विरोही में निर्मित किए गए हैं।
अमृत भारत स्टेशन पर रुफ प्लाजा, रेल कोच रेस्टोरेंट के साथ इंटरनेट वाई-फाई की सुविधा होगी। वेटिंग हाल बनेंगे तथा इसके साथ ही स्टेशनों पर बेहतर प्रकाश व्यवस्था के साथ-साथ पार्किंग स्टैंड भी बनाए जाएंगे।
अधिक जानकारी हेतु बता दें कि अमृत भारत योजना के अंतर्गत मीरजापुर व चुनार रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग, स्टेशन की भव्य इमारत, यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाओं का विकास, फुट ओवर ब्रिज, स्वचालित सीढी, लिफ्ट के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं विंध्याचल रेलवे स्टेशन के बाहर पुराने हो चुके शेड को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। जिसकी हम आपको ड्रोन व्यू दर्शा रहे हैं।
जानकारी हेतु बता दें कि विंध्यधाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निकटतम विंध्याचल स्टेशन धाम से मात्र पांच सौ मीटर अर्थात पैदल मार्ग पर ही है। यहां से धाम की पहुंच सुगम होने से स्टेशन के विकास को अधिक महत्व दिया जा रहा है।
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महत्वपूर्ण है कि रेल मंत्रालय की ओर से रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प के लिए नई योजना अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना का आरंभ किया गया है। इसके अंतर्गत पूरे देश में 1309 रेलवे स्टेशन कायाकल्प के लिए चयनित किए गए हैं।
पहले चरण में देश भर में 508 रेलवे स्टेशन के उच्चीकरण व पुनर्विकास कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त बनाने के कार्य का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल रूप में किया है। पहले चरण के कार्य के लिए उत्तर मध्य रेलवे के 15 और प्रयागराज मंडल के सात स्टेशन चयनित किए गए हैं। इनमें एक विंध्याचल रेलवे स्टेशन भी सम्मिलित है।
इसके अतिरिक्त यह भी बता दें कि रेलवे स्टेशन विंध्याचल से विंध्यवासिनी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को अब लंबी दूरी नहीं तय करनी पड़ेगी। रेलवे स्टेशन से पुरानी वीआईपी मार्ग तक जाने वाले संपर्क मार्ग को 40 फीट चौड़ा करने की तैयारी है। इसके लिए शासन से भूमि क्रय के लिए प्रथम किश्त के तौर पर 15 करोड़ रुपये अवमुक्त कर दिए गए हैं। सड़क निर्माण के लिए शीघ्र ही सहमति के साथ ही भूमि अधिग्रहण व निर्माण की प्रक्रिया आरंभ हो रही है।
विंध्य काॅरिडोर के अंतर्गत विंध्याचल में विभिन्न कार्य चल रहे हैं। हाल ही में विंध्याचल रेलवे स्टेशन से पुरानी वीआईपी तक मार्ग के चौड़ीकरण के कार्ययोजना को प्रदेश कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति मिली है। इसके अंतर्गत 24 करोड़ 27 लाख 41 हजार 120 रुपये से सड़क निर्माण के लिए भूमि क्रय किया जाएगा।
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रेलवे स्टेशन विंध्याचल से प्राधिकरण प्रशासनिक भवन होते हुए पुरानी वीआईपी मार्ग तक जाने वाले संपर्क मार्ग को 40 फीट चौड़ा किया जाना है। इस मार्ग के निर्माण से विभिन्न क्षेत्रों से ट्रेन के माध्यम से आने वाले श्रद्धालु रेलवे स्टेशन से सीधे मां विंध्यवासिनी के दरबार तक पहुंच सकेंगे। इसी प्रकार मंदिर में दर्शन के पश्चात ट्रेन पकड़ने के लिए यात्री सीधे रेलवे स्टेशन जा सकेंगे।
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