यूपी में नई औद्योगिक क्रांति – Noida Ghaziabad Kanpur Expressway

Getting your Trinity Audio player ready...

Noida Ghaziabad Kanpur Expressway : CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तीव्र गति से आगे बढ़ रहे उत्तर प्रदेश को विकास की मिलने वाली है नई संजिवनी, तथा अब 1 ट्रिलियन डॉलर की इकाॅनमी को संकलित इस एक्सप्रेस प्रदेश को मिलने वाली है एक और एक्सप्रेसवे की नई सौगात।

Noida Ghaziabad Kanpur Expressway
Noida Ghaziabad Kanpur Expressway

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जबसे देश का नियंत्रण संभाला है, तब से उत्तर प्रदेश के विकास को अत्यधिक गति मिली है। तथा योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के मुख्यमंत्री बनने पश्चात यहां के विकास को पंख से लग गए हैं। यूपी में विकास को और गति देने के लिए रेल, विमान के साथ-साथ सड़क मार्ग का जाल बिछाया जा रहा है। इसी क्रम में अब नोएडा गाजियाबाद से लेकर कानपुर को एक और नए एक्सप्रेसवे का पुरस्कार मिलने वाला है।

परियोजना की जानकारी देने हेतु बता दें कि दिल्ली-एनसीआर से एक ऐसा एक्सप्रेसवे गुजरने वाला है जो कानपुर तक प्रॉपर्टी के दाम बढ़ा देगा। वास्तव में 380 किलोमीटर लंबा यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट सिद्ध होगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से नोएडा से कानपुर की दूरी घटकर मात्र साढ़े 3 घंटे रह जाएगी, जबकि अभी यह समय वर्तमान में 8 घंटे है। इस 4 लेन एक्सप्रेसवे को 6 लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में प्रॉपर्टी मार्केट के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण होगा। क्योंकि , यहां नोएडा से लेकर कानपुर तक के बीच इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाए जाएंगे। आइये आपको बताते हैं यह एक्सप्रेसवे किन 9 जिलों से गुजरेगा, जहां प्रॉपर्टी के प्राइस पर प्रभाव होगा, साथ ही इन नगरों के मध्य यात्रा का समय भी घटेगा।

Read Also
बदल गया मणिकर्णिका घाट का भूगोल – Manikarnika Ghat Varanasi

वाराणसी में बनकर तैयार हुआ नया रिवर फ्रंट

बता दें कि गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का उत्तरी सिरा NH-9 (गाजियाबाद-हापुड़ हाइवे) से जुड़ा होगा, जबकि दक्षिणी छोर 62.7 किमी लंबे कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्ट होगा। कानपुर लखनऊ एक्सप्रेसवे की जानकारी हमने आपको अपनी पिछली वीडियो में दिया था। नोएडा कानपुर एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों से गुजरेगा। यह ग्रीनफील्ड कॉरिडोर गाजियाबाद में वर्तमान के मेरठ एक्सप्रेसवे को हापुड़ से भी जोड़ेगा।

बता दें कि नोएडा गाजियाबाद कानपुर एक्सप्रेसवे 380 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे गाजियाबाद से आरंभ होगा तत्पश्चात यह हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव से होते हुए कानपुर तक जाएगा। इस प्रकार यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों को कवर करेगा और कई गांवों से गुजरेगा।

गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने के पश्चात दिल्ली-एनसीआर से उत्तर प्रदेश के कई नगरों में रोड कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी। विशेष बात है कि इस एक्सप्रेसवे से गाजियाबाद से कानपुर तक का यात्रा मात्र साढ़े 3 घंटे में पूरा हो जाएगा। वर्तमान में, इसमें 8 घंटे लगते हैं क्योंकि NH-91 गाजियाबाद और कानपुर को जोड़ता है और इस हाईवे की लंबाई 468 किलोमीटर है।

Noida Ghaziabad Kanpur Expressway
Noida Ghaziabad Kanpur Expressway Route Map

इसके अतिरिक्त, NH-9 से यात्रा करने वाले लोगों को सड़क पर कम से कम आठ घंटे का समय लगता है। इसलिए आगामी एक्सप्रेसवे यात्रियों के लिए तेज़ और अधिक कुशल यात्रा विकल्प का वादा करता है। इस गाजियाबाद कानपुर एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के पहले से मौजूद प्रभावशाली नेटवर्क में एक बड़ा योगदान देगा, जो राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा।

यही नहीं हाउसिंग डॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे के तैयार होने से यूपी के इन सभी 9 जिलों में रियल एस्टेट सेक्टर में अच्छा बूम आ सकता है। यहां रेसिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी व लैंड की मांग बढ़ सकती है। और इस एक्सप्रेसवे से यूपी की अर्थव्यवस्था को भी काफी बढ़ावा मिलने की आशा है।

Read Also
देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना ने पकड़ी तूफ़ानी रफ़्तार

अयोध्या रेलवे स्टेशन निर्माण अब तृतीय चरण में

परियोजना की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी देने हेतु बता दें कि वर्तमान में नोएडा कानपुर एक्सप्रेसवे परियोजना के विस्तृत परियोजना रिपोर्ट अर्थात DPR के लिए निविदा सूचना जारी किया गया है। और जिन कंपनियों ने इसके लिए आवेदन किया है उनमें है:-
1. C E Testing Company Pvt. Ltd.
2. Chaitanya Projects Consultancy Pvt. Ltd.
3. K and J Projects Pvt. Ltd.
4. LEA Associates South Asia Pvt. Ltd.
5. Lion Engineering Consultants Pvt. Ltd.
6. MSV International Inc.
7. RITES Ltd.
8. SA Infrastructure Consultants Pvt. Ltd.
9. Theme Engineering Services Pvt. Ltd.

Kolkata Varanasi Expressway
Expressway

इसका निर्माण होने से पश्चिमी यूपी के लोगों को लखनऊ कानपुर जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होगा। अभी तक यमुना एक्सप्रेसवे से लोग लखनऊ जाते हैं, परंतु नया एक्सप्रेसवे बनने पर कानपुर के रास्ते भी लखनऊ जा सकेंगे।

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारियों ने लक्ष्य रखा है कि डीपीआर प्रस्ताव को वित्तीय स्वीकृति मिलने के पश्चात एक वर्ष के भीतर भूमि अधिग्रहण का कार्य पूर्ण किया जाएगा।

साथ ही प्रोजेक्ट के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी जाएगी, जिससे की 90 प्रतिशत तक भूमि अधिग्रहण (Land Aquisition) की प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात निर्माण आरंभ कर दिया जाएगा।

Read Also
6 लेन डबल डेकर सिग्नेचर ब्रिज परियोजना ने पकड़ी रफ़्तार

Exclusive : Badrinath Dham Redevelopment Project Update

इसके बाद मंत्रालय की तरफ से प्रोजेक्ट पर आने वाले खर्च को वित्तीय स्वीकृति दी जाएगी। इसमें भूमि अधिग्रहण और निर्माण खर्च सम्मिलित होगा। परियोजना की कुल लागत लगभग 5000 करोड़ आने का अनुमान है।

बता दें कि इस 380 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का ढांचागत निर्माण छह लेन के हिसाब से किया जाएगा, परन्तु आरंभ में चार लेन ही बनाया जाएगा। और वाहनों का दबाव बढ़ने के पश्चात इसका विस्तार किया जा सकेगा।

Read Also
Exclusive : जानें कितना हुआ केदारनाथ धाम का अबतक पुनर्विकास

श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण अयोध्या की नवीन जानकारी

एनएचएआई के अनुसार एक्सप्रेसवे के निर्माण में नवीनतम तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। एक्सप्रेसवे सीसीटीवी कैमरे, वेरिएबल मैसेज साइन और इमरजेंसी कॉल बॉक्स जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। एनएचएआई ने यह भी कहा है कि वह पर्यावरण पर निर्माण के प्रभाव को कम करने के लिए कदम उठाएगा। निर्माण कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा ताकि यातायात प्रवाह बाधित न हो।

वहीं परियोजना के पूर्ण होने को लेकर NHAI ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे के लिए भूमि का अधिग्रहण पूरा होने के पश्चात 2026 तक यह बनकर तैयार हो जाएगा।

Varanasi Kolkata Expressway
Expressway

महत्वपूर्ण है कि गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे बनने से कानपुर जनपद को काफी लाभ मिलेगा। सबसे अधिक लाभ औद्योगिक क्षेत्र को होगा। कानपुर तक माल ढुलाई सरल हो जाएगी। सीधे कनेक्टिविटी मिलने लगेगी। इससे वाहन चालकों का समय और पैसा दोनों बचेंगे। इसके अतिरिक्त एक्सप्रेसवे के दोनों ओर औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने से रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको नोएडा गाजियाबाद कानपुर एक्सप्रेसवे परियोजना की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में अपने गांव अथवा जिला का नाम अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-

Video

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *