भारत में ये बुलेट ट्रेन सबसे पहले दौड़ेगी, परियोजना ने पकड़ी रफ़्तार
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देश के विकास को गति प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री के गृह राज्य के अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के पश्चात नागपुर-मुंबई (Mumbai Nagpur Bullet Train) रूट पर भी बुलेट ट्रेन सबसे पहले चलने की संभावना है. रेलवे के अनुसार वर्ष 2024 से इस मार्ग के निर्माण आरंभ हो जाएगा।
भारत में जब बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बनी तो इसमें सर्वप्रथम मुंबई से लेकर करणावती तक अर्थात वर्तमान के अहमदाबाद को चुना गया था। तथा इसी के साथ देश में और भी कई प्रमुख नगरों को बुलेट ट्रेन की सुविधा प्रदान करने के लिए लगभग 7 और मार्गों पर बुलेट ट्रेन चलाने का निर्णय हुआ।
इनमें मुंबई-अहमदाबाद के साथ ही दिल्ली-वाराणसी (865 किलोमीटर)
दिल्ली-अहमदाबाद (886 किलोमीटर),
मुंबई-नागपुर (753 किलोमीटर),
मुंबई-हैदराबाद (711 किलोमीटर),
चेन्नै-मैसूर (435 किलोमीटर)
दिल्ली-अमृतसर (459 किलोमीटर) तथा
वाराणसी हावड़ा (765 किलोमीटर) सम्मिलित हैं।
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बता दें कि मुंबई नागपुर बुलेट ट्रेन कॉरिडोर लगभग 766 किलोमीटर लंबा है। मुंबई-नागपुर हाई-स्पीड रेल को शॉर्ट फाॅर्म में (MNHSR बुलेट ट्रेन) परियोजना भी कहते हैं। जो मुंबई, को नागपुर से जोड़ेगी। इस परियोजना में कुल 12 स्टेशनों को बनाया जाना है जिनके नाम हैं।
1. शाहपुरी
2. इगतपुरी
3. नासिक
4. शिरडी
5. औरंगाबाद
6. जालना
7. महकर
8. मालेगांव जहांगीर
9. करंजा लाडी
10. पुलगांव
11. वर्धा
12. नागपुर
जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई अहमदाबाद तथा दिल्ली वाराणसी के पश्चात मुंबई नागपुर बुलेट ट्रेन परियोजना देश की तीसरी बुलेट ट्रेन परियोजना है। इसका आरंभ वर्ष 2019 में हुआ था।
काल चक्र की अधिक जानकारी देते हुए बता दें कि सितंबर 2020 में, NHSRCL ने भारत सरकार द्वारा दिए गए कार्य के अनुसार अपनी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट अर्थात DPR तैयार करने के उद्देश्य से LiDAR सर्वे आदि के लिए टेंडर जारी किया था तथा मार्च 2021 में, SECON – Helica JV को यह कार्य सौंपा गया था तथा इस कार्य की समय सीमा 150 दिनों की तय हुई थी। अर्थात मुंबई नागपुर बुलेट ट्रेन के DPR बनाने हेतु हवाई LiDAR सर्वेक्षण कार्य को 150 दिनों के भीतर पूर्ण कर लेना था।
जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई नागपुर बुलेट ट्रेन का रूट निर्माण मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग के समानांतर में किया जाएगा, जिसे की महाराष्ट्र स्टेट रोड डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन बना रही है। एवं अब यदि आपको हम इस परियोजना की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी दें तो बता दें कि मुंबई से नागपुर के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन (Mumbai-Nagpur bullet train) की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) बनकर तैयार है और नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने ये डीपीआर रेलवे बोर्ड को सौंप दी है।
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अधिकारियों के अनुसार, मुंबई-नागपुर की ये डीपीआर फरवरी के मध्य में तैयार हो गई थी। तथा 28 फरवरी को इसे भारतीय रेलवे बोर्ड को सौंप दिया गया है। एवं अब आगे के निर्देशों की प्रतीक्षा किया जा रहा है। डीपीआर के अनुसार, ये बुलेट ट्रेन 10 जिलों से होकर गुजरेगी। इसके तैयार होने पर दोनों नगरों के मध्य में आने-जाने में लगने वाला समय काफी घट जाएगा। तथा जहां मुंबई से नागपुर आने जाने में वर्तमान में लगभग 12 घंटे लगते हैं, तो वहीं बुलेट ट्रेन से ये दूरी मात्र 3.5 से 4 घंटे में ही पूरा किया जा सकेगा।
इससे पहले, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 11 फरवरी को संसद में अपने लिखित जवाब में बताया था कि 766 किमी लंबे मुंबई-नागपुर कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन 350 किमी प्रति घंटे की गति से चलेगी। इस बुलेट ट्रेन का किराया क्या होगा, वैसे तो ये अभी तय नहीं है परन्तु एक अनुमान के अनुसार, ये ट्रेन के फर्स्ट एसी क्लास किराए का लगभग डेढ़ गुना तक हो सकता है।
वहीं दूसरी ओर यदि इस मुंबई नागपुर बुलेट ट्रेन की लागत आदि की जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर एक लाख करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है।
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नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड मुंबई-नागपुर के अतिरिक्त मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर भी तैयार कर रहा है। देश की पहली बुलेट ट्रेन यहीं पर चलेगी। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड मुंबई और पुणे के मध्य में सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाने की योजना भी तैयार कर रहा है। इसकी व्यवहार्यता स्टडी (feasibility study) पर कार्य आरंभ हो चुका है। यह इंडियन रेलवे और महाराष्ट्र सरकार का संयुक्त उपक्रम है।
महत्वपूर्ण है कि रेलवे के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के सहयोग मिलने तथा अहमदाबाद रूट जैसी कोई कठिनाई सामने नहीं आई तो वर्ष 2024 के आम चुनाव आरंभ होने तक इस मार्ग के निर्माण आरंभ होने की पूरी संभावना है। दरअसल फरवरी में नागपुर-मुंबई बुलेट ट्रेन रूट का डीपीआर तैयार हो चुका है। तथा इसके लिए आवश्यक भूमि का 70 प्रतिशत भाग पहले से ही उपलब्ध है। केवल 30 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण की ही आवश्यकता पड़ेगी।
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इसपर और अधिक जानकारी हेतु बता दें कि नागपुर से इगतपुरी के मध्य भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। केवल इगतपुरी से मुंबई के मध्य भूमि अधिग्रहण करना होगा, जिस क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण होना है वहां भी न्यूनतम भूमि ली जाएगी। इस भाग में बुलेट ट्रेन का अधिकतर मार्ग एलिवेटेड बनेगा। जिस रूट पर बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति 350 किमी प्रति घंटे होगी।
महत्वपूर्ण है कि रेल मंत्रालय ने सात हाई स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन) कॉरिडोर-दिल्ली-वाराणसी, मुंबई-नागपुर, दिल्ली-अहमदाबाद, मुंबई-हैदराबाद, चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर, वाराणसी-हावड़ा दिल्ली-अमृतसर के लिए सर्वेक्षण करने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया है।
वहीं अहमदाबाद से मुंबई बुलेट ट्रेन मार्ग का निर्माण गुजरात क्षेत्र में तेजी से चल रहा है। गुजरात में बुलेट ट्रेन के लिए अधिकतर भूमि का अधिग्रहण कार्य पूरा हो चुका है, महाराष्ट्र में यह लंबित है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी, तत्पश्चात ठेकों को आखिरी रूप देने में देरी तथा कोविड-19 के प्रतिकूल प्रभाव से मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के साकार होने में देरी हुई।
जानकारी के लिए बता दें कि इस बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति होगी 350 kmph परिचालन गति 320 kmph औसत गति 250 kmph होगी तथा इसका ट्रैक गेज 1435mm होगी एवं एक ट्रेन में यात्रियों के बैठने की क्षमता 750 होगी।
मित्रों उपरोक्त दी गई मुंबई नागपुर बुलेट ट्रेन की जानकारी पसंद आई हो तो कमेंट बाॅक्स में हर हर महादेव लिखें।
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