अयोध्या के श्री राम मंदिर का दिखा दिव्या स्वरुप
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Ayodhya Ram Mandir : यूपी के अयोध्या में भव्य राम मंदिर अब आकार ले रहा है। बस कुछ ही महीने पश्चात भगवान रामलला अपने घर में विराजमान होंगे और भक्तों को अद्भुत दर्शन देंगे। वैसे तो संपूर्ण मंदिर का निर्माण 2025 तक पूरा होगा, परंतु जनवरी 24 में भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। जबकि दिसंबर 23 तक मंदिर के पहले चरण का काम पूरा हो जाएगा। आज हम आपको बताएंगे कि दिसंबर 2023 के पहले अयोध्या में बन रहे निर्माणाधीन मंदिर में क्या-क्या पूरा होगा।
बता दें कि राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पत्थरों से बनाए जा रहे भगवान राम के मंदिर के प्रथम चरण का कार्य लगभग 90 प्रतिशत से अधिक पूरा हो गया है। भूतल पर लगने वाले 160 स्तंभ लगाए जा चुके हैं। इन स्तंभों में आइकनोग्राफी (चित्र और प्रतीक) का काम पूरा किया जाना है। मंदिर के निचले हिस्से में भगवान राम से प्रसंग होंगे। इसी तल पर बिजली और अन्य सुविधाओं को पूरा किया जाना है। ये सभी कार्य 30 दिसंबर 2023 तक पूरे कर लिए जाएँगे। मंदिर में जहां भगवान विराजमान होंगे, उस गर्भ गृह का कार्य भी 90 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो गया। एक ओर भव्य मंदिर तीव्र गति के साथ बन रहा है, तो दूसरी ओर भगवान रामलला की अचल प्रतिमा भी अब आकार ले रही है।
इसके अतिरिक्त आपको हम बता दें कि इस दिसंबर 2023 तक भगवान राम के मंदिर के प्रथम चरण के कार्य के अंतर्गत मंदिर के पांचों मंडप बनकर तैयार हो जाएंगे। इसके अतिरिक्त मंदिर में जो 160 स्तंभ बनाए गए हैं उस पर भगवान राम के जीवन पर आधारित आकृतियां उकेरने का कार्य भी पूर्ण हो जाएगा। तथा मंदिर में अब छत डालने का कार्य भी लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। एवं मंदिर पर स्तंभ से लेकर छत तक अद्भुत नक्काशी की जा रही है।
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इसके साथ यात्री सुविधा केंद्र के परिसर के अंदर बिजली की व्यवस्था पूर्ण कर ली जाएगी। भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा के अनुसार, 30 दिसंबर तक इन कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
श्री राम मंदिर के स्तंभों पर बनने वाली प्रतिमाओं के निर्माण की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि पीठिका तथा अन्य स्थानों पर सज्जित होने के लिए शास्त्रीय ग्रंथों में वर्णित कथाओं के आधार पर सुंदर मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है। इन मूर्तियों को निर्माण प्रक्रिया की सारिणी के अनुसार निर्दिष्ट स्थानों पर प्रस्थापित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त भगवान श्री राम की प्रतिमा की अधिक जानकारी हेतु बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार भगवान रामलला की मूर्ति 51 इंच की होगी, जिसे गर्भगृह में बने चबूतरे पर स्थापित किया जाएगा। जो बाल स्वरूप में होगी। इसके अतिरिक्त 3600 अन्य मूर्तियाँ मंदिर में स्थापित की जाएँगी।
तथा इनमें सबसे महत्वपूर्ण है कि भगवान राम के गर्भगृह का निर्माण भी लगभग पूरा हो गया है। इसकी जो कलाकृति है, इसमें जो कार्विंग की जा रही, जो वास्तुकला है, वह वास्तव में देखने योग्य है। अगर आप उसको निकट से देखेंगे तो उसको निहारते रह जाएंगे। राम मंदिर के प्रत्येक खंभे पर देवी-देवताओं की 6000 मूर्तियां उकेरी जा रही हैं। इन मूर्तियों के बनने के पश्चात मंदिर की क्या छटा निकलेगी, आप उसकी कल्पना कर सकते हैं।
बता दें कि संपूर्ण मंदिर में अद्भुत तरीके से नक्काशी की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम निर्णय के पश्चात अयोध्या का न केवल भाग्य बदला है, अपितु पूरी अयोध्या की तस्वीर भी बदल रही है। भगवान राम का मंदिर अब आकार लेने लगा है। मंदिर का निर्माण युद्धस्तर पर किया जा रहा है। आस्था और श्रद्धा का अनूठा संगम भगवान राम की नगरी अयोध्या में देखने को मिल रहा है।
राम भक्त चित्र देखकर मोहित हो रहे हैं। जब स्वयं अपनी आंखों से मंदिर की भव्यता देखेंगे तो वह छड़ अद्भुत और अलौकिक होगा। प्रत्येक खंभे और दीवारें अभूतपूर्व हैं, कलाकृतियों से भरी हुई हैं।
वास्तव में अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर के गर्भ गृह को सफेद मार्बल से बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं मंदिर में दरवाजे की चौखट ,फर्श, गर्भ गृह का द्वार भी मकराना के सफेद मार्बल से बनाया जा रहा है। इस पत्थर पर बारीक नक्काशी भी की जा रही है। जो देखने में अद्भुत और अलौकिक है।
बता दें कि यह मकराना के सफेद मार्बल 100 वर्ष तक अपना रंग नहीं बदलते। प्राप्त जानकारी के अनुसार ताजमहल से भी बेहतरीन हाई क्वालिटी के मार्बल भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण में लगाया जा रहा है। जो 100 वर्षों तक भी खराब नहीं होंगे।
यह भी बता दें कि मकराना के मार्बल अभी धीमी गति से अयोध्या आ रहे हैं। यह मकराना मार्बल सफेद भी होते हैं। रंगीन भी होते हैं। सफेद मार्बल अधिक चलते हैं।
इसके अतिरिक्त आपको हम बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं अयोध्या में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। राज्य सरकार अयोध्या में नगर के हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन के विस्तार सहित आधारभूत संरचना से जुड़ी परियोजनाओं पर तेजी से कार्य कर रही है।
इसी क्रम में शहादतगंज से नया घाट तक 13 किलोमीटर लंबे रामपथ के निर्माण की दिशा में भी कार्य संचालित है। राम जानकी पथ और भक्ति पथ के विकास के लिए योजनाएं चल रही हैं। राम जानकी पथ की चौड़ाई 30 मीटर होगी, जबकि भक्ति पथ 14 मीटर चौड़ा होगा। इन विकासों का उद्देश्य श्री राम जन्मभूमि और हनुमान गढ़ी मंदिर में भक्तों के यातायात को सुविधाजनक बनाना है।
यह भी बता दें कि अगले वर्ष जनवरी में राम मंदिर में राम लला विराजमान हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार इसके भव्य उद्घाटन की तैयारी में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के भव्य उद्घाटन में सम्मिलित होने के लिए जनता को निमंत्रण दिया है और वह सक्रिय रूप से चल रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं।
मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई श्री राम मंदिर निर्माण की जानकारी आपको पसंद आई हो तो कमेंट बाॅक्स में जय श्री राम अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
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