इसी वर्ष मिलेगी अयोध्या को नवीन रेलवे स्टेशन की सौगात
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अयोध्याजी के नवीन स्वर्ण काल का आरंभ स्वरूप लगभग 150 वर्ष पुराने अयोध्या जंक्शन रेलवे स्टेशन के भवन का जीर्णोद्धार इसी वर्ष होगा पूर्ण
अयोध्याजी के नवीन स्वर्ण काल का आरंभ स्वरूप लगभग 150 वर्ष पुराने वर्तमान के अयोध्या जंक्शन रेलवे स्टेशन की भवन व परिसर को राम नगरी अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए केंद्र सरकार द्वारा आधुनिक सुविधा युक्त मॉडल रेलवे स्टेशन निर्माण कराए जाएं योजना बनाई गई है। जिसका शिलान्यास 29 फरवरी 2018 में तत्कालीन रेल मंत्री मनोज सिन्हा द्वारा किया गया था।
धर्मनगरी अयोध्या को भगवान श्रीराम की मर्यादा के अनुरूप सजाने-संवारने का कार्य गति पकड़ चुका है। राममंदिर निर्माण आरंभ होने के पश्चात पूरे विश्व के लोग अयोध्या आने को व्याकुल हैं, इसको गंभीरता से लेते हुए यहाँ के रेलवे स्टेशन को भी विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है।
बता दें की अयोध्या में राममंदिर के स्वरूप में ही आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के लिए स्टेशन का निर्माण चल रहा है। नए स्टेशन पर एक साथ एक लाख से अधिक श्रद्घालु व यात्री ठहर भी सकेंगे। यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होने व रेलगाड़ियों के फेरे बढ़ने के अनुमान के पश्चात अब अयोध्या रेलवे स्टेशन के वर्तमान में उपलब्ध 3 प्लेटफार्मों को बढ़ाकर 10 तक किया जाना है।
नए स्टेशन पर साफ-सफाई, पेयजल सहित अन्य आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित भी होगा। जिसके लिए 117000 स्क्वायर मीटर के क्षेत्रफल में नए स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसकी कुल लंबाई 104 मीटर है।
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पूरे स्टेशन परिसर को इस तरह सजाया जाएगा कि यहां उतरते ही श्रीराम जन्मभूमि में प्रवेश करने का अनुभव हो जाए। मंदिर मॉडल की तरह स्टेशन परिसर को भव्यता प्रदान की जा रही है। स्टेशन परिसर में रामायण के प्रसंगों का भी अंकन किया जाएगा।
स्टेशन के कर्मियों के लिए 24 स्टाफ क्वार्टर का भी निर्माण कराया जा रहा है। ये आवास टाइप टू और टाइप थ्री के होंगे। इनमें से अधिकांश क्वार्टर बनकर तैयार हो चुके हैं। नए स्टेशन का स्ट्रक्चर तैयार करने के पश्चात वर्तमान समय में इसके फिनिशिंग का कार्य संचालित है। तथा स्टेशन परिसर में पार्किंग की भी व्यवस्था की जा रही है। जिसमें की 88 दोपहिया, 28 ऑटो, 124 टैक्सी व आठ बसें एक साथ खड़ी हो सकेंगी।
जानकारी के लिए बता दें की इस नए स्टेशन का निर्माण कार्य करने वाली संस्था का नाम है राइ्टस जिसका की स्टेशन परिसर के बाहर बोर्ड पर नाम भी अंकित है जिसे की हमने आपको विडियो में दिखाने का प्रयास किया है।
अब आपको अयोध्या रेलवे स्टेशन की लागत की जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व में रेलवे स्टेशन के विस्तार की योजना 80 करोड़ की थी जो अब बढ़कर 134 करोड़ हो गयी है। तथा इसमें अब रामघाट हाल्ट स्टेशन को भी उत्तर रेलवे में समायोजित कर विकसित करने की योजना है।
अयोध्या रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य की अधिक जानकारी के लिए बता दें की जंक्शन रीमॉडलिंग का कार्य 2 चरणों में होना है जिसमें की पहले चरण का कार्य इसी वर्ष अब दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा और शीघ्र ही आधुनिक यंत्रों व सुविधाओं से लैस किये जाने का कार्य भी पूरा होगा। तथा वर्तमान समय तक भूतल सहित तीन तल के स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है एवं लाल पत्थर आदि के लगाने का कार्य चल रहा है। जिसके दृश्य विडियो में उपलब्ध है।
अयोध्या की मॉडल रेलवे स्टेशन में श्रद्धालुओं को रोके जाने की व्यवस्था भी बनाई जा रही है जिसमें फुट ब्रिज के साथ हाइड्रोलिक सीढ़ी, वातानुकूलित वेटिंग रूम, महिलाओं, वृद्ध व दिव्यांगों के लिए 6 लिफ्ट व 4 एक्सलेटर के साथ बैठने की उत्तम व्यवस्था, वाहन पार्किंग, गार्डन और सुरक्षा संबंधित अन्य उपकरण से युक्त होंगे। तो वहीं यात्रियों को टिकट लेने के लिए लाइन नही लगानी होगी जिसके लिए ई टिकट की भी सुविधा दी जाएगी। तथा 24 मिनरल वॉटर पॉइंट होंगे जो यात्रियों की प्यास बुझाएंगे। एक समान दूरी पर स्टील बेंच भी लगेंगी। स्टेशन परिसर में प्रकाश के पर्याप्त व्यवस्था होंगे। इसके लिए 50 किलोवाट का सोलर प्लांट भी लगाने की तैयारी है। साथ ही 11 केवीए का विद्युत सब स्टेशन भी बनाया जा रहा है। एवं 320 किलोवाट के तीन डीजी सेट भी लगाए जा रहे हैं।
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यही नहीं रेल की यात्रा से अयोध्या पहुंचने वाले यात्रियों को राम की नगरी पहुंचने का अनुभव कराने के लिए स्टेशन स्ट्रक्चर जोकी मंदिर के मॉडल का है उसके बाहरी दीवारों से लेकर शिखर तक राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों का प्रयोग किया जा रहा है। तो वहीं पूरे स्टेशन पर भगवान श्री राम के जीवन चरित्र से जुड़े कलाकृतियां दिखाई देगी। जिसमें भगवान श्री राम के अयोध्या आगमन का दृश्य दर्शाया जाएगा।
अब आपको यदि यहाँ होने वाले निर्माण कार्य के दोनों चरणों के अनुसार बताएं तो पहले चरण में स्टेशन की भवन को तीन मंजिला बनाया जा रहा है। इसके साथ ही मेला शेड, सर्कुलेटिंग एरिया, दो फुटओवर ब्रिज, प्रतीक्षालय, एस्केलेटर, लिफ्ट, फूड कोर्ट, एसी रिटायरिंग रूम, एलईडी होर्डिंग, सभी सुविधाओं से युक्त रेलवे क्वार्टर भी तैयार किए जाने हैं।
तथा पहले चरण के पूर्ण होने के पश्चात यूपी सरकार जैसे ही भूमि की व्यवस्था कर देगी वैसे ही रेलवे दूसरे चरण को आरंभ कर देगा। जिसमें की पार्किंग आदि का निर्माण होगा।
इसके अतिरिक्त आपको बता दें की दो चरणों में विकसित किए जा रहे इस स्टेशन से प्रतिदिन 1 लाख यात्रियों के आने की आशा है। पहले चरण में, प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर दो मंजिला परिसर नियमित दिनों में औसतन 15,000 यात्रियों को और दशहरा, राम नवमी, दिवाली और परिक्रमा के दिनों में 25,000 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगी। दूसरे चरण के पूरा होने के पश्चात, स्टेशन चार गुना अधिक यात्रियों को संभाल सकता है।
बता दें की प्रथम चरण का काम 75 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुका है व दिसंबर 2021 तक जनता को समर्पित करने के लक्षयानुसार कार्य संचालित है परंतु हमारे आंकलन अनुसार मार्च 2022 तक इसके जनता को समर्पित होने की आशा है।
दिसंबर तक पूरा होने वाला नया भवन तीर्थयात्रियों की सभी आवश्यकताओं को पूरा करेगा जैसे डॉर्मिटरी, क्लॉकरूम, बीमार कमरे, दुकानें, फूड कोर्ट, सर्कुलेटिंग एरिया, एस्केलेटर, एयर कंडीशनिंग, रिटायरिंग रूम, एलईडी होर्डिंग, मेला शेड, पार्किंग, नई एक्सेस रोड स्टेशन इत्यादि।
हालांकि, हमें यहाँ पर कोई फुट ओवर ब्रिज बनता नहीं दिखा, तथा जानकारी मिली की नई परिसर को जोड़ने वाले 2 फुट का ओवरब्रिज को मार्च 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा।
बता दें की अयोध्या रेलवे स्टेशन को भारतीय रेलवे, फैजाबाद स्टेशन, आचार्य नरेंद्र देव नगर स्टेशन, अयोध्या स्टेशन और रामघाट हाल्ट स्टेशन को मिलाकर एक एकल सर्किट बनाने का कार्य कर रही है। तथा शीघ्र ही रेलवे इस सर्किट के लिए फैजाबाद स्टेशन का नाम परिवर्तित कर अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन हो जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें की रामजन्मभूमि परिसर और अयोध्या रेलवे स्टेशन के मध्य अधिक दूरी नहीं है। इसलिए यूपी का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बनाना केंद्र सरकार की मंशा है जहाँ प्रतिदिन एक लाख यात्री ठहर सकेंगे। तथा राम नगरी अयोध्या को देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों से जुड़े जाने की भी तैयारी रेलवे ने आरंभ कर दी है। जिसके लिए अयोध्या से प्रमुख तीर्थ स्थल प्रयाग, हरिद्वार, गोरखपुर, चित्रकूट, काशी, विंध्याचल के साथ रामेश्वरम सहित अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों से सीधे ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
महत्वपूर्ण है की अयोध्या के राम मंदिर के साथ रामलला से जुड़े सभी स्थानों का कायाकल्प करने की तैयारियां चल रही है। चाहे वो हवाई अड्डा हो, बस अड्डा अथवा रेलवे स्टेशन। तथा इन सभी की जानकारी हमारे चैनल पर उपलब्ध हैं।
फिर मिलेंगे हम नई जानकारी के साथ।
तब तक के लिए जय हिंद
जय श्रीराम
अधिक जानकारी के लिए विडियो देखें :
Thank you for sharing the information.
Looking ahead for comfortable transportation and completion of project to visit Ayodhya.