अयोध्या की नई पहचान बनेगा Dashrath Path Ayodhya Fourlane Road
Getting your Trinity Audio player ready...
|
Dashrath Path Ayodhya Fourlane Road : यदि आपको यह लग रहा कि अयोध्या अब सुंदर हो गई है या फिर यहां पर सभी विकास हो गया है। तो आप ग़लत हैं क्योंकि मोदी योगी सरकार अयोध्या को अब एक नई ऊंचाई पर ले जाने की योजना पर कार्य कर रही है।

त्रेतायुग में अयोध्या जी कितनी भव्य रही होंगी, इसकी अनुभूति अब अयोध्या आने वाले सभी दर्शनार्थियों व श्रद्धालुओं को होने लगी है। देश के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल अर्थात अयोध्याजी की पावन धरा पर वर्तमान समय में भगवान श्री राम चंद्र के भव्य मंदिर निर्माण के साथ संपूर्ण अयोध्या का कायाकल्प हो रहा है।
बता दें कि अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को देखते हुए इस नगरी तक पहुंच को सरल बनाने पर भी कार्य हो रहा है। अयोध्या में राममंदिर निर्माण का कार्य चलने के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है। देश के प्रत्येक कोने से लोग यहां पहुंच रहे हैं। अपनी पुरातन संस्कृति को समेटे हुए इस धार्मिक नगरी को पर्यटन के दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना गया है। यही नहीं अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या के कारण अयोध्या का मुख्य मार्ग राम पथ अब सदैव ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझता रहता है। इसको देखते हुए दशरथ पथ की योजना तैयार की गई है।
Read Also
वैष्णो देवी का नया मार्ग – Delhi Amritsar Katra Expressway
राजनीती की भेट चढ़ा विकास Mughalsarai Padao Six Lane Road Varanasi Development Project
बता दें कि अयोध्या में मुख्य चार सड़क रामपथ, जन्मभूमि पथ, धर्मपथ व भक्ति पथ का निर्माण पूर्ण हो चुका है जो पहले से ही अयोध्या की शोभा बढ़ा रहे हैं। परंतु अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं पर्यटकों की भारी संख्या के आगे यह निम्न पड़ गए हैं।
इसीलिए धर्मपथ के पास एनएच-27 पर स्थित साकेत पेट्रोल पंप से होते हुए बिल्वहिरघाट तटबंध के समानांतर दशरथ समाधि स्थल होते हुए पूरा बाजार में अंबेडकरनगर हाईवे से जुड़ने वाली 15.30 किमी लंबे दशरथ पथ का निर्माण तेजी से चल रहा है।

परियोजना के कालचक्र की जानकारी देनी हेतु बता दे कि इस परियोजना दशरथ पथ मार्ग की सबसे पहले योजना 2020 में बनी थी। तत्पश्चात सरकार में धन आवंटित कर इस परियोजना पर निर्माण कार्य आरंभ किया जिसका निर्माण PWD कर रही है।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी के किनारे किष्किंधा वन की सौगात देते हुए त्रिवेणी वाटिका की स्थापना की थी। इसी पथ के किनारे विशाल सोलर सिटी भी है। इतना ही नहीं इसी के पास सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने भूमि भी क्रय की है। तथा यहीं पर लोढ़ा डेवलपर्स भी बहुत बड़ी आवासीय योजना पर कार्य कर रहा है।
Read Also
अब बदलेगी देश की धड़कन – New Delhi Railway Station Redevelopment
उद्घाटन से पहले देखें Patna Metro Project की Super Exclusive Ground Report
आपको हम इस मार्ग तथा मार्ग पर हो रहे निर्माण कार्य की वर्तमान स्थिति की उचित अवलोकन कराने के लिए ड्रोन व्यू प्रदर्शित कर रहे हैं।
बता दें कि इस मार्ग के साथ ही सड़कों के किनारे पेड़-पौधे भी लगाए जाएंगे। सड़क निर्माण के लिए अयोध्या बिल्वहरि घाट बंधे को 10 मीटर चौड़ा किया गया है। सड़क की लंबाई लगभग 15 किमी के है। तथा वर्तमान समय में इस परियोजना का अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुका है।

यही नहीं, रामनगरी अयोध्या में दशरथ पथ के स्वरूप को निखारने में 15 हस्त और 15 शस्त्र मुद्राएं अपना योगदान देंगी। इस पथ के डिवाइडर पर 6 फीट ऊंचे 30 पिलर बनाए जाएंगे। पिलर पर हस्त और शस्त्र मुद्रा की स्थापना की जाएगी। इस मार्ग से गुजरने वाले यात्रियों के लिए ये मुद्राएं आकर्षण का केंद्र होंगी। साथ ही रामनगरी की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत का भी अनुभव भी कराएंगी।
बता दें कि हस्त और शस्त्र मुद्राएं तैयार करने के लिए कलाकार का चयन हो गया। इन सबसे अयोध्या के इस नए पथ के महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी कड़ी में अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अब इस पथ को धर्मपथ की तर्ज पर भव्य स्वरूप देने की तैयारी की है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। हस्त और शस्त्र मुद्राएं तैयार करने के लिए कलाकार का भी चयन हो गया है। इनकी ओर से इन मुद्राओं को आकार देने का काम किया जा रहा है। दशरथ पथ का निर्माण पूरा होने के साथ इन्हें स्थापित करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी।
Read Also
बुलेट ट्रेन में मिली बड़ी सफलता – Mumbai Ahmedabad Bullet Train Project Update
लोहे सी बनेगी मंदिर की दीवार Ram Mandir Nirman Latest Update
इस बारे में अयोध्या विकास प्राधिकरण के अनुसार रामपथ, भक्तिपथ और धर्मपथ की ही प्रकार से ही दशरथ पथ भी रामनगरी के प्रमुख कॉरिडोर में सम्मिलित है। इसका निर्माण पूर्ण होने के पश्चात बड़ी संख्या में लोगों का इस पर आवागमन होगा। इसलिए इसे भी भव्य स्वरूप देने के लिए मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप 85 लाख रुपये की लागत से हस्त और शस्त्र मुद्राओं से सुसज्जित किया जाएगा। आने वाले समय में इस पथ के आसपास अन्य विकास कार्य कराए जाने की भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
महत्वपूर्ण है कि अयोध्या के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल होने के पश्चात भी दशरथ समाधि स्थल में श्रद्धालुओं की संख्या निम्न है क्योंकि यह नगर से अयोध्या से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। और अब इस दूरी को भी सुंदर अनुभव के साथ तीर्थ यात्रियों को पहुंचाने के लिए योगी सरकार दृढ़ इच्छा शक्ति दिख रही है।

यह भी बता दें कि अयोध्या के आग्नेय कोण पर सरयू के निकट महाराजा दशरथ का अंतिम संस्कार किया गया था। और अब यही स्थान दशरथ समाधि के नाम से जाना जाता है। मान्यता यह है कि यहां दर्शन पूजन से शनि की साढ़े साती का शमन होता है।
दशरथ पथ का महत्व केवल यातायात तक ही सीमित नहीं है। यह रोड अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को पहली झलक में ही आधुनिक और भव्य अयोध्या का अनुभव कराएगी। साथ ही, यह सड़क नगर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई ऊँचाई तक ले जाएगी।
Read Also
वैष्णो देवी जाने का सबसे अच्छा सस्ता टूर प्लान – Vaishno Devi Best Budget Tour Plan
तैयारी शुरू अब बदलेगा स्वरुप – Banke Bihari Corridor
इसी के दृष्टिगत आजमगढ़, बलिया, बिहार व पश्चिम बंगाल के सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को पूरा बाजार से सीधे अयोध्या पहुंचाने की योजना है।
इसी के साथ आपको बता दे कि धर्मपथ को और चौड़ा किया जा रहा है। इस समय धर्मपथ की चौड़ाई 14 मी है जिसे बढ़ा कर 22 मी किया जा रहा है। तथा भगवान राम के सबसे प्रिय अनुज योगिराज भरत के नाम पर रामनगरी में फोरलेन मार्ग का निर्माण होगा। यह मार्ग 20 किलोमीटर लंबा होगा, जिसकी लागत लगभग 900 करोड़ रुपये होगी। जिसकी जानकारी हम आपको अपनी अगली वीडियो में देंगे।

ऐसे तो पिछले दो से तीन वर्षों में अयोध्या में नई रेलवे स्टेशन का निर्माण बस स्टॉप एयरपोर्ट सहित अनेक विकास कार्य हुए हैं जिसमें की मल्टी लेवल पार्किंग होटल तथा विभिन्न सुविधा व विकास कार्य सम्मिलित है। तथा इन सभी की जानकारी हमारे चैनल पर उपलब्ध है।
इससे एक लाभ यह होगा कि रामनगरी में आने वाले पर्यटक अयोध्या से सीधे दशरथ समाधि का दर्शन-पूजन कर सकेंगे। तो वहीं दूसरा लाभ यह है कि एक नया मार्ग विकसित होने के साथ ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। यह योजना न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी, अपितु दशरथ पथ को सांस्कृतिक पहचान और आस्था का केंद्र भी बनाएगी।

मित्रों यदि दी हुई दशरथ पथ मार्ग निर्माण की जानकारी आपको पसंद आई हो तो कमेंट बाॅक्स में अपने गांव अथवा जिले का नाम अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
अधिक जानकारी के लिए विडियो देखें:-