भारत का उत्तरी द्वार का हो रहा निर्माण – Delhi Katra Amritsar Expressway
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Delhi Katra Amritsar Expressway : आज हम बात करेंगे उत्तर भारत के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण सड़क परियोजना में से एक, दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे के बारे में। जो न केवल विकसित होते भारत की तस्वीर बदलेगा अपितु यातायात का समय भी बचाएगा।
देश की राजधानी दिल्ली से जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णों देवी के धाम कटरा तक एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने पर दिल्ली से कटरा तक के यात्रा में लगने वाला समय 6 घंटे तक कम हो जाएगा। माता वैष्णों देवी के दर्शन के लिए सड़क मार्ग से जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एक्सप्रेसवे वरदान सिद्ध हो सकता है। चलिए जानते हैं Delhi-Katra Expressway की सभी जानकारी।
सबसे पहले आपको हम आपको इस दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे के कालचक्र की जानकारी देते हैं। बता दें कि इस परियोजना का आरंभ हुआ था दिसंबर 2017 में जब नही ने डीपीआर हेतु कंसलटेंट को अप्वॉइंट किया था। तत्पश्चात नवंबर 2019 में दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे का डीपीआर बनाकर के सज्ज हुआ था। जून 2020 में दिल्ली कटरा एक्सप्रेस रूट फाइनलाइज हुआ था। और उसके पश्चात जुलाई 2020 में भूमि अधिग्रहण के लिए सर्वे आरंभ हुआ। दिसंबर 2020 में बहादुरगढ़ में भूमि अधिग्रहण के लिए क्षतिपूर्ति दी गई। और अप्रैल 2021 में नही ने 15 पैकेजों के लिए निर्माण कार्य के लिए टेंडर आवंटित किए। सितंबर 2021 में इस परियोजना की निर्धारित तिथि कंप्लीट होने की अक्टूबर 2030 NHAI ने घोषित की। तथा प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने अप्रैल 2022 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी।
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अब हम आपको बता दें कि यह दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे भारतीय राजधानी दिल्ली और जम्मू के कटरा के मध्य बनाया जा रहा है। दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, इसकी कुल लंबाई 669 किलोमीटर है, उसका 397 किलोमीटर का भाग पंजाब में आता है।
बता दें कि दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे का निर्माण 18 पैकेजों व 3 स्पर के साथ दो चरणों में हो रहा है। परियोजना का चरण 1, एक ग्रीनफील्ड है जो दिल्ली-नकोदर-गुरदासपुर, 397 किमी लंबी है और 12 पैकेजों में विभाजित है। वहीं दूसरी ओर परियोजना का चरण 2 एक ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड समावेश है जो गुरदासपुर से कटरा तक ग्रीनफील्ड में 99 किमी तक फैली हुई है। इसे छह पैकेजों में विभाजित किया गया है।
लागत की जानकारी देने हेतु बता दें कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 37,524 करोड़ रुपये है। तथा अकेले पंजाब में ही दिल्ली अमृतसर एक्सप्रेसवे की लागत का लगभग 29,000 करोड़ रुपये प्रयोग होगा। जिसमें यह एक्सप्रेसवे पटियाला, संगरूर, मलेरकोटला, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला और गुरदासपुर से होकर गुजरेगा। इसके निर्माण के बाद दिल्ली से अमृतसर तक की मौजूदा 8 घंटे की यात्रा केवल 4 घंटे में पूरी हो सकेगी। उसी प्रकार से, दिल्ली से कटरा तक की यात्रा वर्तमान में जो 12 घंटों की है वो लगभग 7 घंटों में पूरी हो जाएगी।
परियोजना पर चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी देने हेतु बता दें कि इस परियोजना का निर्माण Hybrid Annuity Model (HAM) पर किया जा रहा है तथा सभी 18 पैकेजों के निर्माणकर्ता कंपनीयों का चयन हो चुका है जिनके नाम आपके स्क्रीन पर उपलब्ध हैं। यह भी बता दें कि इस एक्सप्रेसवे को 4 लेन का बनाया जा रहा है जिसे की 8 ले में विस्तारित किया जा सकता है। तथा इस 4 लेन मार्ग की ROW अर्थात मार्ग की चौड़ाई 90 मीटर रखी गई है।
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यह भी बता दें कि इस दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 669 किलोमीटर है परंतु मुख्य मार्ग की लंबाई मात्र 550 किलोमीटर ही है। शेष 100 किलोमीटर का मार्ग स्पर का होगा जो की अमृतसर को इस दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बन रहा है।
परियोजना पर निर्माण कार्य की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी देने हेतु बता दें कि पंजाब में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे का पैकेज 6 लगभग पूरी तरह से तैयार है। पैकेज 6 में 30.9 किमी का एक्सप्रेसवे है और यहां एक्सप्रेसवे पर सीसीटीवी तक लगाए जा चुके हैं।
इसके अतिरिक्त पंजाब में ही पड़ने वाले पैकेज 5 पर अभी काम चल ही रहा है। इस भाग में कई स्थानों पर अर्थवर्क का काम चल रहा है, जबकि कुछ जगहों पर इंटरचेंज और रोड लेयिंग का काम गति पकड़ रही है। तथा जम्मू में भी निर्माण कार्य संचालित है जिसके हम आपको एक्सक्लूसिव दृश्य प्रदर्शित कर रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे पर विकास योजनाओं के दृष्टिगत, रणनीतिक स्थानों पर लॉजिस्टिक पार्क भी विकसित किए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत एक ऐसा पार्क बठिंडा में स्थापित होगा, जो अमृतसर-बठिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित होगा। इसके अतिरिक्त दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे पर लुधियाना, संगरूर, पटियाला जैसे मलवा क्षेत्र में स्थित नगरों और उत्तरी पंजाब में जालंधर, अमृतसर, और गुरदासपुर जैसे नगरों में लॉजिस्टिक पार्क निर्मित किए जाएंगे। इन पार्कों का निर्माण इन एक्सप्रेसवे के पास किया जाएगा।
वहीं इस दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण पूर्ण होने की जानकारी देने हेतु बता दें कि निर्धारित तिथि दिसंबर 2024 परंतु इसमें और विलंब होने की पूरी संभावना है जिसमें की एक कारण यह है कि पंजाब के अधिकारियों को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के साथ सहयोग करने की आवश्यकता है। NHAI ने निर्देश प्राप्त करने के लिए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख भी किया है। इसके अतिरिक्त भूमि मालिकों के विरोध के कारण पंजाब राज्य के कई भागों में परियोजना रुकी हुई है। वर्तमान में, एक्सप्रेसवे का निर्माण केवल अधिग्रहित भूमि पर ही किया जा रहा है। इस परिस्थिति में दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे का निर्माण अप्रैल 2026 तक करने का लक्ष्य रखा गया है।
महत्वपूर्ण है कि दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे उत्तर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण विकास परियोजना है। इसने यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाएगा है। इसके आरंभ होने के पश्चात आप दिल्ली से अमृतसर की यात्रा मात्र 4 घंटे में पूरा कर सकेंगे। जबकि दिल्ली से कटरा तक की यात्रा अब लगभग 7 घंटे में पूरी हो सकेगी। इससे दिल्ली से कटरा के यात्रा में लगभग 5 घंटे की कटौती होगी।
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, अमृतसर और कटरा के बीच की दूरी को लगभग 40 किलोमीटर कम कर देगा। तथा जम्मू और चंडीगढ़ के औद्योगिक और आर्थिक केंद्रों के लिए सबसे छोटी कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा।
मित्रों हम आशा करते हैं कि आपको दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे परियोजना की जानकारी पसंद आई होगी, तो कमेंट बाॅक्स में अपने गांव अथवा जिला का नाम अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।
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