विकसित भारत की दिखी तस्वीर, तैयार हुआ भारत का पहला बुलेट ट्रेन स्टेशन

देश में विकास को गति प्रदान करने के लिए भारत में वृहद हाई स्पीड रेल का जाल बिछ रहा है। और इस बुलेट ट्रेन नेटवर्क में सबसे पहले योगदान देगा साबरमती हाई स्पीड रेल स्टेशन (Sabarmati Bullet Train Station) या कहें तो गुजरात का साबरमती मल्टीमॉडल हब।

साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन
साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन

Sabarmati : मित्रों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत के पहले बुलेट ट्रेन परियोजना पर महाराष्ट्र व गुजरात समेत मार्ग के सभी स्थानों पर वर्तमान समय में निर्माण कार्य तीव्र गति से संचालित है। इस मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के अंतर्गत रेल ट्रैक के साथ सभी रेलवे स्टेशनस् तथा पुल आदि पर भी कार्य संचालित है। जिसकी जानकारी हम आपको समय समय पर देते रहते हैं। इसी क्रम में आज हम आपको साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन की विस्तृत जानकारी देने वाले हैं।

बता दें कि यह केवल साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन ही नहीं है अपितु यह एक मल्टीमॉडल हब है, जो साबरमती में बुलेट ट्रेन, भारतीय रेलवे, अहमदाबाद मेट्रो और बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) के यात्रियों को आपस में जोड़ेगा।

वर्तमान समय में इस परियोजना के निर्धारित समय में पूर्ण होने में विलंब है परंतु कितना हुआ अबतक इसका निर्माण व क्या कुछ बनकर हो चुका है तैयार यह आप इस वीडियो में साक्षात देखेंगे।

अधिक जानकारी हेतु बता दें कि नेशनल हाई स्पीड रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने इस स्टेशन की डिजाइन तैयार की हैं। साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन पर महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन को दर्शाते हुए विशेष प्रकार की डिजाइन सज्ज की गई है।

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लागत की जानकारी देने हेतु बता दें कि साबरमती बुलेट ट्रेन स्टेशन को बनाने में लगभग 250 करोड़ का खर्चा आएगा।

इस साबरमती मल्टीमॉडल हब के स्टेशन क्षेत्र में 3 लेवल की पार्किंग का व्यवस्था किया गया है। यहां पर लगभग 12 सौ से अधिक वाहन की पार्किंग की सुविधा रहेगी। और इसके पहले लेवल पर कारों के लिए पार्किंग होगी, दूसरे लेवल पर बसों की और तीसरे लेवल पर ऑटो रिक्शा की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।

बता दें कि यह बिल्डिंग भारत की पहली हाई-स्पीड रेल लाइन के नाॅर्थ टर्मिनल के रूप में काम करेगी। आपको भीतरी दृश्य दर्शाते हुए बता दें कि यह परिसर दो ब्लॉक में फैला है तथा कुल 9 मंजिला भवन है। आपको हम प्रत्येक तल की विस्तृत दृश्य दिखाते हैं। ताकि आपको निर्माण कार्य का सभी अवलोकन विस्तार से हो सके।

यही नहीं आपको हम बता दें कि साबरमती मल्टीमॉडल हब के तीसरे यल से वर्तमान के भारतीय रेलवे स्टेशन, बीआरटी बस स्टेशन और अहमदाबाद मेट्रो के एईसी मेट्रो स्टेशन तक मल्टी-माॅडल कनेक्टिविटी होगी। इन्हें रूफ प्लाजा और कॉनकोर्स के साथ आधुनिक स्टेशनों में स्थापित किया जा रहा है।

Sabarmati Bullet Train Station
Sabarmati Bullet Train Station

आपको हम अधिक जानकारी हेतु बता दें कि अहमदाबाद-मुंबई हाई-स्पीड रेल रूट (AMHR) का यह पहला स्टेशन है जिसे साबरमती स्टेशन के नाम जाना जाएगा और यह अब बनकर तैयार होने वाला है। यह परिसर 1.36 लाख वर्ग मीटर में फैला है और इसमें 9 तल हैं। यह बिल्डिंग भारत की पहली हाई-स्पीड रेल लाइन के नाॅर्थ टर्मिनल के रूप में काम करेगी।

इस भवन का पहला 3 तल और भूमिगत तल का उपयोग विशेष रूप से वाहन पार्किंग के लिए किया जाएगा। तथा इसमें लगभग 1,200 गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था होगी। साथ ही दुकानों, फूड कोर्ट और बाहरी मनोरंजन क्षेत्रों के व्यावसायिक उपयोग के लिए लगभग 31,500 वर्ग मीटर का क्षेत्र रखा गया है। साबरमती स्टेशन के सातवीं और चौथी मंजिल पर टेरेस गार्डन भी बनाए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह पूरे बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में, अति-आधुनिक और शानदार सुविधाओं के साथ यह एकमात्र ऊंची इमारत होगी। इमारत की विभिन्न मंजिलों पर कुल 60 कमरों की क्षमता वाले कई होटल, विशेष रेस्तरां और बच्चों के खेलने के क्षेत्र भी होंगे।

विशेष यह है कि इस बिल्डिंग की संरचना भूकंप प्रतिरोधी है, भारतीय ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल द्वारा गोल्ड रैंक वाली यह एक ग्रीन बिल्डिंग है। रीसाइक्लिंग के माध्यम से इमारत में पानी के न्यूनतम दुरुपयोग को सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही इस बिल्डिंग में सोलर-सेल्स की सहायता से विद्युत उत्पादन की व्यवस्था भी होगी। सरकार की योजना साबरमती स्टेशन बिल्डिंग में, लगभग 31,500 वर्ग मीटर कर्मशियल स्पेस को प्राइवेट प्लेयर्स को सौंपने की है, जिससे अधिकतम रेवेन्यू जेनरेट हो सके।

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आपको हम बता दें कि अहमदाबाद मुंबई हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट सोलर एनर्जी को बढ़ाया देने वाला होगा। इसके अंतर्गत विभिन्न स्टेशनों के लिए ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट्स की व्यवस्था की जा रही है। जिसका आरंभ साबरमती स्टेशन की बिल्डिंग से हो चुकी है। साबरमती स्टेशन पर प्रस्तावित संरचना में बिल्डिंग की छत पर एक प्रतीकात्मक चरखे के साथ सोलर पैनल होंगे. वहीं, बिल्डिंग के बाहरी दीवारों पर लगने वाले सोलर पैनल्स के माध्यम से 1930 में महात्मा गांधी और उनके अनुयायियों द्वारा नमक मार्च के प्रतिष्ठित प्रतीक को दर्शाया गया है।

Sabarmati Bullet Train Station
Sabarmati Bullet Train Station

भारत के पहले हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का एक टर्मिनल भी यहीं से आरंभ हो रहा है। यहां एक ग्रिड से जुड़े 700 kWp (किलोवाट पीक) का संयंत्र स्थापित करने की भी योजना है। टर्मिनल बिल्डिंग से उत्पन्न सौर ऊर्जा का उपयोग स्टेशन परिसर के लिए किया जा सकता है। सरप्लस बिजली, ग्रिड को ट्रांसफर की जा सकती है। हाई-स्पीड रेल काॅरिडोर से जुड़े अधिकारियों का लक्ष्य जीवाश्म ईंधन आधारित (Fossil Fuel-Based) विद्युत की खपत को कम करना और भवन को सोलर-सेल्स के माध्यम से इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन में यथासंभव आत्मनिर्भर बनाना है।‌

यह भी बता दें कि वर्तमान समय में कर्णावती से मुंबई जाने में ट्रेन में लगभग 8 घंटे का समय लगता है और बुलेट ट्रेन के आरंभ होते ही लोगों को अत्यंत ही कम समय में कर्णावती से मुंबई और मुंबई से कर्णावती जाने की सुविधा मिलेगी।

परियोजना पर निर्माण कार्य की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी देने हेतु बता दें कि अबतक लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। वैसे यदि आप यात्रा के समयावधि में थकान का अनुभव करते है तो इस स्टेशन पर गार्डन में विश्राम कर सकते है और यदि भूख लगी है तो बढ़िया सा खाना भी आपको मिलेगा। शॉपिंग समेत कई सारी सुविधा भी होगी इस स्टेशन पर मिलने वाली हैं।
विशेष बात यह है कि बुलेट ट्रेन, सामान्य ट्रेन, बीआरटीएस और मेट्रो स्टेशनों की कनेक्टिविटी भी इसी स्टेशन से की जाएगी ताकि लोग एक ही स्टेशन से विभिन्न स्थानों पर जा सकें।

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भारत में अभी इस प्रकार की सुविधा कही नहीं है। यदि आप बुलेट ट्रेन से अहमदाबाद आये तो स्टेशन से ही आप पुरे अहमदाबाद में कोई भी क्षेत्र में मेट्रो रेल से या तो BRTS से जा पाएंगे। स्टेशन के बाहर आये बगैर आप सीधे अपने क्षेत्र में पहुंच सकते है।

देश में शीघ्र ही आपको जापान और बाकी देशों की प्रकार से हाई स्पीड बुलेट ट्रेन दौड़ती नजर आएगी। पहली बुलेट ट्रेन कर्णावती से मुंबई तक चलाई जानी है। इसके पश्चात देश के बाकी नगरों में इसका विस्तार किया जाएगा। साबरमती स्टेशन (Sabarmati Station) दिखने में किसी लग्जरी 5 स्टार होटल से कम नहीं होगा।

Sabarmati Multi modal Hub
Sabarmati HSR Station

महत्वपूर्ण है कि यह भारत के पहले हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का पहला स्टेशन ही नहीं है अपितु यह विकासशील भारत के विकसित भारत में परिवर्तित होने की आधारशिला भी है। आने वाले समय में ऐसे कई निर्माण आपको भारत में देखने को मिलने वाले हैं। और आपतक हम ऐसी विशेष प्रस्तुति व ग्राउंड रिपोर्ट के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाते रहेंगे।

मित्रों यदि उपरोक्त दी हुई साबरमती स्टेशन निर्माण की जानकारी आपको पसंद आई हो तो कमेंट बाॅक्स में अपने गांव अथवा जिले का नाम अवश्य लिखें एवं यदि कोई सुझाव हो वह भी बताएं।

अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें:-

video

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