चीन को पछाड़ आगे निकला भारत, अमेरिका के भी छूटे पसीने
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चीन को पछाड़कर दुनिया के सबसे उभरते यूनिकॉर्न वाले देशों में भारत दूसरे नंबर पर आ गया है।
जबकि इस लिस्ट में अमेरिका पहले स्थान पर है। शनिवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर इसको लेकर ट्वीट किया है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, विश्व के सबसे उभरते हुए यूनिकॉर्न वाले देशों में भारत दुनिया का नंबर 2 है। इस रेस में भारत ने पड़ोसी मुल्क चीन को भी पछाड़ दिया है। हमारा मजबूत और अभिनव पारिस्थितिकी तंत्र भारतीय स्टार्टअप को यूनिकॉर्न क्लब में ज़ूम करने में सक्षम बना रहा है।
केंद्रीय मंत्री के ट्वीट के अनुसार, भारत में 32 उभरते हुए यूनिकॉर्न कंपनियां बनी हैं। जबकि चीन में भारत के मुकाबले 27 यूनिकॉर्न कंपनियां बनी हैं। इससे पहले साल 2021 में भी भारत ने चीन को यूनिकॉर्न के मामले में पीछे छोड़ दिया था। साल 2021 में भारत में जहां 33 यूनिकॉर्न बनी थीं तो चीन में यूनिकॉर्न की संख्या सिर्फ 19 रही थी।
जब कोई कंपनी अपना वैल्यूएशन एक बिलियन डॉलर से ज्यादा बना लेती है तब वह कंपनी यूनिकॉर्न की लिस्ट में आ जाती है। यूनिकॉर्न कंपनी की ग्रोथ तेजी से होने लगती है। इन्वेस्टर उस कंपनी में अपना पैसा लगाना शुरू कर देते हैं।
दरअसल किसी भी इन्वेस्टर का सीधा मकसद अधिकाधिक पैसा कमाना होता है। इसलिए इन्वेस्टर हमेशा यह देखता है कि कंपनी का बाजार कैसा है, कंपनी के ग्रोथ की सम्भावना कैसी हैं ताकि वह पैसा लगाकर ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा सके।